-मानव संसाधन विकास मंत्रालय के वेब पोर्टल पर अपलोड करना होगा डाटा
-2013-14 का डाटा 28 फरवरी तक करना होगा अपलोड
बरेली : उच्च शिक्षा के ढांचे को मजबूत बनाने और छात्रों को रोजगार परक शिक्षा देने के लिए मानव मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को एक सूत्र में पिरोने की पहल की है। शिक्षकों से लेकर छात्रों और सुविधाओं का आकड़ा एक जगह होगा ताकि देश, प्रदेश और फिर मंडल स्तर पर आने वाली उच्च शिक्षा की बाधाओं को खत्म कर नई कारगर योजनाएं लागू की जा सकें। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों के साथ कॉलेजों को अपना सारा डाटा एचआरडी के वेब पोर्टल पर अपलोड करना होगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोजन ने इस बाबत सभी विश्वविद्यालयों को सर्कुलर जारी कर दिया है।
आंकड़े के आधार पर होगा सर्वे
उच्च शिक्षा के क्षेत्र के विकास के लिए एचआरडी ने अखिल भारतीय उच्चतर शिक्षा सर्वेक्षण (ऑल इंडिया सर्वे ऑन हायर एजुकेशन-एआइएसएचइ)का पोर्टल aishe.gov.in बनाया गया है। इस पोर्टल पर पूरे देश के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों को अपना शैक्षिक सत्र का सारा ब्योरा अपलोड कराना होगा। इन आकड़ों के आधार पर देश के सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों का सर्वे किया जा सकेगा। ताकि विभन्न प्रदेशों में उच्च शिक्षा का स्तर क्या है उसको मापा जा सके। इन आकड़ों से ही विभिन्न सूचक निकाले जाएंगे ताकि प्रत्येक प्रदेश की स्थिति स्पष्ट सामने आ सके। इसके साथ ही निजी कॉलेजों में छात्रों के पंजीकरण के नाम पर होने वाला फर्जीवाड़ा भी रुक सकेगा, क्योंकि यह सारा ब्योरा ऑनलाइन रहेगा। विश्वविद्यालय और कॉलेजों को शैक्षिक सत्र ख्0क्फ्-क्ब् का सारा डाटा ख्8 फरवरी तक सीधे पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
पोर्टल पर जारी आकड़ों के हिसाब से उत्तर प्रदेश से भ्9 यूनिवर्सिटी और कॉलेजों का डाटा अपलोड किया हालांकि इनमें कॉलेजों की संख्या बेहद कम है। इसमें ख्क् स्टेट यूनिवर्सिटी शामिल हैं.प्रत्येक विश्वविद्यालय और कॉलेज में औसतन क्0म्8 छात्रों का पंजीकरण दिखाया गया है। प्रदेश के ख्क्0ख् सरकारी और निजी कॉलेजों में करीब साढ़े बाइस लाख छात्र पंजीकृत दिखाए गए हैं।