निकोटीन के चलते स्मोकिंग-खैनी की लत के आगे ज्यादातर शौकीन बेबस ही रहते है। इससे छुटकारा पाने का जतन भी करें तो यह फिर से चपेट में ले लेती है। जिसका मेडिकल पहलू भी है। इसलिए एक्सपर्ट कभी भी अचानक स्मोकिंग-खैनी के यूज को बंद करने पर होने वाले साइड इफेक्ट को जरा भी नजरअंदाज न करने की सलाह देते हैं। दरअसल टोबैको से होने वाले दुष्प्रभाव की भरमार है तो, इस लत को छोड़ने के भी साइड इफेक्ट होते हैं। जिन्हें विड्रॉल सिम्पटम्स कहते हैं। टोबैकोकी लत छोड़ते ही जो नॉर्मल साइड इफेक्ट नजर आते हैं, उनमें चिड़चिड़ापन, सिरदर्द, गुस्सा, बेचैनी, शरीर कांपना, दिमाग की एकाग्रता खत्म होना और शरीर में बेतहाशा दर्द शामिल है।
वर्जन एक्सपर्ट्स
स्मोकिंग करने वाले अगर यह लत जल्द नहीं छोड़ते तो उनके लंग्स अगले 10 साल में ही बेहद कमजोर और खतरनाक स्टेज पर पहुंच जाएंगे। टोबैको की लत को छोड़ने के लिए काउंसलर्स से मदद लें। इच्छाशक्ति मजबूत करें। विड्रॉल सिम्पटम्स में मेडिकल थेरेपी का यूज करें।
- डॉ। सुदीप सरन, फिजिशियन व कॉर्डियोलॉजिस्ट
स्मोकिंग ओरल कैंसर समेत अन्य जानलेवा बीमारियों की जड़ है। ओरल कैंसर के 8 खतरनाक लक्षणों को पहचानना और इसके लिए सावधानी बरतनी चाहिए। वहीं तंबाकू की लत छोड़ने के लिए पक्का इरादा करने के साथ ही परिवार के सपोर्ट का होना भी जरूरी है।
- डॉ। आरके चित्तलांगियां, रेडियोलॉजिस्ट
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