बरेली( ब्यूरो) । जिले भर में स्मैक तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई के बाद भी तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। सैटरडे दोपहर फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने चेकिंग के दौरान एक महिला समेत दो तस्करों को 130 ग्राम स्मैक के साथ दबोच लिया। पकड़े गए तस्करों के पास से सर्च लेने पर स्मैक भी बरामद हुई। पुलिस ने दोनों तस्करों पर कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि पकड़े गए दोनों तस्कर काफी समय से तस्करी करते हैं, जबकि तीन साथी तस्करों के वांछित हैं।
नेशनल हाइवे पर पकड़ा
फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने चेङ्क्षकग के दौरान नेशनल हाइवे पर ढाबा के पास से तीन स्मैक तस्करों को चेकिंग के लिए रोका तो वह भागने लगे। पुलिस ने पीछा कर तीनों को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान उनके पास से स्मैक बरामद हुई.पूछताछ की पूछताछ में एक ने अपना नाम आसिफ हुसैन निवासी टिटौली थाना फतेहगंज पश्चिमी के पास से पचास ग्राम स्मैक बरामद हुई। दूसरे तन्मय निवासी सहशस्त्र धारा रोड अमन विहार थाना रायपुर जिला देहरादून के पास से तितालिस ग्राम स्मैक बरामद हुई। जबकि एक महिला ने अपना नाम पूनम रावत पत्नी सनी डेनियल निवासी सहस्त्रधारा देहरादून से सैंतीस ग्राम स्मैक बरामद हुई। पुलिस की कड़ाई से पूछताछ में बताया कि वह कस्बे के राशिद निवासी मोहल्ला नई बस्ती, नन्हे लंगड़ा उर्फ रियासत, बब्बू से स्मैक खरीद कर बेचते हैं। पुलिस ने तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया। अन्य बांछित दोनों तस्करों के घर पुलिस ने दबिश दी है.वहीं प्रभारी थाना प्रभारी नरेन्द्र सिंह ने बताया कि पकड़े गए तस्करों को जेल भेज दिया है।
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पहले भी इन पर हो चुकी है कार्रवाई
जिले में पढेरा के प्रधान के स्मैक तस्करी में पकड़े जाने के बाद मीरगंज के नौसना गांव का प्रधान अकील अहमद भी तस्करी में पकड़ा जा चुका है। अकील अहमद फतेहगंज पश्चिमी का कुख्यात तस्कर सपा सभासद शाहिद उर्फ कल्लू का सगा साढू है। मीरगंज पुलिस ने जब शाहिद उर्फ कल्लू को धरा था, तब उसके साढू प्रधान के घर ही शरण लेने की बात सामने आई थी। उसी दिन से प्रधान संदेह के घेरे में थे। 30 नवम्बर को पकड़े गए तस्कर के तीन कैरियरों ने संदेह पर मुहर लगा दी। कुबूला कि नौसना प्रधान अकील अहमद, मेहरबान व इरफान निवासी बाबरनगर मीरगंज व अफजल निवासी भोजीपुरा से तीनों स्मैक लाकर सप्लाई करते थे। मुकदमे में चारों को वांछित किया गया है। पुलिस कस्बा ने जीशान निवासी मुहल्ला अफसरयान, अंसार व सारिक निवासी मुहल्ला सरायखाम कस्बा मीरगंज को पकड़ा तो पूरा मामला खुला। इसमें जीशान के पास से 52 ग्राम, अंसार के पास से आठ ग्राम और सारिक के पास से आठ ग्राम स्मैक बरामद हुई। पूछताछ में तीनों ने कुबूला कि अकील अहमद निवासी नौसना, मेहरबान व इरफान निवासी कस्बा मीरगंज, अफजल निवासी खानपुरा भोजीपुरा से स्मैक लाकर उत्तराखंड व आस-पास के शहरों में सप्लाई करते हैं। वांछित मेहरबान व इरफान को दिल्ली पुलिस तलाश रही है। दिल्ली में दोनों स्मैक तस्करी में वांछित हैं।
कुख्यात तस्कर नन्हें लंगड़ा का रिश्तेदार है अफजल
सीओ मीरगंज सुनील कुमार राय ने बताया कि अफजल फतेहगंज पश्चिमी का कुख्यात तस्कर नन्हें लंगड़ा का सगा साला है। स्मैक तस्करी के मुकदमे में ही उसके वांछित होने की बात भी सामने आई है। चारों को वांछित कर अब उनकी भी तलाश शुरू कर दी गई है। बता दें कि नन्हें लंगड़ा व शाहिद उर्फ कल्लू वर्तमान में सलाखों के पीछे हैं।
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तस्कर की पत्नियों व परिवार की संपत्ति सीज
फरीदपुर के पढेरा गांव का तस्कर शहीद खां उर्फ छोटे की दोनों बीवियों तरीकत व कामिनी एवं भाई सलीम की पत्नी के नाम टिसुआ में 18 बीघा जमीन पर राजस्व टीम ने मंगलवार को लाल झंडी व बैनर लगा दिया है। वहीं करतौली गांव में भी तस्करों के नाम जो संपत्ति सामने आई है, उस पर भी राजस्व टीम व पुलिस टीम ने चिन्हित कर उस पर भी लाल झंडी व बैनर लगाकर संपत्ति सीज करने की कार्रवाई की। बता दें कि तस्कर कुनबे की 50.99 करोड़ रुपये की संपत्ति सीज करने की सफेमा कोर्ट ने संस्तुति कर दी थी। इसी के बाद पुलिस अब तक शहीद खां सहित उसके भाई सलीम की गांव पढेरा में बनी तीन आलीशान कोठियां सीज कर चुकी है। फरीदपुर में उसके पार्टनर फैयाज की बैट्री फैक्ट्री, बरकाती मार्केट, थाने के सामने प्रधान ब बेटे तथा पार्टनरों के नाम से बनी मार्केट भी सीज की जा चुकी है।