-यूपी बोर्ड एग्जाम की गोपनीयता में इनविजिलेटर ने लगाई सेंध

-जेडीई को तीन सेंटर पर मिले मोबाइल, सेंटर इंचार्ज ने दर्ज कराई एफआईआर

-134 सेंटर्स पर चल रहे यूपी बोर्ड के एग्जाम, डीएम की स्टेटिक मजिस्ट्रेट की प्लानिंग भी हुई फेल

क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:

केस-1

जेडीई शिव प्रसाद द्विवेदी ने 30 मार्च को फतेहगंज के जानकी देवी इंटर कॉलेज में यूपी बोर्ड एग्जाम की गोपनीयता का जायजा लिया। उन्हें सेंटर के कमरा नंबर छह में एक मोबाइल पड़ा मिला। पड़ताल में वह मोबाइल स्टूडेंट का निकला। जेडीई के आदेश पर सेंटर इंचार्ज ने स्टूडेंट और इनविजिलेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया।

केस-2

जेडीई ने 30 मार्च को ही राजकीय हाईस्कूल बल्लिया पर छापा मारा। सेंटर के कमरा नंबर छह में इनविजिलेटर के पास मोबाइल मिला। जेडीई की संस्तुति पर केन्द्र व्यवस्थापक ने इनविजिलेटर के खिलाफ तहरीर दी, जिसके आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है।

केस-3

एक अप्रैल को जेडीई ने रिछा के लाल बहादुर शास्त्री इंटर कॉलेज का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें कमरा नंबर 11 में इनविजिलेटर के पास मोबाइल मिला। जेडीई के आदेश पर सेंटर इंचार्ज ने इनविजिलेटर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है।

नकल विहीन यूपी बोर्ड एग्जाम की तैयारियों में मोबाइल से सेंधमारी के यह तीन केसेज महज बानगी भर हैं। तमाम व्यवस्था के बावजूद

बोर्ड एग्जाम की पारदर्शिता व सुरक्षा में नकल माफियाओं की शह पर सवाल खड़े हो गए हैं। परीक्षा में नकल रोकने को डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन और माध्यमिक शिक्षा विभाग ने पुख्ता इंतजाम किए थे। डीएम ने हर सेंटर पर स्टेटिक मजिस्ट्रेट भी तैनात किए। लेकिन, मुहिम में परीक्षा में ही तैनात जिम्मेदारों का साथ नहीं मिला। इंविजिलेटर्स ही मोबाइल से एग्जाम की गोपनीयता में सेंधमारी का जरिया बने हैं। जेडीई के इंस्पेक्शन में इसका खुलासा हो चुका है। जेडीई के आदेश पर दो सेंटर इंचार्ज, एक स्टूडेंट और तीन इंविजिलेटर्स के खिलाफ मुकदमा तक दर्ज कराना पड़ा।

134 सेंटर पर चल रहे एग्जाम

माध्यमिक शिक्षा विभाग ने यूपी बोर्ड के एग्जाम के लिए 134 सेंटर्स बनाए। एग्जाम को नकल विहीन बनाने के लिए सभी सेंटर्स में करीब पांच हजार इंविजिलेटर्स तैनात किए गए, लेकिन जिला प्रशासन और विभाग की भरपूर सख्ती के बाद भी एग्जाम की गोपनीयता तार-तार हुई। अब तक हुए यूपी बोर्ड के एग्जाम्स में एक दर्जन से अधिक नकलची पकड़े गए हैं। हालांकि, हाईस्कूल के एग्जाम खत्म हो चुके हैं। जबकि इंटरमीडिएट का आखिरी पेपर 21 अप्रैल को होना है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा में अपनों की ही दगाबाजी को देखते हुए विभाग नकल के मामलों और नकलचियों की तादाद में बढ़ोत्तरी की आशंका से इनकार नहीं कर रहा।

वर्जन

डीएम ने सभी सेंटर इंचार्ज को आदेश दिया था कि सेंटर पर इनविजिलेटर मोबाइल नहीं रखें। इसके बावजूद सेंटर इंचार्ज ने लापरवाही बरती। तीन सेंटर्स पर मोबाइल मिले। जेडीई के आदेश पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया है। वहीं, सेंटर इंचार्ज से जवाब मांगा गया है।

मुन्ने अली, डीआईओएस