- हिंदी के पेपर में पूछे गए थे गलत क्वेश्चंस
- क्वेश्चन के जवाब में दिए गए उत्तर गलत थे
<- हिंदी के पेपर में पूछे गए थे गलत क्वेश्चंस
- क्वेश्चन के जवाब में दिए गए उत्तर गलत थे
BAREILLY:
BAREILLY: प्रोफेशनल एग्जाम में लापरवाही थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसा लगता है पेपर सेट करते वक्त तथ्यों का परीक्षण नहीं किया जाता। संडे को कंडक्ट किए गए टीजीटी के एग्जाम में हिंदी के पेपर में दो क्वेश्चन गलत पूछे गए। एग्जाम देने आए कैंडिडेट्स काफी देर तक इन दोनों क्वेश्चंस को लेकर उलझे रहे। उनको समझ में नहीं आया तो उन्होंने क्वेश्चन छोड़ दिया। कई कैंडिडेट्स ऐसे भी थे जिन्होंने उसे अटेंप्ट कर गलत ऑप्शन चूज कर लिया। एग्जाम खत्म होने के बाद जब पेपर एक्सपर्ट को दिखाया गया तब मालूम पड़ा कि वे गलत पूछे गए हैं। ऐसे में अब कैंडिडेट्स इन क्वेश्चंस के बदले फुल मार्क्स देने की मांग कर रहे हैं।
ऑप्शन ही गलत दिए गए थे
टीजीटी ख्0क्भ् के तहत संडे को दो सब्जेक्ट्स हिंदी और इंग्लिश का एग्जाम कंडक्ट किया गया। हिंदी के बुकलेट बी सीरिज में दो गलत क्वेश्चंस पूछे गए थे। क्वेश्चन नम्बर क्क्7 था कि बिनु पग चलै सुनै बिनु्र काना। इसमें कौन सा अलंकार है। इसके जवाब के लिए चार ऑप्शन असंगति, श्लेष, रूप और वक्रोक्ति दिए गए थे। जय नारायण इंटर कॉलेज के शिक्षक डॉ। गोविंद दीक्षित ने बताया कि दिए गए चारों ऑप्शन गलत हैं। जबकि सही आंसर विभावना अलंकार है। वहीं क्वेश्चन नम्बर क्ख्भ् था कि निम्न में से मनौवैज्ञानिक उपन्यासकार किसे कहा जा सकता है। इसके जवाब में चार ऑप्शन इलाचंद्र जोशी, जैनेंद्र, अज्ञेय और मनोहरश्याम जोशी दिए गए थे। डॉ। गोविंद दीक्षित ने बताया कि दिए गए चार में से पहले तीन ऑप्शन सही हैं। ऐसे में कैंडिडेट किसी एक को कैसे चूज करे।
गलत एड्रेस से परेशान हुए कैंडिडेट्स
संडे को टीजीटी के अलावा राजस्व विभाग और कानूनगो के लिए भी एग्जाम कंडक्ट कराया गया। अधिकांश स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड पर स्कूल का एड्रेस गलत दिया गया था। जिस वजह से कैंडिडेट्स काफी परेशान भी हुए। बरेली इंटर कॉलेज समेत कई सेंटर्स पर कैंडिडेट्स ने इसको लेकर हंगामा भी किया। कई कैंडिडेट्स ऐसे भी थे, जिन्हें सेंटर ढूंढने में लेट हो गए।