- एडीएम सिटी के साथ हुई ट्रांसपोर्टर्स की बैठक

- बैठक में भी दो गुटे में बंटे ट्रांसपोर्टर्स

BAREILLY: सिटी के सभी ट्रांसपोर्टर्स को अपने वाहनों के साथ टीपीनगर शिफ्ट करने का सपना देख रहा एडमिनिस्ट्रेशन के सामने काफी चुनौतियां दिख रही हैं। आलम यह है कि थर्सडे को एडीएम सिटी के साथ ट्रांसपोर्टर्स की हुई बैठक में ट्रांसपोर्टर दो गुट में बंट गए। वहीं ट्रकयूनियन के सदस्य किसी दूसरी धारा में ही बहते दिखे। एडमिनिस्ट्रेशन जहां समय के साथ टीपीनगर में सारी सुख सुविधाएं ट्रांसपोर्टर को दिए जाने की बात कह रहा है। वहीं ट्रांसपोर्टर अपनी शर्तो के साथ टीपीनगर शिफ्ट होने की हामी भर रहे हैं। इस शर्त में शामिल है बड़ा बाइपास। अब देखने वाली बात यह है कि आने दिनों में क्या एडमिनिस्ट्रेशन टीपी नगर बसाने में कामयाब हो पाता है या फिर उनका यह प्रयास सिर्फ बैठक तक ही सिमट कर रह जाता है।

दो की जगह एक नहीं स्वीकार

दरअसल सिटी में दो ट्रांसपोर्टर यूनियन है। एक श्यामगंज और दूसरा किला। क्998 में मास्टर प्लान के तहत सिटी में एक नहीं दो ट्रांसपोर्ट नगर बसाने की बात थी। श्यामगंज के लिए टीपीनगर और किला ट्रांसपोर्टरों के लिए परसाखेड़ा, लेकिन समय के साथ एडमिनिस्ट्रेशन सिटी के सभी ट्रांसपोर्टरों को टीपीनगर ही शिफ्ट करने की सोच रहा है। ट्रांसपोर्टरों के बीच इस बात को लेकर रस्साकसी चल रही है। कुछ ट्रांसपोर्टर का कहना है कि एडमिनिस्ट्रेशन सिर्फ श्यामगंज में खड़े ट्रकों को ही अपना निशाना बनाता है, जबकि किला क्षेत्र में कार्रवाई करने से बचती है।

दुकानदारों के खिलाफ भी हो कार्रवाई

इतना ही नहीं श्यामगंज में स्पेयर पा‌र्ट्स की दुकानों के सामने खड़ा होने वाले सिर्फ ट्रकों पर कार्रवाई होने से नाराज ट्रांसपोर्टर्स ने दुकानदारों के खिलाफ भी एक्शन लिए जाने को कहा। इनका कहना है कि दुकान के सामने जितने भी ट्रक खड़े होते है उनकी परमीशन से। एडमिनिस्ट्रेशन को चाहिए कि उनके खिलाफ भी नोटिस जारी करे। अगर ट्रांसपोर्टरों को टीपी नगर शिफ्ट किया जा रहा है तो उन्हें भी वहां शिफ्ट किया जाना चाहिए।

कुछ जाने को तैयार बशर्ते

कुछ ट्रांसपोर्टर्स का कहना है कि ट्रांसपोर्टर्स तभी टीपीनगर जाएंगे जब बड़ा बाइपास फ्लाईओवर चालू हो जाएगा। क्योंकि ऐसा नहीं होने पर तमाम तरह की प्रॉब्लम्स होगी। इतना ही नहीं ट्रांसपोर्टरों के और भी कई शर्ते है, जिनमें मैक्सिमम ट्रांसपोर्टर प्लाट का एलॉट ना होना, टूटी सड़कें, पानी और बिजली की समस्या, गाडि़यों की मरम्मत सहित तमाम तरह के प्रॉब्लम्स है। दोनों ट्रांसपोर्ट यूनियन को मिलाकर सिटी में ट्रांसपोर्टरों की संख्या करीब क्भ्0 के करीब है। सिटी से ओवर ऑल परडे ख्0 हजार ट्रक क्रास करते है। जबकि सिटी में विभिन्न कामों से क्,000 ट्रकों की इंट्री होती है। ट्रांसपोर्टर्स की मांगी लिस्ट

वहीं दूसरी तरफ एडमिनिट्रेशन कुछ भी करके ट्रांसपोर्टर्स को टीपीनगर भेजने की जुगत में लगा हुआ है। इसके लिए वह टीपीनगर में मौजूद सारी समस्याओं को दूर करने की बात कह रहा है। एडीएम सिटी ने इसके लिए बीडीए से सभी ट्रांसपोर्टरों की लिस्ट मंगाई है। एडीएम सिटी का यह भी कहना है कि जिन्हें प्लॉट एलॉट हो गया है वो पहले शिफ्ट हो जाएं। जो गलत ढंग से वहां पर है उन्हें चिन्हिृत कर हटाया जाएगा।

ट्रांसपोर्टरों के टीपीनगर जाने से सिटी की ट्रैफिक समस्या में काफी सुधार होगा। टीपीनगर में जो बेसिक प्रॉब्लम्स है उसे सही किया जाएगा। ट्रांसपोर्टरों की यह जिम्मेदारी बनती है कि वे टीपीनगर शिफ्ट होने में सहयोग करें।

- आरपी सिंह, एडीएम सिटी

हम लोगों को टीपीनगर जाने में कोई प्रॉब्लम्स नहीं है, लेकिन हम लोगों की कुछ शर्ते है, जिसके बाद ही हम वहां जाने की पहल करेंगे।

- अमजद सलीम, प्रेसीडेंट, द बरेली ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन

शहर में इज्जतनगर, किला, डेलापीर, परसाखेड़ा, रेलवे लोडिंग प्वॉइंट तमाम जगह ट्रक खड़े होते हैं, लेकिन सिर्फ श्यामगंज खड़े होने वाले ट्रक के खिलाफ ही कार्रवाई होती है। जहां ट्रक खड़े हो रहे हैं उन शॉप ओनर के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए।

- अमर जीत सिंह बख्शी ' पिंका', महासचिव, ट्रक यूनियन