-डबल मर्डर के बाद सुरेश शर्मा नगर के लोगों में व्याप्त दहशत

-पब्लिक के साथ-साथ बरेली पुलिस से अधिकारियों का भी उठा भरोसा

-रेंज की सभी जिलों की क्राइम ब्रांच मामले के खुलासे में लगी

BAREILLY: क्या बरेली पुलिस पब्लिक को सिक्योरिटी देने में असहाय हो गई है? सुरेश शर्मा नगर में ट्रिपल मर्डर से ठीक एक साल के अंदर डबल मर्डर की वारदात से मोहल्ले के लोगों में व्याप्त खौफ तो इसी ओर इशारा कर रहे हैं। सिक्योरिटी के कोई इंतजाम न होने पर लोग अपने घर बेचकर जाने की बात करने लगे हैं। इसका मतलब साफ है कि लोगों को बरेली पुलिस पर भरोसा ही नहीं रह गया है। पब्लिक का क्या पुलिस के आला अधिकारियों का भी बरेली पुलिस पर भरोसा नहीं रह गया है। शायद यही वजह है कि बरेली पुलिस के साथ-साथ रेंज के सभी चार जिलों की क्राइम ब्रांच को केस के खुलासे में लगा दिया गया है। अब देखना होगा कि चार जिलों की क्राइम ब्रांच कितनी जल्दी केस का खुलासा कर पब्लिक के भरोसे को जीत पाती है।

वही सीओ और चौकी इंचार्ज

करीब एक साल पहले सुरेश शर्मा नगर में ख्फ् अप्रैल को ट्रिपल मर्डर की वारदात हुई थी। अब उसी वारदात से कुछ दूरी पर क्म् मार्च को इसी कालोनी के उपहार अपार्टमेंट में डबल मर्डर की वारदात को अंजाम दिया गया। उस वक्त भी लोगों में दहशत व्याप्त हुई थी। उस वक्त पुलिस के सबसे दमदार चौकी इंचार्ज गजेंद्र त्यागी थे और इस वक्त भी वही चार्ज में हैं। बस अंतर इतना है कि तब चौकी इंचार्ज ने नया-नया ज्वाइन किया था और अब उन्हें एक साल से अधिक हो गया है। सबसे खास बात ये है कि उस वक्त भी सीओ थर्ड असित श्रीवास्तव थे और इस बार भी कुछ दिनों पहले ही वही सीओ थडर्1 बन गए।

न कैमरे और न सिक्योिरटी गार्ड

ट्रिपल मर्डर के बाद जब लोगों में डर और पुलिस के प्रति रोष था तब एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा ने सिक्योरिटी के बड़े-बड़े दावे किए थे। एक प्राइवेट स्कूल में मोहल्ले के लोगों के साथ मीटिंग की थी और कालोनी के अंदर कई जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही थी और सिक्योरिटी गार्ड भी रखने की बात कही थी लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।

रहने के लिए कालोनी सेफ नहीं

लूट की वारदात को पब्लिक सहन भी कर लेती है लेकिन जब किसी की जान जाती है तो उसे वापस लाना मुश्किल होता है। गोपेश्वर के साझेदार पहले से कालोनी को अनसेफ मानकर मकान बेच रहे थे। इसके अलावा कई प्लाट पहले से ही कालोनी में खाली पड़े हैं। जो लोग रह रहे हैं उनमें भी दहशत फैल गई है। इसीलिए अब मोहल्ले के लोग घर छोड़कर जाने की बात कह रहे हैं। मोहल्ले में रहने वाली महिलाओं के चेहरे पर खौफ साफ दिख रहा था। उनका कहना था कि वह अब इस असुरक्षित कालोनी में नहीं रहने वाले। वह जल्द ही अपना मकान सस्ते में बेचकर चली जाएंगी। दो महीने पहले ही कुछ दूरी पर एक महिला की बदमाशों ने दिनदहाड़े मंगलसूत्र छीन ि1लया था।

कोई भी आसानी से कर सकता है इंट्री

सुरेश शर्मा नगर कालोनी पीलीभीत रोड से सटी हुई है। इसके सभी इंट्री प्वाइंट ओपन है। कोई भी किसी गली में आसानी से इंटर कर वापस जा सकता है। ट्रिपल मर्डर की वारदात में भी बदमाश आसानी से लूटपाट कर रोड से होते हुए पैदल ही निकल गए थे। इस बार भी लग रहा है कि बदमाशों ने वारदात को आसानी से अंजाम दिया और फरार हो गए।

बरेली पुलिस पर कोई िरस्क नहीं

पुलिस के आला अधिकारियों को भी बरेली पुलिस पर बिल्कुल भरोसा नहीं रह गया है। क्योंकि कुछ दिनों पहले बारादरी के रोहली टोला में हुई डकैती का अभी तक खुलासा नहीं हो सका। इसपर डीजीपी ने भी अधिकारियों की क्लास लगायी थी। अब डबल मर्डर की बड़ी वारदात में अधिकारी बरेली पुलिस पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। शायद यही वजह है कि पहली बार डबल मर्डर की वारदात को ओपन करने में बरेली की पुलिस के साथ-साथ रेंज के तीन अन्य जिलों की क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया है।

एक बार फिर हुई घर की जांच

तीन जिलों की क्राइम ब्रांच को लगाने का निर्देश आईजी विजय सिंह मीना ने दिया है। पूरे केस की मानीटरिंग वह खुद कर रहे हैं। इसके अलावा डीआईजी आर के एस राठौर भी पूरे घटनाक्रम पर बारीकी से नजर रखे हुए हैं। रेंज की क्राइम ब्रांच लगाने के चलते टयूजडे सुबह डीआईजी आरकेएस राठौर ने पुलिस लाइन में बारादरी पुलिस, बरेली क्राइम ब्रांच के साथ-साथ शाहजहांपुर, पीलीभीत और बदायू की क्राइम ब्रांच की टीम के साथ ब्रीफिंग की। ब्रीफिंग के बाद एसपी सिटी राजीव मल्होत्रा और एसपी क्राइम डॉक्टर एसपी सिंह सभी टीमों के साथ गोपेश्वर के घर पहुंचे और पूरे घर को फिर से खंगाला।

दीवार के सहारे की इंट्री

पुलिस ने आसपास के लोगों से भी पूछताछ की। सुबह फील्ड यूनिट ने भी जाकर दोबारा घर से फिंगर प्रिंट कलेक्ट किए। फील्ड यूनिट को एक दर्जन से अधिक फिंगर प्रिंट बेड, अलमारियों, दरवाजे और दीवार पर मिले हैं। आशंका है कि बदमाश घर में पड़ोस के मकान के गेट के बगल से दीवार से अंदर घुसे। यहां पर एक नंगे पैर और एक स्पोर्ट शूज के निशान मिले हैं। इसके अलावा गैलरी वाले गेट से इंट्री कर बदमाशों ने घर पर कब्जा किया और फिर इसी गेट से बाहर भी निकले जिससे चलते कुछ खून के छींटे दीवार पर लग गए। यही नहीं बदमाशों ने सिर्फ एक ही अलमारी का लॉक तोड़ा बाकी सभी को चाबियों से खाेला गया।

क्या कोई जानकार है

एक तरफ पुलिस बावरिया व पंखिया बदमाशों पर शक जता रही है तो दूसरी और पुलिस किसी जानकार पर भी शक जता रही है। क्योंकि इस घर में गोपेश्वर के मूल निवास सीबीगंज के रहने वालों ने ही पुताई, वायरिंग व अन्य काम किया है। जिस एंगल से बेरहमी से हत्या की गई, उसी तरह का एंगल छत के जाल में लगा हुआ है। इसके अलावा गोपेश्वर का फतेहगंज पश्चिमी में भी प्रापर्टी का कोई विवाद चल रहा था जिसमें फैसला उनके पक्ष में आया था। पुलिस कई एंगल से मामले की जांच में जुटी हुई है। पुलिस शाहजहांपुर के निगोही, फतेहगंज पश्चिमी बरेली के पंखिया और ककराला बदायूं के गैंग पर काम कर रही है। पुलिस ने आधा दर्जन फोन नंबर को भी सर्विलांस पर लगाया है। नौकरानी शिवानी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

अज्ञात में मुकदमा दर्ज

डबल मर्डर मामले में पुलिस ने गोपेश्वर और पत्‍‌नी आशा के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया लेकिन अभी पुलिस बेटे सौरभ के विदेश से आने का इंतजार कर रही है। बेटे सौरभ के आने के बाद ही साफ हो सकेगा कि बदमाश घर से कितने का माल लूटकर ले गए हैं। गोपेश्वर के भतीजे सुरेंद्र सिंह ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

रेंज के सभी जिलों की क्राइम ब्रांच को केस के खुलासे के लिए लगाया गया है। घुमंतू जाति के बदमाशों के साथ-साथ अन्य एंगल पर भी जांच की जा रही है। जल्द ही केस का खुलासा किया जाएगा।

विजय सिंह मीना, आईजी बरेली