(बरेली ब्यूरो)। शहर में ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त होती नजर आ रही है। लोगों को जाम के झाम से राहत मिलती नहीं दिख रही है। बरेलियंस की सुविधा के लिए बनाया गया स्मार्ट सिटी का प्लान अब लोगों के लिए बड़ी प्रॉब्लम साबित हो रहा है। शहर के मुख्य चौैराहों पर लगी हुई ट्रैफिक लाइट्स मात्र शोपीस बनकर रह गईं हैं। इनकी मॉनिटरिंग की बात कही जा रही है, लेकिन इसके बाद भी ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने में सिस्टम फेल होता नजर आ रहा है। जिम्मेदार भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की टीम द्वारा तैयार की गई ग्र्राउंड रिपोर्ट :

हर तरफ लगा है जाम का झाम
शहर के मुख्य चौराहों पर सुबह-शाम जाम लग रहा है। चौकी चौराहा और पटेल चौक पर स्थिति और भी ज्यादा बुरी है। पटेल चौक पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की तरफ से स्काई वॉक बनाया जा रहा है और चौकी चौराहा पर रोटरी का ट्रायल किया जा रहा है।

जिम्मेदारों की नजर में सब ओके
शहर में ट्रैफिक का अव्यवस्थित ढंग से संचालन किया जा रहा है। कुछ जगहों पर लोग ट्रैफिक लाईट को फॉलो करने की कोशिश करते हैं तो उसमें सामने काउंटिंग ही नहीं आ रही है। इस से वाहन सवार दुविधा में पड़ रहे हैं। इसकी वजह से वे इधर-उधर गाड़ी मोड़ दे्रेते हैं और हादसे का शिकार हो जाते हैं। शहरों में टै्रफिक लाइट्स इसलिए लगाई जाती है कि यातायात कंट्रोल रहे, लेकिन सिटी की सडक़ों पर ये ही लाइट्स पब्लिक के लिए मुसीबत खड़ी कर रही हैं। जिम्मेदारों की मानें तो सब ठीक चल रहा है।

यहां लगी हैं ट्रैफिक लाईट
शहर में स्मार्ट सिटी के तहत 17 चौराहों पर ट्रैफिक लाइट लगाई गई र्थं। इनमें बीसलपुर चौराहा, डोहरा रोड, बरेली कॉलेज, बरेली गेट, डेलापीर रोड, इज्जतनगर चौराहा, परसाखेड़ा चौराहा, सेटेलाईट तिराहा, मिनी बाईपास, चौपुला चौराहा, सौ फुटा रोड, कारगिल रोड, शील चौराहा, सेलेक्शन प्वाइंट चौराहा, सर्किट हाउस चौराहा, मालियों की पुलिया, सूद धर्म कांटा और ईंट पजाया चौराहा आदि शमिल हैं।

सीन-1, चौपुला चौराहा
यहां पर लगी ट्रैफिक लाइट्स रुकने का संकेत कर रही हैं। लेकिन कोई उन्हें फॉलो करता नजर नहीं आ रहा है।

सीन-2, सर्किट हाउस चौराहा
यहां पर लगी ट्रैफिक लाइट को देखकर कुछ लोग रुकते हैं तो कुछ लोग सिगनल्स को जंप भी कर रहे हैं।


सीन-3, सेटेलाइट तिराहा
यहां पर लोग ट्रैफिक लाइट्स को जरा भी फॉलो नहीं कर रहे हैं। ऐसे में ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम धड़ाम हो चुका है।


वर्जन
शहर में जगह-जगह लगी ट्रैफिक लाइट्स लोगों को कंफ्यूज कर रही हैं। समझ नहीं आता है कि कहां रुकना है और कहां गाड़ी बढ़ानी हैं
- खेमराज

शहर में ट्रैैफिक की सिचुएशन अच्छी नहीं है। लोगों को थोड़ी दूरी को कवर करने मे भी काफी समय लग रहा है। यातायात व्यवस्था दुरुस्त होनी चाहिए।
-प्रशांत

ट्रैफिक बरेलियंस की मुख्य समस्या बन चुकी है। जाम की वजह से शहर के एक चौराहे से दूसरे तक पहुंचने में काफी समय वेस्ट हो रहा है।
-आसिम

शहर में ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कार्य किया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम भी सहयोग कर रहा है।
-राम मोहन सिंह, एसपी टै्रफिक

शहर में लगी ट्रैफिक लाइट्स की मॉनीटरिंग की जा रही है। लोगों को कोई समस्या न हो इस पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
-अभिषेक आनंद, नगर आयुक्त, नगर निगम