-नई व्यवस्था के तहत इस वर्ष अप्रैल से शुरू होगा सत्र
-छह-छह महीने पर नौ से लेकर 12 वीं कक्षा की वसूली जाती है फीस
बरेली: माध्यमिक शिक्षा विभाग ने सीबीएसई की तर्ज पर अप्रैल से सत्र शुरू करने का फरमान तो जारी कर दिया गया लेकिन फीस कब से वसूली जाएगी, इसको लेकर शासनादेश में कोई जिक्र नहीं है। इसके चलते कॉलेज प्रशासन फीस वसूली को लेकर संशय में है। डीआइओएस का कहना है कि स्पष्ट शासनादेश जारी होने पर ही अप्रैल माह से फीस ली जा सकेगी। जबकि कॉलेज अप्रैल तक की बजाए जून तक की फीस वसूलने की तैयारी में हैं।
दो शिफ्ट में वसूली जाती थी फीस
दरअसल सत्र 2015-16 से यूपी बोर्ड मे हाईस्कूल और इंटर की कक्षाएं अप्रैल से शुरू होंगी। इससे पहले सत्र जुलाई से शुरू होता था। पुरानी व्यवस्था के तहत कॉलेजों की ओर से कक्षा नौ से लेकर 12 वीं तक की छह-छह माह पर फीस ली जाती थी। जुलाई से दिसंबर तक छह माह की और फिर जनवरी से जून तक की दूसरी छमाही किश्त वसूली जाती थी। छह माह पर करीब तीन सौ रुपये कॉलेज वसूलते हैं।
अभी नहीं वसूला तो फंस जाएगी फीस
अब चूंकि अप्रैल से कक्षाएं शुरू होनी हैं, इसके बावजूद कॉलेजों की ओर से जनवरी से लेकर जून तक फीस लेने की तैयारी हो रही है। कालेजों का कहना है कि अभी नई व्यवस्था हो रही है, अगर जनवरी से सिर्फ अप्रैल तक की फीस लेंगे तो बाद में मई और जून की फीस कैसे वसूली जा सकेगी। प्रधानाचार्य परिषद के अध्यक्ष डॉ। सुरेश रस्तोगी का कहना है कि फिलहाल सत्र 2014-15 के लिए जनवरी से जून तक फीस ली जाएगी। इसके बाद जिन छात्रों के नए एडमिशन होंगे, उनसे अप्रैल से सितंबर तक की फीस ली जाएगी।
फीस के संबंध में कोई शासनादेश जारी होगा, तभी कॉलेजों को कोई निर्देश जारी किए जा सकेंगे। फिलहाल पुरानी व्यवस्था तक जनवरी से जून तक छह माह की फीस वसूली जाएगी।
-डॉ। आशुतोष भारद्वाज, डीआइओएस