BAREILLY:
यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई ने देश में सबसे पहले अपने यहां लागू कर चुका है यह व्यवस्था।
इस व्यवस्था से फर्जीवाड़े पर काफी हद तक लगाम लगेगी।
इंटर की मार्कशीट की तरह जल्द ही डिग्री कोर्सेज की मार्कशीट पर भी स्टूडेंट्स की स्कैन फोटो दिखेगी। यह प्रयोग देश की ही एक यूनिवर्सिटी कर चुकी है। जिसका एग्जाम्पल पेश करते हुए यूजीसी ने देश के सभी यूनिवर्सिटी से इससे प्रेरणा लेने की सीख दी है। साथ ही इसे अपने यहां पर भी लागू करने के निर्देश दिए हैं। यूजीसी के सेक्रेट्री प्रो। डॉ। जसपाल एस संधू ने जारी लेटर में यह भी कहा कि सभी यूनिवर्सिटीज इसके लिए उस यूनिवर्सिटी से भी बात कर सकते हैं।
मुंबई यूनिवर्सिटी ने किया लागू
यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई ने देश में सबसे पहले अपने यहां यह व्यवस्था लागू की है। यूनिवर्सिटी सभी डिग्री कोर्सेज की मार्कशीट में स्टूडेंट्स की स्कैन फोटो प्रिंट कराकर ही देती है। यूनिवर्सिटी लेवल पर अपनी तरह की यह अनोखी पहल थी। वैसे इंटर में सीबीएसई, आईसीएसई समेत कुछ बोर्ड्स इसे अपना चुके हैं। यूनिवर्सिटी में लागू होने के बाद राज्यसभा सांसद अनिल देसाई ने इस मुद्दे को पार्लियामेंट में उठाया। जिसमें उन्होंने गुजारिश की थी कि सभी यूनिवर्सिटीज में भी ऐसी ही व्यवस्था लागू होनी चाहिए।
क्या होंगे इसके फायदे
यूनिवर्सिटी कोर्सेज की मार्कशीट पर स्टूडेंट्स की स्कैन फोटो होने से कई तरह के फायदे होंगे। इस तरह की मार्कशीट में खास सिक्योरिटी फीचर्स हैं, जिसकी डुप्लीकेसी करना आसान नहीं होगा। देश में फर्जी डिग्रियों का एक बड़ा रैकेट सक्रिय है। इस व्यवस्था से ऐसे फर्जीवाड़े पर काफी हद तक लगाम लगेगी। जब मार्कशीट में यूनिफॉर्मिटी आएगी तो असली व नकली की पहचान खुद ही हो जाएगी। उसे मूल यूनिवर्सिटी से जांच कराने की जरूरत ही महसूस नहीं होगी। पूरी व्यवस्था में ट्रांसपिरेंसी होगी।