- स्टूडेंट्स लीडर्स के दबाव में आरयू आया बैकफुट पर
- मैनुअल फॉर्म भी भर सकेंगे स्टूडेंट्स
BAREILLY: स्टूडेंट्स लीडर्स के भारी दबाव को देखते हुए आखिरकार आरयू ऑफलाइन मोड पर आ ही गया। अब स्टूडेंट्स ऑनलाइन के साथ मैनुअली फॉर्म भी भर सकते हैं। इसके लिए आरयू कॉलेजेज को प्रिंटेड फॉर्म भी प्रोवाइड करा रहा है। कॉलेज में ऑनलाइन फॉर्म भराने की व्यवस्था करने और प्रॉसेसिंग फीस वापस लेने की मांग को लेकर पिछले एक वीक से बीसीबी में सछास के स्टूडेंट्स लीडर्स ने काउंटर्स बंद करा रखा था। जिसके चलते न तो स्टूडेंट्स फॉर्म जमा कर पा रहे थे और न ही फीस। वेडनसडे को रजिस्ट्रार खुद बीसीबी पहुंचे और प्रिंटेड फॉर्म प्रोवाइड कराया। इस दौरान स्टूडेंट्स लीडर्स समेत कई स्टूडेंट्स ने उनका घेराव कर दिया था।
सभी छात्र संगठन हुए एक
जैसे ही रजिस्ट्रार एके सिंह बीसीबी पहुंचे। सभी छात्र संगठनों के स्टूडेंट्स लीडर्स सैकड़ों स्टूडेंट्स के साथ उन्हें घेर लिया। सछास के जिलाध्यक्ष हृदेश यादव, रोहित यादव, एनएसयूआई के महासचिव धूपेंद्र जायसवाल, अमित, दिव्या, अछास के अंशुमान पटेल, अवनीश चौबे समेत कई स्टूडेंट्स लीडर्स ने स्टूडेंट्स की मांगो को लेकर उनका घेराव कर दिया। सभी ने एक सुर में कहा जब तक स्टूडेंट्स को कॉलेज में ऑनलाइन फॉर्म भराने की सहूलियत नहीं दी जाती तब तक कॉलेज में फॉर्म जमा नहीं होने देंगे। यहां पर काफी देर तक स्टूडेंट्स ने घेराव किया रखा।
भरवाए जाने लगे फॉर्म
इस मुद्दे को लेकर रजिस्ट्रार एके सिंह ने बीसीबी प्रिंसिपल डॉ। सोमेश यादव से वार्ता की। उन्होंने आदेश दिया कि जो स्टूडेंट्स मैनुअली फॉर्म भरना चाहते हैं वे कॉलेज से फॉर्म ले सकते हैं। रजिस्ट्रार ने कॉलेज को तत्काल प्रिंटेड फॉर्म भी उपलब्ध करा दिए। इसके बाद कॉलेज के सभी फीस काउंटर्स को खोल दिया गया। फॉर्म जमा करने और लेने की भीड़ लग गई। रजिस्ट्रार ने बताया कि स्टूडेंट्स कॉलेज से मैनुअली फॉर्म लेकर ख्00 रुपए प्रॉसेसिंग फीस के साथ उसे जमा कर सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि यदि दूसरे कॉलेज भी फॉर्म की डिमांड करते हैं तो उन्हें भी उपलब्ध करा दिया जाएगा।
आरयू खुद फीड करेगा ऑनलाइन
भले ही स्टूडेंट्स को मेन एग्जाम का फॉर्म मैनुअली भरने की छूट दे दी गई हो, लेकिन आरयू ने ऑनलाइन व्यवस्था को खत्म नहीं किया है। रजिस्ट्रार एके सिंह ने बताया कि जितने भी फॉर्म मैनुअली भराए जाएंगे उनकी आरयू में ऑनलाइन फीडिंग कराई जाएगी। इसके साथ ही कॉलेज भी इन फॉर्म को ऑनलाइन फीड करने के बाद ही आरयू को उपलब्ध कराएगा। ताकि इसमें फर्जीवाड़े की गुंजाइश कम हो सके।