- त्रिशूल एयरबेस में गमगीन माहौल में सभी ने दी तीनों शहीदों को श्रद्धांजलि

- एयरफोर्स के आला अफसर, राजनेता और प्रशासनिक अधिकारी भी शामिल

- मॉडल टाउन शमशान भूमि में सैनिक सम्मान संग किया गया अंतिम संस्कार

BAREILLY: इंडियन एयरफोर्स के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर ध्रुव मार्क फ् हादसे में जान गंवाने वाले तीन शहीदों को संडे को त्रिशूल एयरबेस में आखिरी सलामी दी गई। कारगिल विजय दिवस से एक दिन पहले ख्भ् जुलाई को हुए इस दर्दनाक हादसे ने एयरफोर्स को बुरी तरह झकझोर दिया। हादसे के शिकार 7 में से ब् शहीदों के शव सैटरडे को ही उनके पैतृक निवास स्थान भेज दिए गए थे। वहीं अन्य फ् शहीद अधिकारियों को श्रद्धांजलि देने उनके परिजनों समेत पूरा एयरफोर्स स्टाफ त्रिशूल एयरबेस पर उमड़ पड़ा। बेहद गमगीन माहौल में सभी ने नम आंखों से शहीदों को उनके आखिरी सफर की विदाई दी। इस मौके पर शहीदों को श्रद्धाजंलि देने एयरफोर्स के आला अफसरान, राजनेता और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।

बिलखते परिजनों ने किए अंतिम दर्शन

त्रिशूल एयरबेस पर संडे अलसुबह से ही शहीदों को श्रद्धाजंलि देने की तैयारियां शुरू हो गई थी। सुबह 7.फ्0 बजे रिहर्सल शुरू की गई। जिसमें शहीदों की श्रद्धाजंलि कार्यक्रम के हर स्टेप को परखा गया। सुबह 9.फ्0 बजे तिरंगे में लिपटे ताबूतों में शहीदों के शव लाए गए। शहीदों के सम्मान में उन्हें ऑनर परेड भी दी गई। शहीदों के आखिरी दर्शन पर उनके परिजन और रिश्तेदार खुद को रोक न सके। बिलखते परिजनों ने अपनों को अंतिम विदाई दी। इस मौके पर एयरबेस के पूरे स्टाफ ने भी शहीदों को श्ाद्धाजंलि दी।

परिजनों से मिले एयर चीफ मार्शल

शहीदों को श्रद्धांजलि देने दिल्ली से एयरफोर्स के एयर चीफ मार्शल अरुप राहा, वाइस चीफ स्टाफ ऑफ एयर मार्शल आरके शर्मा और एयर इलाहाबाद से ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ सेंट्रल एयर कमान एयर मार्शल जे चौहान और ब्रिगेडियर अनिल शर्मा भी आए। इन आला अफसरान ने शहीदों के परिजनों से मुलाकात की। वहीं राज्य मंत्री अंबिका चौधरी, राज्य मंत्री भगवत शरण गंगवार, सेंट्रल मिनिस्टर संतोष कुमार गंगवार, बरेली डीएम संजय कुमार, एसएसपी जे रविन्द्र गौड और एडीएम सिटी आरपी सिंह भी शहीदों को श्रद्धांजलि देने पहुंचे।

सिर्फ दो शहीदों का हुआ अंतिम संस्कार

एयरबेस पर श्रद्धांजलि के बाद दो शहीदों विंग कमांडर टीएनबी सिंह और जूनियर वारंट ऑफिसर पी मुखर्जी का मॉडल टाउन शमशान भूमि में अंतिम संस्कार किया गया। वहीं कॉरपोरल मनोज यादव के पिता ने ऐन मौके पर अपने बेटे का अंतिम संस्कार पैतृक निवास स्थान में ही करने की मांग की। जिस पर एयरफोर्स के अधिकारियों ने उन्हें मनाने की काफी कोशिश की। लेकिन पिता की जिद पर एयरफोर्स ने शहीद का शव जहाज से जयपुर रवाना किया।

आसमां भी रोया शहादत पर

हेलीकॉप्टर हादसे में जान गंवाने वाले शहीदों की शहादत पर संडे को आसमां भी रो दिया। त्रिशूल एयरबेस से दोनों शहीदों के शव करीब सवा एक बजे मॉडल टाउन शमशान भूमि लाए गए। यहां शहीदों के परिजन, एयरफोर्स के जवान-अधिकारियों के अलाव भारी तादाद में भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान शहर के इस हिस्से को गहरे काले बादलों ने पूरी तरह ढक लिया। करीब फ् बजे जैसे ही शहीदों के शवों को चिता पर रखा गया वैसे ही मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। लगा मानो आसमान ने भी शहीदों की शहादत पर आंसू गिराए हो। फ्.क्भ् बजे जैसे ही शवों को मुखाग्नि दी गई बारिश भी थम सी गई। शहीदों के सम्मान में एक और जवानों ने अपनी बंदूके जमीन पर नीचे टिका दी वहीं हवाई फायर कर उन्हें सम्मान दिया गया।