-स्टूडेंट्स ने वीसी से कंप्लेन कर मेडल दिलाने की मांग की है
<-स्टूडेंट्स ने वीसी से कंप्लेन कर मेडल दिलाने की मांग की है
BAREILLY: BAREILLY: कॉनवोकेशन के दौरान राज्यपाल राम नाईक ने आरयू के मेडल और सर्टिफिकेट पर तंज कसे थे। रही सही कसर कॉनवोकेशन खत्म होने के बाद पूरी हो गई। एक स्टूडेंट ने गोल्ड मेडल पर दावा करते हुए आरयू की पूरी व्यवस्था पर ही सवाल उठा दिया। स्टूडेंट का दावा है कि यूनिवर्सिटी ने मेडल लिस्ट गलत बनाई थी। उसके कोर्स में उसे सबसे ज्यादा मार्क्स मिले हैं, जबकि उसके बजाय किसी गर्ल स्टूडेंट को गोल्ड मेडल दे दिया गया। अब उस स्टूडेंट्स ने अपने डिपार्टमेंट के अलावा, डीएसडब्लू और वीसी से भी कंप्लेन कर मेडल दिलाने की मांग की है। वीसी ने इस संबंध में जांच बिठा दी है।
एमबीए का है मामला
गलत मेडल देने का मामला एमबीए जनरल कोर्स का है। गत क्0 नवम्बर को आरयू के क्ख्वें के कॉनवोकेशन में टॉपर्स को मेडल बांटे गए थे। इसमें एमबीए जनरल के लिए मीनाक्षी को गोल्ड मेडल दिया गया। उसने म्7.भ्0 परसेंट मार्क्स अर्जित किया है। जबकि वेडनसडे को हिमांशु कुमार ने इस पर सवाल खड़े कर दिए। हिमांशु ने दावा किया है इस कोर्स में उसे सबसे ज्यादा मार्क्स दिए गए हैं। उसने म्9.0ख् परसेंट मार्क्स अर्जित किए हैं। हिमांशु ने इसको लेकर पहले अपने डिपार्टमेंट में कंप्लेन की। हेड व डीन प्रो। एके सरकार से कंप्लेन फॉवर्ड कराकर वीसी से मिलकर कंप्लेन दजर्1 कराई।
मार्क्स से था अंजान
आरयू ने कॉनवोकेशन से पहले बाकायदा सभी मेडलिस्ट की लिस्ट जारी कर आपत्तियां मंगाईं थी। वेबसाइट पर लिस्ट ऑनलाइन थी। वहीं आरयू कैंपस में भी चस्पा की गई थी। लेकिन हिमांशु ने बताया कि उसके डिपार्टमेंट में जो लिस्ट चिपकी थी उसमें मार्क्स नहीं दिए गए थे। वह मुरादाबाद में रहता है और उसने ऑनलाइन चेक नहीं किया था। कॉनवोकेशन के बाद उसे मालूम चला कि मीनाक्षी के मार्क्स उससे कम हैं।
वीसी ने डीएसडब्लू को सौंपी जांच
हिमांशु ने वीसी से मिलकर सबूतों के साथ अपनी कंप्लेन रखी। इसके बाद वीसी ने तुरंत जांच के आदेश दिए हैं। वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन ने बताया कि डीएसडब्लू प्रो। नीलिमा को जांच सौंप दिया है। चूक गंभीर है। जो सही होगा मेडल का हक उसे ही मिलेगा।