सिग्नल ओवरशूट कर वाहनों को रौंदती गई ट्रेन, पांच की मौत
- जाम के कारण बंद नहीं हो सका था हुलासनगरा रेलवे फाटक
-चंडीगढ़-लखनऊ एक्सप्रेस का पायलट व लोको पायलट सस्पेंड, नींद के कारण हादसे का अंदेशा
बरेली : हुलासनगरा रेलवे क्रासिंग पर लगे जाम और लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के स्टाफ की लापरवाही से गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। जाम के कारण रेल फाटक बंद नहीं होने से सिग्नल क्लीयर नहीं था, लेकिन चालक व सहायक ने इसकी अनदेखी की और 102 प्रति किमी की स्पीड से दौड़ रही लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस वाहनों से जा टकराई। हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई। ट्रेन का इंजन पटरी से उतर गया। छह घंटे बाद इस रूट पर रेल यातायात सुचारू हो पाया। देर शाम चालक व सहायक को सस्पेंड कर दिया गया। माना जा रहा है कि दोनों को झपकी आ गई, जिस कारण हादसा हुआ।
बंद नहीं हो सका फाटक
बिलपुर स्टेशन से निकलकर लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस गुरुवार सुबह 5.20 बजे हुलासनगरा रेलवे क्रासिंग की ओर जा रही थी। दिल्ली-लखनऊ राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित इस क्रासिंग पर फोरलेन का काम अधूरा रहने से अक्सर जाम लगा रहा है। गुरुवार सुबह को भी यही स्थिति थी। ट्रेन आने की सूचना हुई, मगर जाम के कारण गेटमैन जितेंद्र कुमार यादव फाटक बंद नहीं कर सका। इस कारण सिग्नल क्लीयर नहीं हुआ, इसके बावजूद ट्रेन के लोको पायलट (चालक) मोहम्मद मुस्लिम, सहायक लोको पायलट संजय कुमार ने गौर नहीं किया। सिग्नल ओवरशूट करते हुए ट्रेन खुले फाटक में फंसे तीन ट्रकों व दो बाइकों से जा टकराई। चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाए, मगर तक तक देर हो चुकी थी। हादसे में सभी वाहनों के परखचे उड़ गए। इंजन पटरी से उतर गया। ट्रेन में सवार यात्रियों को हल्की चोटें आई तो चीख-पुकार मच गई।
रोकी गई ट्रेनें
आनन-फानन कंट्रोल को सूचना कर इस रूट की ट्रेनों को पीछे ही रोक दिया गया। राहत एवं बचाव कार्य के लिए रोजा से एक्सीडेंट रिलीफ टीम भेजी गई। लखनऊ-चंडीगढ़ एक्सप्रेस के लिए दूसरा इंजन मंगवाया गया। इसके बाद ट्रैक मरम्मत हुई, जिससे 10 ट्रेनों का यातायात प्रभावित रहा।
डीआरएम ने कहा, लोको पायलट की लापरवाही
मौके पर पहुंचे मुरादाबाद रेल मंडल के प्रबंधक (डीआरएम) तरुण प्रकाश ने आरंभिक जांच में माना कि लोको पायलट मोहम्मद मुस्लिम व सहायक लोको पायलट संजय कुमार की लापरवाही से हादसा हुआ। सिग्नल ओवरशूट किया गया है। दोनों को सस्पेंड करते हुए मंडल स्तरीय जांच कराई जा रही। साथ ही उत्तर रेलवे मुख्यालय, बड़ौदा हाउस ने भी प्रकरण का संज्ञान लिया है। तीन चीफ इंजीनियरों की टीम जांच के लिए भेजी गई है। लोको पायलट और सहायक लोको पायलट, गेटमैन जितेंद्र कुमार का मेडिकल कराया गया है। लोको पायलट व सहायक लोको पायलट मुरादाबाद का है। ये दोनों वहीं से ट्रेन लेकर लखनऊ के लिए चले थे।
हादसे में इनकी हुई मौत
हादसे में तिलहर निवासी बाइक सवार सदाकत, उनकी पत्नी गुलिस्ता, बेटे हामाद की मौत हो गई। बरेली जाते समय उनकी बाइक खुले फाटक में फंस गई थी। पंजाब के साहिबजादा अजीत सिंह नगर (मोहाली) के वार्ड नंबर छह निवासी चालक सत्येंद्र सिंह का ट्रक भी फंसा था। ट्रेन की टक्कर से उनकी भी मौत हो गई। जबकि हुलासनगरा गांव निवासी प्रेमपाल उस वक्त पैदल ट्रैक पार कर रहे थे। वह भी हादसे का शिकार हो गए। एक अन्य बाइक सवार हरदोई निवासी गौरव घायल हो गए।
मुख्यमंत्री ने जताया दुख
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हादसे पर दुख प्रकट किया। शाहजहांपुर के डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री ने मृतकों के स्वजन को दो-दो लाख रुपये देने का एलान किया है।
हुलासनगरा रेलवे क्रासिंग के हालात
हुलासनगरा रेलवे क्रासिंग शाहजहांपुर व बरेली जिले की सीमा पर है। उसका एक हिस्सा बरेली के फतेहगंज पूर्वी क्षेत्र में आता है जबकि दूसरा शाहजहांपुर के मीरानपुर कटरा क्षेत्र में। दोनों छोर पर फोरलेन का काम 10 साल से अधूरा पड़ा है। ओवरब्रिज बनाया जाना है, उसका काम भी 70 फीसद ही हो चुका है। रास्ता संकरा होने के कारण इस फाटक पर लगातार जाम लगता है।