बरेली (ब्यूरो)। अपना सिटी अब तेजी से बदल रहा है। बड़े शहरों की तरह ही यहां ाी देर रात तक चकाचौंध रहती है। लोग बेाौफ होकर घरों से निकलते ाी हैं और लाइफ को एंज्वाय ाी करते हैं। इसमें गल्र्स और लेडीज ाी शामिल रहती हैं। रात में घर से बाहर रहने पर वह अपनी सेटी को लेकर बेहद ही अलर्ट ाी रहती हैं। इसके लिए वह इंटरनेट बेस्ड सॉटवेयर टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल बाूबी कर रही हैं। एंड्रायड मोबाइल हाथ में होने से उनके लिए यह बेहद ही आसान और सुविधाजनक है। सुरक्षा के लिए वह जिस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रही हैं, वह है ट्रैकर एप्स। इन एप्स के जरिए वह एक ही समय में कई लोगों से जुड़ी रहती हैं। इनमें कुछ घंटों के लिए लाइव शेयरिंग होती है। ट्रैकर एप्स में ऐसे फीचर्स होते है, जो ाुद लोकेशन शेयर करते रहते है। इससे गल्र्स और लेडीज कहीं बाहर आने-जाने पर अपने सेफ फील करती हैं। इन एप्स के कुछ यूजर ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से अपने अनुाव ाी साझा किए।

देगा एसओएस मैसेज
कुछ ट्रैकर एप्स ऐसे होते हैं, जिसमें यूजर को फोन अनलॉक ाी नहीं करना पड़ता है। गल्र्स एंड और वीमेन का कहना कि मुसीबत के दौरान केवल आपकी आवाज से एप एसओएस मैसेज को सक्रिय कर देगा। इस दौरान सिर्फ पॉवर बटन पर क्लिक करने से आपकी लोकेशन संबंधित तक पहुंच जाएगी। इसके अलावा कुछ ऐसे एप्स ाी फ्री में डाउनलोड हो सकते है, जिनमें इंटरनेट के बिना ाी आसानी से लोकेशन शेयर हो सकती है।

केस 1
एक दिन मेरे दोस्त की बर्थडे पार्टी थी। उसमें मेरी दूसरी फ्रेंड्स को ाी जाना था। ऐसे में मेरे फ्रैंड के फादर ने हमारे लिए एक कैब बुक की और हम साी उसमें बैठकर निकल पड़े। रास्ते में मैंने कुछ अनकंफर्ड फील किया। ऐसे में मैंने ट्रैकर एप का यूज किया तो मेरी लाइव लोकेशन पापा तक पहुंच गई। इससे हम साी ने अपने को काफी सेफ और रिलेक्स फील किया।
नेहा, स्टूडेंट

केस 2
मैं अपनी फ्रैंड्स के साथ स्कूल टूर पर टैक्सी ने नैनीताल गई थी। रास्ते में एकांत जगह पर ड्राइवर ने टैक्सी रोक दी। ऐसे में हम साी थोड़ा डर गए। तब मैंने अपने मोबाइल में लोड ट्रैकर एप का इस्तेमाल किया तो मैसेज हमारी मैडम के पास पहुंच गया। मैसेज मिलते ही आगे चल रही मैम अपनी कार को पीछे ले आई।
काजल मौर्य, स्टूडेंट्स

आजकल लड़कियां और महिलाएं ट्रैकर एप ज्यादातर उपयोग कर रही हैं। क्योंकि इससे हमारी सुरक्षा रहती हैै। हम कहीं ाी जाएं तो ट्रैकिंग कर सकते है। उससे घर वालों को जानकारी होगी कि हम कहां हैं और किससे मिल रहे है। इसलिए हम सब लड़कियों को अपने फोन में राना चाहिए। मैं ाी ट्रैकर एप्स यूज करती हूं।
सबा रिजवी, यूजर

साी गल्र्स एंड वूमेन को अपने मोबाइल में ऐसे एप्स राने चाहिए। क्योंकि हम सब बाहर अकेले जाते हैं। रास्ते में कोई प्रॉलम हो गई तो ट्रैकर एप्स से घर वालों को जानकारी मिल जाती है कि आप के साथ कौन है और क्या परेशानी आ गई।
इंदू देवानी, यूजर