दशक का दम
बरेली : नये साल के आगाज पर हम शहर की ट्रैफिक की स्थिति की बात करें तो बेशक बदलाव हुआ है। पिछले दस साल में रफ्तार धीमी जरूर रही, लेकिन 2020 में जब हम पीछे मुड़कर देखते हुए तो कई बदलाव नजर आते हैं, तो कई समस्याएं अभी भी बरकरार हैं, जिनसे हमें निपटना है। हिचकोले खाती हुई आगे बढ़ी ट्रैफिक व्यवस्था से बरेलियंस का सफर आसान हुआ है। उम्मीद है कि यह आगे और भी सुखमय होगा, क्योंकि कई प्रस्ताव पेंडिंग पड़े हुए हैं जिन्हें अभी पूरा होना है।
दो सेक्टरों में बंटा शहर
बरेलियंस को जाम से निजात दिलाने के लिए शहर को दो सेक्टर में बांट दिया गया है। इसमें यातायात विभाग ने तय किया है कि ऑटो ड्राइवर अपने-अपने एरिया में ऑटो चलाएंगे। इस नई व्यवस्था के तहत एक सेक्टर में चलने वाले ऑटो दूसरे सेक्टर में नहीं जा सकेंगे। जिससे सड़कों पर ऑटो की संख्या नियंत्रित होगी और पब्लिक को जाम की समस्या नहीं होगी। वहीं, दूसरे सेक्टर में ऑटो चलते पकड़े गए ऑटो ड्राइवर पर जुर्माना लगेगा।
कॉमन कंट्रोल एंड कमांड सेंटर
इस साल बरेलियंस को ट्रैफिक रूल्स तोड़ना ज्यादा भारी पडे़गा। हालांकि इससे रूल्स फॉलो करना लोगों की आदत में आएगा। स्मार्ट सिटी के तहत एक प्रस्ताव हाल ही में पारित हुआ है, जिसमें जाम से निपटने के लिए शहर के हर चौराहे पर सेंसर लगाए जाएंगे। जिससे ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों का चालान अब सीधे उनके घर पर ही आएगा। इस व्यवस्था के चलते लोग ट्रैफिक रूल्स फॉलो करेंगे। खासतौर पर पुलिसकर्मी इससे बच नहीं सकते।
पार्किग व्यवस्था नहीं
सालों से शहर में पार्किंग व्यवस्था न हो पाने की वजह से लोग अपनी गाडि़यों को बेतरतीब ढंग से सड़क किनारे खड़ा कर देते हैं, जिससे जाम लग जाता है। जब ट्रैफिक महकमा लोगों की गाडि़यां उठाता है। तब पार्किंग के लिए गाड़ी मालिक ट्रैफिक पुलिस से उलझ पड़ते हैं। ऐसे में विभाग को उन्हें समझाना बेहद मुश्किल हो जाता है। लिहाजा ट्रैफिक महकमा नगर निगम से शहर में नए पार्किंग स्थल बनाने की मांग में जुटा है। ताकि इस साल तक शहर में पार्किंग स्थल मिल सके।
ट्रैफिक सिग्नल बंद
शहर में चौकी चौराहा, अय्यूब खां, कुतुबखाना, सैटेलाइट, चौपुला, मिनी बाईपास तिराहा और बीसलपुर चौराहे पर जाम से निपटने के लिए टै्रफिक सिग्नल लगाए गए हैं। इसमें दो प्रमुख चौराहों को छोड़कर अधिकांश ट्रैफिक सिग्नल फेल पड़े हैं। अय्यूब खां चौराहे, कुतुबखाना, चौपुला और सैटेलाइट चौराहे पर ज्यादा हादसे होते हैं।
जाम से काफी राहत
शहर में ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों से भारी चालान वसूला जाता है। इसके लिए विभाग अक्सर शहर में संबधित थाना पुलिस की मदद से चेकिंग अभियान चलाता है। चौराहों पर टै्रफिक की स्थिति से निपटने के लिए महकमे के पास दो टीआई, 15 एचसी, 5 टीएसआई, 13 एचसीपी और 51 कांस्टेबल हैं, जोकि पूरे शहर में ट्रैफिक की स्थिति कंट्रोल करते हैं। खासतौर पर शहर में बड़ा बाजार, कोहाड़ापीर, चौपुला, किला पुल, फिनिक्स मॉल, सैटेलाइट पर अक्सर जाम लगता है।
यातायात विभाग ट्रैफिक से निपटने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। इसके लिए कई विभागों से संबंध स्थापित किए गए हैं। जल्द ही सड़क पर चलने वाले वाहनों की रफ्तार बढ़ेगी। मगर रूल्स तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जाती रहेगी।
सुभाषचंद्र गंगवार, एसपी ट्रैफिक