एक-एक सीट पर छह-छह बच्चों का दावा
नर्सरी में एडमिशन के लिए रजिस्ट्रेशन का पहला पड़ाव पूरा हो चुका है। पेरेंट्स को अब इंतजार है फाइनल लिस्ट का। हालांकि, कुछ स्कूलों ने लिस्ट रिलीज कर दी है, लेकिन अधिकांश के अभी पत्ते नहीं खोले हैं। अपने पसंदीदा स्कूलों में बच्चों को प्रवेश दिलाने के लिए पेरेंट्स के क्रेज की स्थिति यह है कि एक-एक सीट पर छह-छह दावेदार हैं। पर लिस्ट आउट होने के बाद ही क्लियर हो पाएगा कि किसे अपने पसंदीदा स्कूल में एडमिशन मिलता है और किसे सेकंड ऑप्शन से ही सैटिसफाई होना पड़ेगा।
100 सीट और 600 रजिस्टे्रशन
जीआरएम कॉलेज में नर्सरी के लिए 100 सीट्स हैं, जिसके लिए 600 रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं। हर दिन रजिस्ट्रेशन के लिए पेरेंट्स स्कूल पहुंच रहे हैं। रजिस्ट्रेशन प्रोसेस कंप्लीट होने के बाद फाइनल लिस्ट प्रिपेयर की जाएगी। सेलेक्शन के लिए बच्चों की कॉमन एक्टिविटीज को खास तरजीह दी जाएगी। अक्सर देखा जाता है कि जिन बच्चों को प्रॉपर स्कूलिंग से पहले प्ले स्कूल में एडमिट कराया जाता है, वह घर में रहने वालों की अपेक्षा ज्यादा एक्टिव होते हैं।
भेजा सेलेक्शन लेटर
हार्टमन स्कूल में नर्सरी के लिए 160 सीट्स हैं। इनके लिए स्कूल में 500 रजिस्ट्रेशन हुए हैं. स्कूल टीचर्स की एक कमेटी ने स्टूडेंट्स को सेलेक्शन करने के साथ स्पीड पोस्ट से सेलेक्शन लेटर सेंड कर दिया है। खास बात यह है कि स्कूल के नोटिस बोर्ड पर फाइनल लिस्ट डिस्प्ले नहीं की गई है। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन का मानना है कि नोटिस बोर्ड पर लिस्ट डिस्प्ले करने पर जिनके बच्चों क ा नाम लिस्ट में नहीं होता है, वह स्कूल में आकर हंगामा करते हैं।
लेस रजिस्ट्रेशन, लेस प्रॉब्लम्स
बिशप कोनरॉड स्कूल में प्री-नर्सरी की 250 सीट्स हैं। स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक ज्यादा रजिस्ट्रेशन होने पर सेलेक्शन करना मुश्किल हो जाता है, ऐसे में इस बार स्कूल ने अवेलबल सीट्स से 15 फार्म ही एक्स्ट्रा सेल किए। इससे पेरेंट्स को ज्यादा परेशानी नहीं होगी। ये एक्स्ट्रा रजिस्ट्रेशंस इसलिए कराए गए हैं ताकि कोई भी सीट वैकेंट न रहे। असल में, कई बार पेरेंट्स 2-3 स्कूल में रजिस्ट्रेशन करवाते हैं, ऐसे में जो सीट बच्चे छोड़ देंगे वह एक्स्ट्रा रजिस्ट्रेशन से ही फिल हो जाएंगी।
डोंट वरी और भी हैं आप्शंस
अगर आपके बच्चे का एडमिशन मनचाहे स्कूल में नहीं होता है, तो नराश होने की जरूरत नहीं है। सिटी में सीबीएसई के 42 और आईसीएसई के 6 स्कूल्स हैं। बच्चे की पढ़ाई सीबीएसई या आईसीएसई बोर्ड में कराने के लिए इन्हें आजमाया जा सकता है। बस एडमिशन से पहले स्कूल में टीचर-स्टूडेंट रेशियो, टीचर्स की क्वालिफिकेशन, प्रीवियस रिजल्ट्स को जरूर चेक करें।
ऑफ किया मोबाइल
स्कूल्स की मानें तो एडमिशन के इस दौर में उनके पास सिफारिशों की भी कमी नहीं है। हालात यहां तक पहुंच चुके हैं कि स्कूल डायरेक्टर्स और प्रिंसिपल्स ने अपने ऑफीशियल मोबाइल नंबर्स क ो ही स्विच्ड ऑफ तक कर दिया है। इतना ही नहीं जिसके फ ोन ऑन भी हैं तो वह अननोन नंबर्स को पिकअप नहीं कर रहे हैं। आलम यह कि स्कू ल्स के पास अधिकारियों से लेकर नेताओं तक की सिफारिशें आ रही हैं।
मोर स्ट्रेंथ, लेस क्वालिटी
यह सही है कि पेरेंट्स अपने बच्चों को सिटी के सबसे ज्यादा पॉपुलर स्कूल्स में कराना चाहते हैं, पर इन स्कूल्स में भी स्ट्रेंथ बढऩे से क्वालिटी में गिरावट आ जाती है। ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि वह अपने बच्चों को ऐसे स्कूल में एडमिट करवाएं, जहां हर सेक्शन में लिमिटेड स्टूडेंट्स ही लिए जाते हों।
आरटीई बना बड़ा सवाल
राइट टु एजुकेशन के तहत प्राइवेट स्कूल्स में 25 परसेंट एडमिशन बीपीएल परिवारों के बच्चों क ो दिए जाने हैं। इसके लिए एडमिशन प्रॉसेस शुरू होने से पहले ही बीएसए को स्कूलों के लिए एक नोटिस जारी करना है। प्रजेंट टाइम में स्कूल्स में एडमिशन प्रॉसेस तो शुरू हो चुका है, पर अब तक बीएसए की ओर से ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। ऐसे में स्कूल्स में यह असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि वह 25 परसेंट सीट खाली छोड़ेंगे या नहीं। स्कूल्स एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक अगर यह 25 परसेंट सीटें भर ली जाती हैं तो बाद में आने वाली बीपीएल एंट्रीज को हम एडमिशन कैसे दे पाएंगे। इसलिए स्कूल्स पहले से ही 25 परसेंट सीटें खाली छोड़ रहे हैं, इससे एडमिशन के दौरान दबाव बढ़ता जा रहा है।
अप्रैल से नेक्स्ट सेशन
सीबीएसई के स्कूल्स में जहां नेक्स्ट सेशन अप्रैल से शुरू होना है, वहीं आईसीएसई के स्कूल्स में तो मिड मार्च से ही नेक्स्ट सेशन स्टार्ट हो जाएगा। इसके लिए स्कूल्स में फरवरी से ही एडमिशन प्रॉसेस पूरा होना शुरू हो जाएगा। मार्च तक तो सभी स्कूल्स में नर्सरी के सभी एडमिशंस पूरे कर लिए जाएंगे। इस बीच ही एडमिशन लिस्ट, फी सब्मिटिंग, बुक्स, यूनिफॉर्म आदि के सभी काम पूरे हो जाएंगे।
अबेलेवल सीट्स और रजिस्ट्रेशंस
स्कूल सीट्स रजिस्ट्रेशन
जीआरएम 100 600
हार्टमन कॉलेज 160 500
सेंट मारिया 100 300
सेंट फ्रांसिस 150 400
बिशप कोनराड 250 265
बीबीएल स्कूल 100 200
एसआर इंटरनेशनल 30 90
ऐसे तय होगी प्रियॉरिटी
-कौन स्कूल के पास में रहता है।
-जिसके भाई-बहन पहले से स्कूल में हों।
-गल्र्स को दी जाएगी प्रिफरेंस।
-जो बच्चे पहले से प्ले स्कूल में पढ़ रहे होंगे।
-बच्चों की एक्टिविटीज को वॉच किया जाएगा।
(डिफरेंट स्कूल्स के प्रिंसिपल्स के अनुसार)
स्कूल में नर्सरी एडमिशन को लेकर प्रॉसेस तो शुरू हो चुका है, सेलेक्टेड स्टूडेंट्स को स्पीड पोस्ट से लेटर भेजा जा चुका है। मिड मार्च तक एडमिशन प्रॉसेस पूरा हो जाएगा और क्लासेज स्टार्ट कर दी जाएंगी।
-डॉ। हरमन मिंज, प्रिंसिपल, हार्टमन कॉलेज
रजिस्टे्रशन के लिए पांच दिन का समय दिया गया था, हमारे डिजायर्ड रजिस्ट्रेशंस आ चुके हैं। फरवरी में स्कूल में एडमिशन प्रॉसेस शुरू होगा और अप्रैल से नेक्स्ट सेशन शुरू हो जाएगा।
-फादर ग्रेगरी मास्करहंस, प्रिंसिपल, बिशप कोनरॉड
स्कूल में रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस पूरा हो चुका है। एडमिशन के लिए स्कूल के पास में रहने वाले एप्लीकेंट्स, जिनके भाई-बहन स्कूल में पढ़ते हों, सीबीएसई के नॉम्र्स के मुताबिक उन्हें ही प्रिफर किया जाएगा।
-दीपक अग्रवाल, प्रिंसिपल, बीबीएल स्कूल
रजिस्ट्रेशन प्रॉसेस ओवर होने के बाद भी पेरेंट्स स्कूल में पहुंच रहे हैं, ऐसे में स्टूडेंट-टीचर रेशियो बनाए रख पाना मुश्किल हो रहा है, पर स्कूल अपनी क्वालिटी बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
-राजेश अग्रवाल, डायरेक्टर, जीआरएम
स्कूल में नर्सरी के लिए 300 रजिस्ट्रेशंस हो चुके हैं। अब तो फाइनल लिस्ट निकाली जाएगी। एडमिशन प्रॉसेस मार्च तक कंप्लीट कर लिया जाएगा।
-सिस्टर विक्टोरिया, प्रिंसिपल, सेंट मारिया गोरेटी
Report by: Nidhi Gupta