-बोरी में भरकर रखे गए थे नोट, महिला है सरगना

बरेली : 40 लाख रुपये और डेढ़ किलोग्राम स्मैक के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। बुधवार को तस्करों की मुखिया फतेहगंज पश्चिमी निवासी हफीजन की गिरफ्तारी के लिए भी दबिश दी गई, मगर वह हाथ नहीं आई।

बिथरी चैनपुर के पदारथपुर निवासी राजू और उसका भाई मुन्ना काफी समय से स्मैक तस्करी कर रहा था। मंगलवार देर शाम पुलिस ने दोनों को सेटेलाइट बस स्टैंड के पास पकड़ लिया। तलाशी ली तो दोनों से डेढ़ किलोग्राम स्मैक बरामद हई। इसके बाद घर की तलाशी में 40 लाख नकदी व तीन इलेक्ट्रानिक कांटे बरामद हुए। दोनों ने बताया कि वे फतहेगंज पश्चिमी कस्बा निवासी महिला तस्कर हफीजन के लिए काम करते थे।

तस्कर के भाई ने खोली पोल

हफीजन का पति रफीफ उर्फ मलिक भी बड़ा स्मैक तस्कर है। फरवरी में आधा किलोग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार होने पर उसे जेल भेजा गया था। हफीजन रफीक की दूसरी पत्‍‌नी है। रफीक का भाई भी तस्कर है, मगर हफीजन से मनमुटाव है। रफीक जब जेल गया तो उसे अंदेशा हुआ कि तस्करी का साम्राज्य बनाने के लिए हफीजन ने पुलिस को सूचना दी। तभी से वह बदला लेने की फिराक में था। उसी की सूचना पर पुलिस ने हफीजन के लिए तस्करी करने वाले राजू और मुन्ना को पकड़ लिया।

बेड में बोरी में बंधे मिले रुपये

जिस घर से 40 लाख रुपये बरामद हुए, वह हफीजन का है। किसी को शक न हो इसलिए उसने राजू के नाम से खरीदा था। दबिश के दौरान राजू के बेड में बने बक्से की तलाशी हुई। उसमें सिले हुए बोरे में रुपये रखे थे। यह रकम स्मैक बिक्री की थी। पुलिस को नोट गिनने की मशीन नहीं मिली तो छह पुलिसकर्मियों ने पांच घंटे तक नोट गिने। तीन मंजिल मकान के हर कमरे में एसी लगा हुआ था। दोनों तस्कर ग्रामीणों से कहते थे कि दिल्ली में जरी का काम कर कमाई करते हैं। उसके मकान को आलीशान बनाने के लिए काफी समय से 15 राजमिस्त्री, मजदूर व कारपेंटर काम करते रहे।