-आरयू और बीसीबी एक दूसरे पर लगा रहे हैं आरोप
BAREILLY: बरेली कॉलेज में बीए सेकेंड ईयर के एनवायरमेंट एग्जाम में हुए हंगामा के बाद पेपर कैंसिल करने के प्रकरण पर अब लीपापोती की कलम चल पड़ी है। आरयू और बीसीबी पूरे प्रकरण से अपना पल्ला झाड़ने में जुट गए हैं। दोनों एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। आरयू ने पूरे प्रकरण पर रिपोर्ट तलब की है। वहीं बीसीबी भी ऐसी रिपोर्ट बनाने में जुट गया है, जिसमें यह दर्शाया जा सके कि इसमें उसकी तरफ से कोई लापरवाही नहीं हुई है। सैटरडे को बीसीबी आरयू को अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
रिपोर्ट में होंगीं आरयू की खामियां
बीसीबी के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट की मानें तो इस पूरे बवाल और मिसमैनेजमेंट की पिक्चर आरयू के लापरवाही की वजह से तैयार हुई है। डिपार्टमेंट के लोगों का कहना है कि हर ईयर में एनवायरमेंट का एग्जाम होता है। रिजल्ट आरयू तैयार कराता है। ऐसे में आरयू के पास इसका रिकॉर्ड होना चाहिए कि कौन स्टूडेंट क्लियर कर चुका है और किसका रिजल्ट नॉट क्लियर है। कॉलेज के पास तो सिर्फ फार्म भरने वाले स्टूडेंट्स का ही रिकॉर्ड होता है। फॉर्म से यह पता लगाना मुश्किल है कि यह स्टूडेंट एनवायरमेंट में अपीयर होगा की नहीं। डिपार्टमेंट की मानें तो आरयू की तरफ से ऐसी कोई भी इंफॉर्मेशन प्रोवाइड नहीं कराई जाती है। सोर्सेज की मानें तो बीसीबी रिपोर्ट में पूरी घटना का जिक्र करते हुए आरयू की इन्हीं खामियों को उजागर करेगा।
आरयू अपनी गलती मानने से कर रह है इंकार
वहीं आरयू इस पूरे प्रकरण पर अपनी गलती मानने से इंकार कर रहा है। आरयू के जिम्मेदारों का कहना है कि कॉलेज की तरफ से एग्जाम फॉर्म के साथ स्टूडेंट की डिटेल वाली सीडी प्रोवाइड कराई जाती है। उनके द्वारा प्रोवाइड संख्या और डायरेक्ट आरयू में जमा करने वाले फॉर्म के आधार पर स्टूडेंट्स की संख्या का आंकलन किया जाता है। आरयू का कहना है कि जब कॉलेज ही अपने स्टूडेंट्स की सही संख्या को नहीं जानता तो आरयू को कैसे पता चलेगा। कार्यकारी रजिस्ट्रार वीएन सिंह ने बताया कि बीसीबी की रिपोर्ट मिलने के बाद ही इस प्रकरण पर कुछ कहा जा सकता है।