BAREILLY: सीबीएसई के तर्ज पर यूपी बोर्ड ने पहले रिजल्ट डिक्लेयर करने का ऐलान तो कर दिया, लेकिन वह इसे प्रोसेस करने की पहली सीढ़ी पर ही फिसलता दिखाई दे रहा है। जब समय पर आंसरशीट ही चेक नहीं हो पाएंगी तो समय पर रिजल्ट कैसे डिक्लेयर हो पाएगा। बोर्ड की कॉपियां मंडे से चेक होनी थी। लेकिन पहले ही दिन यह व्यवस्था धराशाई हो गई। पहले दिन टीचर्स ने कॉपियां चेक करने की बजाय अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। लिहाजा पांचों सेंटर्स पर कॉपियों को चेक करने का काम शुरू नहीं हो सका।
मिड मई में जारी करना है रिजल्ट
यूपी बोर्ड का इंटर का रिजल्ट मई के लास्ट वीक में और हाई स्कूल का रिजल्ट जून में डिक्लेयर होता है। लेकिन यूपी बोर्ड अपनी हिस्ट्री में इस बार जल्दी रिजल्ट डिक्लेयर करने जा रहा है। बोर्ड की मानें तो मिड मई तक दोनों क्लासेज के रिजल्ट डिक्लेयर कर दिए जाएंगे। लेकिन यह तभी हो जाएगा जब कॉपियां समय पर चेक होंगी। सिटी में पांच सेंटर्स पर कॉपियों को चेक किया जाना है। क्0 लाख कॉपियों को चेक करने के लिए करीब दो हजार टीचर्स को लगाया गया है। जीआईसी और बिशप में इंटर व केडीईएम, इस्लामिया और विष्णु में हाईस्कूल की कॉपियां जांची जांचने का काम शुरू हुआ। मंडे को पहला दिन था, लेकिन एक भी कॉपी चेक नहीं हो पाई।
अब्सेंट रहे टीचर्स
टीचर्स ने अपनी मांगों को लेकर कॉपी चेकिंग का बहिष्कार कर दिया। उत्तर प्रदेश माध्यमिक प्रधानाचार्य परिषद ने दो वर्षो का बकाया भत्ता और वित्तविहीन शिक्षक महासभा ने मानदेय की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया। टीचर्स ने कॉपियों को चेक करने के बजाय अपने-अपने सेंटर्स पर प्रदर्शन किया। इस दौरान डीआईओएस आशुतोष भारद्वाज ने सेंटर्स का जायजा भी लिया। अधिकांश टीचर्स चेकिंग के लिए उपस्थित नहीं थे। जो उपस्थित थे उन्होंने कॉपी नहीं जांची।