- कैंपस के बाहर की एक्टिविटीज में घटनाओं के शिकार हो रहे हैं स्टूडेंट्स

- यूजीसी ने यूनिवर्सिटीज और जनसाधारण से मांगा सुझाव

- तय होगी इंस्टीट्यूट्स, पैरेंट्स और स्टूडेंट्स का दायित्व

BAREILLY: यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन (यूजीसी) स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी को लेकर सजग हो गया है। हाल ही में कैंपस और उसके बाहर हुए स्टूडेंट्स के साथ हादसों ने उसे प्रिकॉशंस उठाने पर मजबूर कर दिया है। हालांकि स्टूडेंट्स की सिक्योरिटी को लेकर समय-समय पर गाइडलाइंस जारी होती रही हैं। फिर भी कुछ ऐसी अप्रत्याशित घटनाएं हुई हैं जिनमें स्टूडेंट्स को जान गंवानी पड़ी है। इससे कैसे बचा जाए, इसी प्वाइंट को लेकर यूजीसी ने यूनिवर्सिटी समेत जन साधारण से सुझाव मांगे हैं। सुझावों की समीक्षा के बाद यूजीसी उन्हें क्रियान्वित करने की भी कवायद करेगा।

लापरवाही से हो रहे हैं गंभीर हादसे

प्रिकॉशंस के बावजूद कैंपस और उससे बाहर स्टूडेंट्स के साथ गंभीर हादसे हो रहे हैं। इसके पीछे लापरवाही ही सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है। भले ही वह जानबूझकर नहीं की गई हो। कई ऐसे अप्रत्याशित हादसे हुए हैं जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की और स्टूडेंट्स को जान गंवानी पड़ी। 9 जून को हिमाचल प्रदेश के मंडी में हैदराबाद के 24 इंजीनियरिंग के स्टूडेंट्स व्यास नदी में बह गए। जिसमें से 6 ग‌र्ल्स थीं। स्टाफ समेत 60 मेंबर्स की टीम एजूकेशनल टूर पर गई थी। घटना में सभी 24 स्टूडेंट्स की डेथ हो गई थी। 12 अगस्त को ही दो इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स की गाजियाबाद के एक क्लब के स्वीमिंग पूल में डूबकर डेथ हो गई। वहीं 16 अगस्त को बिहार के जेहानाबाद डिस्ट्रिक्ट में दो स्कूली बच्चों की डूबकर मौत हो गई। ये कुछ ऐसे हादसे हैं जिनके घटित होने का पहले से कोई आभास नहीं था। एक्सप‌र्ट्स मानते हैं कि सावधानी बरतने से ऐसे हादसों से बचा जा सकता है।

यूजीसी ने बनाई कमेटी

यूजीसी का ऐसा मानना है कि कैंपस के अंदर और बाहर इस तरह की घटनाओं से निपटने के लिए जनसाधारण और हायर एजूकेशन से जुड़े एक्सप‌र्ट्स को गंभीरता से सोचने की जरूरत है। इसके लिए यूजीसी ने एक एक्सप‌र्ट्स की कमेटी का गठन किया है। जो सभी संबंधित पक्षों के विचार जानने के बाद व्यापक दिशा-निर्देश तैयार करेगी। इसके लिए यूजीसी ने यूनिवर्सिटी के साथ सभी जनसाधारण से सुझाव मांगे हैं। यूजीसी के सेक्रेट्री प्रो। डॉ। जसपाल एस संधू ने इस संबंध में लेटर जारी कर सुझाव मांगा है। उन्होंने कैंपस के बाहर होने वाले एक्टिविटीज जैसे एजूकेशनल टूर, पिकनिक, इंडस्ट्रियल टूर, एडवेंचरस स्पो‌र्ट्स आदि में क्या सावधानियां बरतनी चाहिए, इस पर सुझाव मांगा है। सुझाव ई मेल एड्रेस cppiisection@gmail.com पर भेज सकते हैं। इसके अलावा डाक द्वारा सीधे यूजीसी के ऑफिस भी भेज सकते हैं।

8 प्वाइंट्स पर मंगे गए सुझाव

यूजीसी ने कुछ 8 प्वाइंटस पर सुझाव मांगे हैं। सुझावों में यह बताना होगा कि ऐसे मौके पर शिक्षण संस्थानों, अभिभावक और स्टूडेंट्स के क्या-क्या दायित्व होने चाहिए। ताकि उनकी रिस्पोंसिबिलिटी तय की जा सके। यूजीसी ने कैंपस के अंदर, हॉस्टल में, कैंपस में आते-जाते, कैंपस के बार की एक्टिविटीज, वूमेन सिक्योरिटी, समेत 8 प्वाइंट्स पर सुझाव मांगा है।