2003 से रिजल्ट अपलोड
यूपी बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट upmsp.nic.in है। वेबसाइट पर बोर्ड एग्जाम्स स्कीम, टीटीई की मेरिट लिस्ट, एग्जाम सेंटर्स बनाने के जीओ, समेत तमाम ऑफिशियल इंफॉर्मेशन दी गई है। इसके साथ ही होम पेज पर हाईस्कूल और इंटर के रिजल्ट वैरीफिकेशन की भी फैसिलिटी दी गई है। बोर्ड ने पिछले 10 वर्षों के बोर्ड एग्जाम्स के रिजल्ट अपलोड कर दिए हैं। वर्ष 2003 से हाईस्कूल और इंटर के रिजल्ट अपलोड किए गए हैं।
भरनी होंगी डिटेल्स
स्टूडेंट्स को अपना रिजल्ट जानने के लिए बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट ओपन करनी होगी। होम पेज पर ही हाईस्कूल एंड इंटरमीडिएट रिजल्ट वैरीफिकेशन सबटाइटल शो करेगा। जिसे क्लिक करने पर हाईस्कूल और इंटर में से किसी एक का रिजल्ट देखने के लिए ऑप्शन आएगा। किसी एक ऑप्शन पर क्लिक करने के बाद स्टूडेंट को दिए गए स्पेस में रोल नम्बर, एग्जाम का ईयर और वैरीफिकेशन कोड भरना होगा। ये सारी इंफॉर्मेशन भरने के बाद सब्मिट पर क्लिक करते ही स्टूडेंट का रिजल्ट ओपन हो जाएगा।
अब बोर्ड को नहीं भेजना होगा रिजल्ट
जॉब और एडमिशन के समय कुछ ऑर्गनाइजेशन कैंडीडेट्स की मार्कशीट का वैरीफिकेशन कराने के लिए उसे बोर्ड ऑफिस भेजते थे। इस प्रोसीजर को पूरा करने में काफी टाइम कंज्यूम होता है। बोर्ड की इस नई व्यवस्था से मात्र एक क्लिक से ही कैंडीडेट्स की मार्कशीट वैरीफाई हो जाएगी। हाल में स्टेट गवर्नमेंट द्वारा निकाली गई टीचर्स की वैकेंसी को देखते हुए ही यह व्यवस्था लॉन्च की गई है। जिससे टीचर्स की नियुक्तियों के लिए उनकी मार्कशीट का वैरीफिकेशन ऑन स्पॉट हो सके।
Big relief for students
बोर्ड की यह फैसिलिटी स्टूडेंट्स के लिए किसी सौगात से कम नहीं। अक्सर जिन स्टूडेंट्स की मार्कशीट गुम हो जाती है उन्हें काफी प्रॉब्लम्स फेस करनी पड़ती हैं। चाहे एडमिशन के समय फॉर्म फिल करना हो या फिर जॉब के समय अपना रिजल्ट वैरीफाई कराना हो। बोर्ड की इस नई व्यवस्था से स्टूडेंट्स वेबसाइट से रिजल्ट की कॉपी निकालकर वैरीफाई करा सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें अब बोर्ड से डुप्लिकेट मार्कशीट निकलवाने में ज्यादा प्रॉब्लम भी फेस नहीं करनी पड़ेगी।
बोर्ड की वेबसाइट पर परिषद द्वारा यह फैसिलिटी प्रोवाइड की गई है। पिछले दस वर्षों के यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर में अपीयर हो चुके स्टूडेंट्स का रिजल्ट अपलोड कर दिया गया है। व्यवस्था हाल ही में की गई है। इससे स्टूडेंट्स की मार्कशीट का वैरीफिकेशन ऑन स्पॉट हो सकेगा। स्टूडेंट्स के साथ दूसरे ऑर्गनाइजेशन के लिए यह फैसिलिटी राहत भरी है। बोर्ड के पास भी मार्कशीट वैरीफिकेशन के एप्लीकेशन आने कम हो जाएंगे। इस नई व्यवस्था से रिजल्ट में हो रहे फर्जीवाड़े पर भी काफी हद तक लगाम लग सकेगी।
- वासुदेव यादव, डायरेक्टर, माध्यमिक शिक्षा