निकला मार्च
रिहर्सल की शुरुआत एकेडमिक प्रोसेशन से हुई। पंडाल के मेन इंट्री से सबसे पहले एकेडमिक काउंसिल के मेंबर्स, उसके बाद एक्जिक्यूटिव काउंसिल के मेंबर्स और सभी फैकल्टी के डीन दो रो में मंच की ओर बढ़ रहे थे। उनके पीछे वीसी, चीफ गेस्ट, एडीसी फस्र्ट और सेकेंड व उनके पीछे गवर्नर और उनके सेक्रेट्री चल रहे थे। मंच तक पहुंचते ही प्रोसेशन दो पाट्र्स में डिवाइड हो गया।
निभाई गवर्नर की भूमिका
रिहर्सल के दौरान वीसी प्रो। मोहम्मद मुजम्मिल और रजिस्ट्रार केएन पांडेय तो अपनी मेन भूमिका में ही थे। गवर्नर की भूमिका मैनेजमेंट के डीन प्रो। पीके यादव और चीफ गेस्ट की भूमिका प्रो। एके सिन्हा ने निभाई। मेडल और डिग्री देने की परंपरा सहित सभी प्रक्रियाएं एक-एक कर निभाईं गईं। एंड में नेशनल एंथम के साथ रिहर्सल को समाप्त कर दिया गया।
25 parents ने ही लिए पास
आरयू ने पहली बार कॉनवोकेशन में मेडल प्राप्त करने वाले टॉपर्स के पेरेंट्स को भी इनवाइट किया है। लेकिन 62 टॉपर्स में से महज 25 टॉपर्स के पेरेंट्स ने ही कॉनवोकेशन में शिरकत करने के लिए पास लिया है। वहीं गाउन लेने के लिए कैंपस के काउंटर पर दिनभर स्टूडेंट्स की हलचल देखी गई।
सजेंगे 64 के गले में तमगे
शेड्यूल के अनुसार कॉनवोकेशन ट्यूजडे को सुबह 11:30 पर स्टार्ट हो जाएगा। कॉनवोकेशन में सभी फैकल्टी के सभी सबजेक्ट्स के एक-एक टॉपर को गोल्ड मेडल और डिग्री दी जाएगी। टोटल 64 स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल दिया जाएगा। वहीं 717 स्टूडेंट्स को डिग्रियां भी दी जाएंगी। जिसमें डीएससी की दो, डीलिट की 5 और पीएचडी की 395 डिग्रियां हैं। आट्र्स में 236 स्टूडेंट्स को पीएचडी की डिग्री दी जाएगी। वहीं पीजी के 315 स्टूडेंट्स को भी डिग्री प्रदान की जाएगी। ये सभी कैंपस के स्टूडेंट्स हैं।
देर रात तक चला रंगरोगन
कॉनवोकेशन की तैयारियां देर रात तक चलती रहीं। कॉनवोकेशन शुरू होने से पहले गवर्नर को 300 कमरों वाला नवनिर्मित हॉस्टल का इनॉग्रेशन करना है। इसका रंगरोगन, पौधे लगाने समेत शिलापट लगाने और साफ-सफाई कराने का सिलसिला देर रात तक चलता रहा। यही नहीं हॉस्टल परिसर के इंट्री वाली सड़क को बनाने का काम भी रात तक जारी रहा। वहीं कॉनवोकेशन पंडाल के अंदर की तैयारियां समेत दूसरी फैसिलिटीज प्रोवाइड करने के लिए तैयारियां देर रात तक चलती रहीं।
Governor के लिए tight security
आरयू में कॉनवोकेशन के दौरान राज्यपाल बीएल जोशी की सिक्योरिटी के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। राज्यपाल की सिक्योरिटी के लिए सिटी की पुलिस के साथ-साथ बाहर से पुलिसकर्मी बुलाए गए हैं। ड्यूटी में 3 एसआई, 7 एसओ, 25 एसआई, 10 एचसीपी, 125 कांस्टेबल और डेढ़ कंपनी पीएसी लगाई गई है। इसके अलावा सीतापुर से 60 अंडर ट्रेनी एसआई की भी ड्यूटी लगी है। ट्रैफिक पुलिस ने भी एयरपोर्ट से लेकर आरयू तक ट्रैफिक मेंटेन करने के लिए ड्यूटी चार्ट तैयार कर लिया गया।
और रोने लगी topper
कॉनवोकेशन में दी जाने वाली डिग्री को लेने के लिए स्टूडेंट्स दिन भर भटकते रहे। दरअसल डिग्री के लिए जो कागजी कार्रवाई होनी थी, उसे पूरा करने में स्टूडेंट्स को छीकें आ गईं। एप्लाइड एमएड की टॉपर और गोल्ड मेडलिस्ट पम्मी रानी डिग्री न मिलने की वजह से रिहर्सल के दौरान ही फूट-फूट कर रोने लगी। दरअसल गजरौला की पम्मी ने यूजी की पढ़ाई मेरठ यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड कॉलेज से की थी, जिसका माइग्रेशन एक साल पहले उसने जमा कराया था। लेकिन यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने यह कहते हुए डिग्री देने से मना कर दिया कि उसका माइग्रेशन अभी तक ऑफिस में उपलब्ध नहीं है। इसकी शिकायत उसने रजिस्ट्रार और वीसी से भी की। मामला बढ़ते ही उसकी कागजी कार्रवाई पूरी करने की कवायद तेज हो गई।