प्लेयर्स के बजाय स्टूडेंट्स लीडर्स को बांट दिए गए ट्रैक सूट
प्लेयर्स ने किया विरोध, कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के पास नहीं कोई जवाब
BAREILLY: बरेली कॉलेज स्टूडेंट्स लीडर्स पर कुछ ज्यादा ही मेहरबान रहता है। अराजकता का मामला हो या फिर खुलेआम गाडि़यां लेकर कैंपस में घूमना, हर मामले में कॉलेज इन पर सेफ हैंड लेकर चलता है। एक नए मामले में एक बार फिर कॉलेज ने इन छात्रनेताओं पर अपनी उदारता का मुजाहिरा पेश किया है। जो ट्रैक सूट स्पोर्ट्स एक्टिविटीज में कॉलेज का नाम रोशन करने वाले स्टूडेंट्स को मिलना चाहिए था, उसे स्टूडेंट्स लीडर्स को बांट दिया गया। स्टूडेंट्स को कॉलेज की इस कारस्तानी की खबर मिली तो उन्होंने हंगामा काट दिया। वे विरोध पर उतर आए, जिसका जवाब कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन के पास भी नहीं था।
Faculty match में भी था बोलबाला
इस बार कॉलेज की तरफ से ऑर्गनाइज की गई इंटर फैकल्टी क्रिकेट मैच काफी विवादों से घिरी रही। टीम में स्टूडेंट्स लीडर्स का ही बोलबाला रहा। नवम्बर माह में कॉलेज में हुई आगजनी और पथराव में शामिल कई स्टूडेंट्स लीडर्स रेस्टिकेट हो गए थे, लेकिन वे भी टीम में शामिल थे। साथ ही उनके पहचान वाले भी दूसरों को दरकिनार कर चौके-छक्के लगाते नजर आए। इस पूरे टूर्नामेंट में छात्रनेता और उनके खास ही छाए रहे। खासकर एक विशेष पार्टी के युवा पार्टी के मेंबर्स। मंडे को हुए फाइनल मैच के बाद इनमें शामिल अधिकांश छात्रनेताओं को ट्रैक सूट बांट दिया गया। कुछ को तो पहले ही दे दिया गया था।
इनको मिलता है track suit
ट्रैक सूट सभी को नहीं दिया जाता है। जो यूनिवर्सिटी की टीम में पार्टिसिपेट करता है, उसी प्लेयर को ट्रैक सूट और ब्लेजर देने का प्रावधान है। साथ ही इंटर फैकल्टी मैच में भी पार्टिसिपेट करने वाले प्लेयर को भी कॉलेज ट्रैक सूट प्रोवाइड कराता है। लेकिन इनमें पार्टिसिपेट करने वाले प्लेयर्स की जगह स्टूडेंट्स लीडर्स को ट्रैक सूट दे दिए गए।
Players को नहीं मिला
सेशन खत्म होने को आया लेकिन कॉलेज ने प्लेयर्स को ट्रैक सूट नहीं दिया। जबकि छात्रनेताओं के रसूख के चलते उन पर झट से मेहरबान हो गए। खासकर एक खास पार्टी के युवा दल के। इसके विरोध में कुछ प्लेयर्स उतर आए और उन्होंने स्पोर्ट्स ऑफिसर डॉ। सीरिया एसएम से इस संबंध में सफाई मांगी। ताइक्वांडो प्लेयर विपिन सिंह थापा ने बताया कि वे काफी समय से बाकी प्लेयर्स के साथ कॉलेज से ट्रैक सूट प्रोवाइड करने की मांग करते आए, लेकिन उन्होंने नहीं दिया। अब अचानक क्भ् से ज्यादा छात्रनेताओं को ट्रैक सूट बांट दिया। विपिन ने बताया कि स्टूडेंट्स से फीस तो वसूलते हैं, लेकिन स्पोर्ट्स की फैसिलिटीज उनको मुहैया नहीं कराई जाती हैं। डॉ। सीरिया इस मामले पर जवाब देने से बचते रहे और मामले को नियम के अनुसार बताया।