खास-खास
6,67,456 अभ्यर्थी प्रदेश में रजिस्टर्ड
3,72,360 पुरुष कैंडिडेट्स की संख्या 2,95,095 महिला अभ्यर्थियों की संख्या 01 अभ्यर्थी थर्ड जेंडर
1541 सेंटर्स प्रदेश में बनाए गए
30 सेंटर्स पर बरेली में होगा एग्जाम
500-क्षमता के बनाए गए है 12 सौ सेंटर
300-क्षमता के बनाए गए हैं 388 सेंटर
75-जिलों में होगी यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा
18-विवि के अफसरों को परीक्षा की निगरानी की जिम्मेदारी

बरेली(ब्यूरो)। यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा छह जुलाई को होगी। इसके लिए एमजेपीआरयू ने मंडे को एक बैठक की जिसमें सभी को जिम्मेदारी बांटी गई। एमजेपीआरयू के एमबीए हाल में हुई बैठक में आरयू के अफसरों के साथ प्रशासन के अफसर भी मौजूद रहे। ज्ञात हो इस यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा कराने की जिम्मेदारी शासन ने एमजेपीआरयू को दी है। प्रवेश परीक्षा के लिए इस बार कुल 6,67,456 आवेदन अभ्यर्थियों ने किए हैं। इसमें 295095 पुरुष, 372360 महिला व एक थर्ड जेंडर आवेदक हैं। एमजेपीआरयू वीसी प्रो। केपी ङ्क्षसह ने बताया कि पहली बार प्रवेश परीक्षा प्रदेश के सभी 75 जिलों में हो रही है। परीक्षा को शुचिता पूर्ण संपन्न कराने के लिए सभी जिलों में विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि नामित जिलों में भेज दिए गए हैं। जिन्होंने अपने जिलों में परीक्षा के लिए बनाए गए केंद्रों की जांच करने के साथ ही परीक्षा में लगाए गए सभी लोगों को प्रशिक्षण दिया। सभी जिलों में भेजे जा रहे विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि शांतिपूर्ण परीक्षा होने के बाद ही वापस आएंगे।

विश्वविद्यालय में परीक्षा को लेकर हुई बैठक
यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा को लेकर आरयू के व्यावसाय सभागार में बैठक हुई। इसमें परीक्षा के लिए जिले में बनाए गए 30 परीक्षा केंद्रों के केंद्राध्यक्ष, नोडल समन्वयक, जनपद समन्वयक (नोडल), सभी पर्यवेक्षक, जिला प्रशासन द्वारा नियुक्त अपर जिलाधिकारी नगर डॉ। आरडी पांडेय व डीआईओएस सोमारू प्रधान आदि शामिल हुए। परीक्षा में 14,553 अभ्यर्थियों को शामिल होना है। बैठक में सभी परीक्षा केंद्रों की सामग्री व केंद्र व्यय, सिटी एक्सपेंसेज संबंधी चेक का वितरण किया गया।


आठ बजे से मिलेगा प्रवेश
एमजेपीआरयू के रजिस्ट्रार व परीक्षा के नोडल अधिकारी डॉ। राजीव कुमार ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए केंद्र बनाया गया है। अभ्यर्थियों के प्रवेश को विवि का गेट सुबह आठ बजे खोल दिया जाएगा। कोई भी अभ्यर्थी अपने साथ इलेक्ट्रानिक उपकरण नहीं लाएंगे।

परीक्षा केंद्रों में कोविड से बचाव के रहेंगे उपाय
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में इस बार परीक्षा केंद्रों पर मेडिकल किट उपलब्ध कराने का फैसला लिया है। परीक्षार्थियों को संक्रमण से बचाने के लिए विवि ने प्रत्येक केंद्र पर कोविड हेल्प डेस्क बनाने के निर्देश दिए हैं, ताकि वहां पर परीक्षार्थियों के शरीर के तापमान की जांच हो सके। वहीं पिछले वर्षों की तरह इस बार सैनिटाइजेशन आदि के लिए रुपये नहीं मिलेंगे। बल्कि विश्वविद्यालय स्तर पर सुरक्षा किट वितरण के लिए एजेंसी को जिम्मेदारी दी गई है। जो प्रवेश परीक्षा से दो दिन पहले सभी केंद्रों पर किट पहुंचा देगी।


मजिस्ट्रेट केंद्रों पर लेकर जाएंगें परीक्षा प्रश्न पत्र

शांतिपूर्ण व निष्पक्ष परीक्षा कराने के लिए सभी केंद्रों में स्टेटिक मजिस्ट्रेट व जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए जाएंगे। इसके साथ ही परीक्षा की निगरानी सभी 18 विवि के अधिकारियों द्वारा भी की जाएगी। साथ ही सभी जिले में जिलाधिकारी का प्रतिनिधि, नगर प्रभारी, केंद्र प्रभारी, डिप्टी नोडल अधिकारी बनाए गए है। जिला प्रशासन व पुलिस विभाग भी परीक्षा के दौरान मौजूद रहेगा। सभी परीक्षा केंद्रों पर दो-दो पर्यवेक्षक परीक्षा कराएंगे। दो केंद्रों पर एक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी लगाई जाएगी। मजिस्ट्रेट ही परीक्षा केंद्रों पर पेपर लेकर जाएंगे। जिससे परीक्षा शांतिपूर्ण व निष्पक्ष हो सके।


प्रवेश परीक्षा में होंगे दो प्रश्न पत्र

प्रवेश परीक्षा के दोनों प्रश्नपत्र में बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। पूर्व के वर्षों की भांति इस बार भी निगेटिव मार्किंग की प्रक्रिया यथावत रहेगी। प्रत्येक सही उत्तर पर दो अंक मिलने हैं, जबकि प्रत्येक गलत उत्तर पर एक तिहाई अंक प्राप्तांकों से काटा जाना है। प्रथम प्रश्न पत्र में सामान्य ज्ञान और ङ्क्षहदी अथवा अंग्रेजी में से एक भाषा के संबंध में सवाल पूछे जाएंगे। दोनों ही खंड से 50-50 सवाल होंगे। प्रत्येक सवाल दो अंक का होगा। यह परीक्षा कुल तीन घंटे की होगी। द्वितीय प्रश्न पत्र में 50 सवाल सामान्य अभिरुचि परीक्षण के और 50 सवाल विषय योग्यता के संबंध में आएंगे। विषय योग्यता में कला, विज्ञान, वाणिज्य और कृषि विषय के वर्ग होंगे। अभ्यर्थी को केवल अपने विषय के प्रश्नों को ही हल करना है। संबंधित विषय योग्यता के सभी प्रश्न स्नातक स्तर के होंगे।