बरेली (ब्यूरो) I
पुलिस को चकमा देने के लिए पशु तस्कर आए दिन नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। कभी कंटेनर तो कभी टैंकर से पशु तस्करी करते तस्करों को पुलिस ने दबोचा भी, इस बार सीबीगंज पुलिस ने एक ट्रक मेें भरे 21 गोवंशीय पशुओं को पकडऩे के साथ तीन तस्करों को भी दबोच लिया। पकड़े गए तीनों तस्कर मुरादाबाद और मेरठ के रहने वाले हैं। पुलिस ने तीनों तस्करों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।
पशु क्रूरता अधिनियम में केस
सीबीगंज पुलिस ने बताया कि सुबह दस बजे सूचना मिली कि रामपुर की ओर से लखनऊ को जाने वाले बंद बाडी ट्रक से गोवंशीय पशु जा रहे हैँ। ट्रक में खचाखच गोवंशीय पशु भरे हुए हैं और इन्हें कटान के लिए ले जाया जा रहा है। सूचना मिलते ही इंस्पेक्टर गोविंद सिंह ने फोर्स के साथ झुमका तिराहा पर चेकिंग शुरू कर दी। ट्रक को आता देख उसे रोकने की कोशिश लेकिन ट्रक चालक ट्रक लेकर भागने की कोशिश कर रहा था। लेकिन पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया।
कान्हा उपवन भेजे पशु
पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़े गए पशु तस्करों से पूछताछ भी तो बताया कि वह पशुओं को कटान के लिए ले जा रहे थे। पुलिस ने परधौली गांव के पास से सभी तस्करों को पकरू़ा था। जब ट्रक की तलाशी ली तो उसमें 21 गोवंशीय पशु ठूंस-ठूंसकर भरे हुए थे। इसके बाद पुलिस ने सभी गोवंशीय पशुओं को कान्हा उपवन भेज दिया.जबकि ट्रक को कब्जे में ले लिया.पकड़े गए तस्करों से पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने अपना नाम मेजर सिंह, अकील निवासी भोजपुर, जिला मुरादाबाद व अयूब निवासी फरौदा जिला मेरठ बताया। तस्करों ने बताया कि वह काफी समय से तस्करी का काम करते हैं। पुलिस ने तस्करों के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी कुंंडली खंगालनी शुरू कर दी है। पूछताछ में बताया कि वह गोवंशीय पशुओं को लेकर पंजाब से लेकर बिहार के लिए जा रहे थे।
इंस्टीट्यूट का निकला नम्बर
पुलिस ने जिस ट्रक को पशुओं की तस्करी में प्रयोग किया गया उसका जब नम्बर तलाशा तो वह पंजाब के एक मेडिकल इंस्टीट्यूट के नाम रजिस्टर्ड निकला। गौ तस्करों ने बताया कि वह फर्जी नम्बर प्लेट के सहारे तस्करी करते थे.फिलहाल पुलिस अब तस्करों पर कार्रवाई कर रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि मामले में गहना से जांच की जा रही है, ट्रक को कब्जे में ले लिया है।