Grils ने की 51.56 परसेंट voting
आरयू में बने 5 पोलिंग बूथ में चार में ब्वॉयज के और एक बूथ गल्र्स के लिए बनाया गया था। आरयू में 960 गल्र्स में से 495 ने वोट कास्ट किया। वहीं ब्वॉयज का वोटिंग परसेंटेज 76.22 रहा। यहां ब्वॉयज के 2,179 वोट्स में से 1,587 वोट्स डाले गए। यहां पोलिंग शुरू होते ही एसएसपी सत्येंद्र वीर सिंह जायजा लेने पहुंचे। वहीं चुनाव अधिकारी और चीफ प्रॉक्टर ने भी यहां बूथ्स का दौरा किया।
10 बजे के बाद दिखा जोश
कहने को तो आरयू में सुबह 9 बजे से ही पोलिंग शुरू हो गई थी पर यहां वोटर्स की भीड़ 10 बजे के बाद नजर आना शुरू हुई। सुबह 10 बजे तक जहां 5 पोलिंग बूथ पर 5 परसेंट भी पोलिंग नहीं हुई थी, वहीं 11 बजे तक 25 परसेंट की पोलिंग पूरी हो चुकी थी। इसके बाद तो यूनिवर्सिटी के पोलिंग बूथ नंबर एक पर जो लाइन लगना शुरू हुई, वह 3 बजे तक लगी रही। यहां बार-बार इकट्ठा होने वाली भीड़ पर पुलिस ने डंडा भी फटकारा। ताकि कैंपस में ज्यादा भीड़ न कलेक्ट हो।
अंतिम क्षणों में मांगा vote
पोलिंग के दौरान भी कैंडीडेट्स यूनिवर्सिटी गेट से लेकर पोलिंग बूथ तक बिखरे रहे। वह कैंपस में आने वाले वोटर्स को अपने बारे में बताकर वोट करने की अपील कर रहे थे। वहीं कैंडीडेट्स वोटर्स से वोट पाने के लिए लुभावने वादे भी याद दिलाते रहे।
वोट डालने के बाद ब्रेकफास्ट
सबसे ज्यादा भीड़ गल्र्स हॉस्टल में बने बूथ पर ही रही। गल्र्स हॉस्टल में बने बूथ पर ज्यादातर हॉस्टल की गल्र्स ने ही वोट किया। यहां सुबह से शुरू हुई पोलिंग में गल्र्स ने ही लाइन लगानी शुरू कर दी। गल्र्स ने ब्रेकफास्ट करने से पहले ही वोट डाल दिया। इलेक्शन को लेकर गल्र्स में इतना उत्साह था कि तमाम गल्र्स तो नाइट ड्रेस में ही वोट कास्ट करने पहुंच गईं।
IET प्रभारी का चुनाव cancel
आरयू में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री के अलावा आईईटी प्रभारी के लिए चुनाव हुआ पर रिटर्निंग ऑफिसर की अनदेखी के चलते आईईटी प्रभारी का चुनाव निरस्त करना पड़ा। अब यह चुनाव दोबारा 9 नवंबर को सुबह 9 बजे से दोपहर 3 बजे तक इलेक्ट्रिकल बिल्डिंग में होगा। दरअसल, आईईटी प्रभारी के चुनाव के लिए केवल बीटेक और बीफार्मा के स्टूडेंट्स को ही वोट करना था पर एमसीए के 26 स्टूडेंट्स के वोट करने की वजह से यह चुनाव निरस्त कर दिया गया।
बूथ नंबर दो पर गड़बड़
आरयू में इलेक्ट्रिकल बिल्डिंग में बने बूथ नंबर दो पर बीटेक फस्र्ट ईयर, एमसीए, बीफार्मा, एप्लाइड फिजिक्स, एप्लाइड केमेस्ट्री, एप्लाइड मैथ्स के ब्वॉयज को वोट करना था। पर यहां आईईटी प्रभारी के लिए केवल बीटेक और बीफार्मा स्टूडेंट्स को ही वोट कास्ट करना था। लेकिन अन्य स्टूडेंट्स ने भी वोट डाल दिया। चुनाव अधिकारी प्रो। नीलिमा गुप्ता ने बताया चुनाव में गलती होने की वजह से ही आईईटी प्रभारी का चुनाव निरस्त किया जा रहा है। यह चुनाव अब 9 नबंवर को होगा। चुनाव में केवल बूथ नंबर दो के वोटर्स ही शामिल होंगे।
पकड़ा गया फर्जी voter
आरयू के होटल मैनेजमेंट बिल्डिंग में बने बूथ नंबर 3 पर तैनात प्रो। एनडी द्विवेदी ने बताया कि बीएचएम के स्टूडेंट प्रभाकर दुबे जब वोट करने आए तो उन्होंने अपना आई कार्ड दिखाया, यह कार्ड पूरी तरह ब्लैंक था। इसमें किसी तरह के कोई साइन नहीं थे। जब उन्हें वोट कास्ट करने से मना किया तो वह बाहर चले गए और देर बाद साइन करके वापस लौटे। इस पर प्रॉक्टर डॉ। राजकलम के साइन थे। डॉ। राजकमल को फोन करने पर उन्होंने बताया कि वह दिल्ली में हैं। ऐसे में प्रभाकर को वोट कास्ट नहीं करने दिया गया और उन्हें चेतावनी देकर छोड़ दिया गया।
गेट के बाहर girls ने किया हंगामा
आरयू के मेन गल्र्स हॉस्टल में बने बूथ नंबर 5 पर तीन बजे पोलिंग क ा समय पूरा होने के बाद भी गल्र्स पहुंचती रहीं। पर गेट बंद होने की वजह से उन्हें बाहर ही रहने को कहा गया। ऐसे में तकरीबन 10-15 गल्र्स ने गेट खुलवाने के लिए हंगामा किया। फिर पुलिस के आने पर उन्हें वहां से जाना पड़ा। दरअसल, इस बूथ पर सबसे ज्यादा वोटर्स को वोट कास्ट करना था। यहां के लिए एसीएम ने दूसरा बूथ बनाने का सुझाव भी दिया। पर अव्यवस्था न फैले इस वजह से आरओ प्रो। रीना ने एक बूथ पर ही पोलिंग कराने को कहा।
I card दिखाने पर ही entry
आरयू के गेट पर वोटर्स की चेकिंग के साथ-साथ आई कार्ड की भी चेकिंग हो रही थी। जो भी स्टूडेंट्स बिना आई कार्ड के पहुंच रहे थे, उन्हें गेट से ही वापस कर दिया जा रहा था। आई कार्ड न होने पर गेट से वापस करने पर कुछ ब्वायज ने हंगामा भी किया, पर पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। वहीं गेट पर कैंडीडेट्स के समर्थकों की भी भीड़ लगी रही। जो लोग गेट के अंदर नहीं जा सके, वह बाहर ही ग्रुप्स में रणनीति बनाते नजर आए।
मैंने कैंपस में पहली बार वोट किया है, मुझे वोट देकर काफी अच्छा लग रहा है। इससे मुझे जिम्मेदार होने का एहसास हो रहा है।
- अंकित सिंह, वोटर
वोट कास्ट करने के बाद मुझे अपनी ड्यूटीज और राइट्स क ा एहसास हुआ है। मुझे ऐसा लगा कि यहां मेरा भी कोई वजूद है।
- नीरज गुप्ता, वोटर
मैंने इस इलेक्शन को अच्छे से एंज्वाय किया है। इससे मुझे एक डेमोक्रेटिक कंट्री में रहने की फीलिंग हो रही है।
- मनोज कुमार, वोटर
इट्स लाइक ए फेस्टिवल फॉर अस। मैंने पहली बार स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन में पार्टिसिपेट किया है। वी ऑर एंज्वायिंग इट।
- अंकिता, वोटर
मुझे लगता है कि स्टूडेंट्स के वेलफेयर के लिए स्टूडेंट्स यूनियन जरूरी हैं। इसे स्टूडेंट्स अवेयर होते हैं और जिम्मेदार बनते हैं।
- नेहा, वोटर
वोट करना तो बहुत जरूरी है। आखिर इस इलेक्शन जो भी प्रत्याशी जीतेगा, वह स्टूडेंट्स के वेलफेयर के लिए ही तो काम करेगा।
- शहनाज, वोटर