बिजली कटौती की परेशानी से जूझ रही बरेली की जनता के लिए ट्यूजडे का दिन बेहद मुश्किलों वाला साबित होने वाला है। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल की ओर से बरेली महाबंद के शंखनाद के चलते ट्यूजडे को कई बाजारों पर ताले लटके रहेंगे। ऐसे में सुबह की चाय की प्याली भले ही काली न हो लेकिन उसमें मिठास घोलने को अगर घर में शक्कर कम पड़ गई तो बाजार की दौड़ बेमानी साबित हो सकती है। केमिस्ट एसोसिएशन के भी महाबंद में शामिल होने से समस्या और भी भयावह दिख रही है।

कारोबारियों ने कसी कमर, 50 करोड़ पर लटकेगा ताला

BAREILLY: बिजली को लेकर व्यापारियों के महाबंद से सिटी के मैक्सिमम एरियाज की दुकानों पर ताला लटक सकता है। महाबंद को सफल बनाने के लिए व्यापारी संगठन मंडे को देर शाम तक रणनीति बनाने में जुटे रहे। व्यापारियों के इस बंद का असर सिटी की छोटी और बड़ी सभी दुकानों पर पड़ने की संभावना है। ऐसे में बरलियंस को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए तरसना पड़ सकता है। एक अनुमान के मुताबिक महाबंद से करीब पचास करोड़ रुपये के कारोबार पर असर पड़ने की संभावना है।

क्ब्0 एसोसिएशन बंद में शामिल

यूपी उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल (मिश्र गुट) के सदस्यों ने महाबंद को लेकर मंडे को रणनीति की। श्यामगंज, कुतुबखाना, सिविल लाइंस, कालीबाड़ी, बड़ाबाजार, आलमगिरी गंज सहित विभिन्न इलाकों में सपंर्क कर व्यापारियों से दुकानें बंद रखने की अपील की। महाबंद के पक्ष में गारमेंट्स, किराना, स्पेयर पा‌र्ट्स एसोसिएशन सहित क्ब्0 एसोसिएशन शाि1मल हैं।

व्यापारियों ने बनाइर् क्म् टीमें

बंद को सफल बनाने के लिए व्यापारियों ने क्म् टीमें बनाई हैं। एक-एक टीम में 7-8 लोगों को शामिल किया गया है। ये सभी टीमें किला से बड़ा बजार, कुतुबखाना से आलमगिरीगंज, कुतुबखाना से धर्मकांटा, कुतुबखाना से चौकी चौराहा, चौकी चौराहा से कचहरी जंक्शन, मढ़ीनाथ, साहू गोपीनाथ से श्यामगंज कालीबाड़ी, श्यामगंज से डेलापीर, मॉडल टॉउन से संजय नगर, पुराना शहर से सैलानी, राजेंद्र नगर से डीडीपुरम, बिहारीपुर से मलुकपुर, सीबीगंज, कांधरपुर से लाल फाटक, नकटिया से नरियावल और वीआई बाजार से सदर तक निगरानी रखेगी।

भ्000 से अधिक दुकानों पर रहेगा ताला

महाबंद को लेकर शहर की भ्,000 से अधिक दुकानें बंद रहेगी। इसका असर नवाबगंज, बहेड़ी, फरीदपुर आंवला में भी रहेगा। यूपी उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल (मिश्र गुट) के युवा महामंत्री राजेश जसोरिया ने बताया कि सिर्फ सिटी में ही भ्,000 से अधिक दुकानें बंद रहेगी। इसके चलते भ्0 करोड़ रुपये के बिजनेस पर असर पड़ने का अनुमान है। असल में व्यापारियों के दो तरह के एसोसिएशन होते है एक ट्रेड और दूसरा एरिया वाइज एसोसिएशन, ये दोनों ही महाबंद में शामिल है।

आप रहें अलर्ट, तो िमलेगी राहत

महाबंद से कोई परेशानी न हो इसके लिए आपको थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। सुबह क्0 बजे के पहले और शाम भ् बजे के बाद शॉपिंग की जा सकती है। वहीं मेन रोड या फिर मेन मार्केट को छोड़कर गली व मोहल्लों में स्थित दुकानों पर शॉपिंग करना बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।

कोट्स

महाबंद को लेकर संगठन के सदस्य पूरी तरह से तैयार है। इसके लिए टीम तैयार कर ली गई है। किसी के साथ जोर जबरदस्ती नहीं की जाएगी। महाबंद शांतिपूर्वक किया जाएगा।

-राजेंद्र गुप्ता, युवा प्रदेश अध्यक्ष, यूपी उद्योग व्यापार प्रतिनिध मंडल

हमारा यह प्रयास है कि, शहर को प्रॉपर बिजली मिल सके। हमारा यह प्रयास कारगर साबित हो रहा है। कुछ लोग इसका विरोध कर रहे है, जो हमारी जीत का संकेत है।

-राजेश जसोरिया, युवा महामंत्री, यूपी उद्योग व्यापार प्रतिनिध मंडल

मरीजों पर भारी पड़ेगा महाबंद

लाइफ सेविंग ड्रग्स और इमरजेंसी दवाओं की सप्लाई में होगी परेशानी

शहर के प्राइवेट नर्सिग होम व हॉस्पिटल पर रहेगा जबरदस्त दबाव

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क्चन्क्त्रश्वढ्ढरुरुङ्घ:महाबंद की कवायद हजारों मरीजों पर भी भारी पड़ने वाली है। महाबंद के चलते बरेली शहर ही नहीं बल्कि पूरे जिले के करीब ख्800 मेडिकल स्टोर पर ट्यूजडे को ताले लटकेंगे। बरेली डिस्ट्रिक्ट केमिस्ट एसोसिएशन और बरेली महानगर केमिस्ट एसोसिएशन ने मिलकर महाबंद में व्यापारी मंडल का साथ देने का फैसला लिया है। इससे निजी और प्राइवेट हॉस्पिटल व नर्सिग होम में इलाज के लिए जुटने वाली मरीजों की भीड़ प्रभावित होगी। वहीं इमरजेंसी दवाओं और लाइफ सेविंग ड्रग्स के लिए भी परेशानी होने की आशंका है।

ख्800 से ज्यादा मेडिकल स्टोर पर लटकेगा ताला

ट्यूजडे सुबह 9 बजे से महाबंद की औपचारिक घोषणा के साथ ही मेडिकल स्टोर बंद रहेंगे। इनमें पुराने शहर, न्यू सिटी और दूर दराज के गांव से सटे इलाकों के मेडिकल स्टोर भी शामिल हैं। बिजली कटौती की समस्या से परेशान केमिस्ट एसोसिएशन इस महाबंद के लिए जोर लगाए हैं, लेकिन इस एकदिनी बंद के चलते ही करीब भ् करोड़ रुपए की दवाओं की बिक्री नुकसान होगा। जानकारों ने बताया कि इसमें आयुवेर्दिक मेडिकल स्टोर को भी जोड़ लिया जाए तो यह नुकसान करीब 9 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा।

लाइफ सेविंग ड्रग्स की क्राइसिस

महाबंद के चलते खास-ओ-आम मर्ज व बीमारियों की दवा को लेकर लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ेगी। रोजाना बुखार, एलर्जी व एंटीबायोटिक दवाओं की मांग और बिक्री सबसे ज्यादा होती है.बंद के चलते हजारों लोग डॉक्टर से इलाज के बावजूद इन दवाओं के लिए तरसेंगे। वहीं हार्ट से जुड़ी गंभीर बीमारियों, लाइफ सेविंग दवा व इंजेक्शन की भी काफी परेशानी होगी। शहर के सभी थोक व फुटकर मेडिकल स्टोर बंद होने से ऐन मौके पर इमरजेंसी दवाओं के न मिलने से मरीजों की जान पर भी संकट गहराएगा। जिसका फिलहाल कोई विकल्प नहीं है।

हॉस्पिटल्स के मेडिकल स्टोर पर दबाव

शहर के निजी नर्सिग होम्स व हॉस्पिटल के मेडिकल स्टोर पर भी इसका साफ असर देखने को मिलेगा। केमिस्ट एसोसिएशन के जिम्मेदारों ने बताया कि प्राइवेट हॉस्पिटल्स में बने मेडिकल स्टोर भी बंद में शामिल रहेंगे। लेकिन इमरजेंसी दवाओं की सप्लाई यहां से की जाएगी। जिससे हॉस्पिटल के मरीजों की जान को खतरा न हो। लेकिन जिन हॉस्पिटल या नर्सिग होम में मेडिकल स्टोर नहीं हैं वहां के मरीजों को दवाओं के लिए जूझना पड़ सकता है। इसके अलावा जिन हॉस्पिटल्स के मेडिकल स्टोर इमरजेंसी दवाओं की बिक्री करेंगे भी तो वहां लोगों के जुटने से डिमांड बढ़ने और इसके मुकाबले सप्लाई कम होने का भी खतरा है।

कटौती से बर्बाद हो रही दवाएं

पूरे सूबे में बिजली पैदावार की परेशानी और इससे होने वाली कटौती के चलते बड़े मेडिकल स्टोर पर बुरा असर पड़ रहा है। मेडिकल स्टोर की कोल्ड स्टोरेज में रखी जाने वाली कई अहम दवाओं पर प्रॉपर बिजली सप्लाई के बिना खराब होने का खतरा अलग से है। कोल्ड स्टोरेज में हॉर्मोन्स वाली दवाएं, लाइफ सेविंग ड्रग्स, टिटनेस इंजेक्शन, डिप्थीरिया, चिकेन पॉक्स व इंसुलिन समेत ज्यादातर वैक्सीन और लैब केमिकल्स ख् से 8 डिग्री सेल्सियस पर रखी जाती है। रेगुलर बिजली न आने से कोल्ड स्टोरेज बेकार हो रहे और दवाएं व वैक्सीन खराब।

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बिजली कटौती के चलते थोक व फुटकर केमिस्ट को काफी नुकसान हो रहा है। महाबंद में दोनों केमिस्ट एसोसिएशन शामिल हैं। महाबंद को पूरी तरह सफल बनाया जाएगा।

- दुर्गेश खटवानी, प्रेसीडेंट, बरेली महानगर केमिस्ट एसोसिएशन