-सिटी में दहेज के खातिर दो महिलाओं का जिंदा जला दिया
-बारादरी और सीबीगंज एरिया में हुई वारदातें
BAREILLY: सात जन्मों के बंधन के लिए सात फेरे लिए जाते हैं, लेकिन सिटी की दो महिलाओं का सात जन्मों का बंधन सात महीने में ही समाप्त हो गया। दोनों को दहेज के खातिर जिंदा जला दिया गया। दोनों सनसनीखेज वारदातें बारादरी और सीबीगंज थाना क्षेत्र में सामने आयी हैं। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
केस क्-----
किसी ने नहीं सुनी चीखें
ख्0 वर्षीय दानवती की शादी बारादरी के चक महमूद निवासी मंजे मौर्या से सात महीने पहले हुई थी। मंजे डेलापीर सब्जी मंडी में दुकान लगाता है। दानवती के पिता ओमप्रकाश शाहपुरा, फतेहगंज पश्चिमी में रहते हैं। उसकी ससुराल में ससुर मुन्नालाल, सासु धनदेवी, जेठ संजय और जेठानी सीमा रहते हैं। वेडनसडे सुबह करीब क्क् बजे पुलिस को सूचना दी गई कि दानवती की जलकर मौत हो गई है। पति मंजे ने बताया कि दानवती को चक्कर आते थे। वेडनसडे को दानवती गैस पर दूध गर्म कर रही थी। इसी दौरान वह बेहोश होकर गिर गई और आग की चपेट में आ गई। जब उसने धुंआ देखा तो शोर मचाया और पानी डालकर आग बुझाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक दानवती की मौत हो चुकी थी। लेकिन सवाल खड़ा होता है कि इतना होने के बाद भी किसी को दानवती की चीखें नहीं सुनायी दीं।
शादी के बाद से ही मांग रहे थे दहेज
दानवती के पिता ओमप्रकाश का आरोप है कि शादी के बाद से ही पति और ससुराल वाले दहेज के लिए उनकी बेटी को परेशान कर रहे थे। उनकी बेटी को जलाकर मारा गया है।
ख्------------
ग्याहरवें दिन तोड़ा दम
वहीं सीबीगंज के जोगी ठेर में दहेज के खातिर ख्0 वर्षीय जूली सिंह को पति और ससुराल वालों ने जला दिया। जूली की सात महीने पहले ही अमित से शादी हुई थी। जूली का मायका तिलहर में है। जूली के परिजनों का आरोप है ख्भ् जनवरी को जूली को ससुराल वालों ने जला दिया था। उसका रामपुर गार्डन स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। दस दिन जिदंगी और मौत से जूझने के बाद जूली की ट्यूजडे रात मौत हो गई। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है। एसओ सीबीगंज का कहना है कि अभी परिजनों ने कोई तहरीर नहीं दी है। तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।