- प्रधानी चुनाव के नतीजे आने के बाद लगातार हो रही हैं वारदातें

- नव निर्वाचित ग्राम प्रधान की भी हो चुकी हत्या

बरेली। त्रिस्तरीय चुनाव के लिए वोटिंग से पहले तो देहात क्षेत्र में सभी प्रत्याशी अपनी-अपनी तैयारियों में जुटे हुए थे। हालात भी सामान्य थे, लेकिन मतगणना होने के बाद ही देहात क्षेत्रों के माहौल में अचानक बदलाव आ गया। जीतने और हारने वाले प्रत्याशियों के आमने-सामने आने से रंजिशें पनपने लगीं। कहीं जीत के जश्न तो कहीं हार के गम में लोग आपस में ही भिड़ने लगे। इस दौरान दबंगों ने कई हत्या की वारदातों को भी अंजाम दे डाला। मतगणना होने के बाद बीते कुछ ही दिनों में जिले में 18 विवाद और तीन हत्याएं हो चुकी हैं। हालांकि पुलिस सभी मामले में कार्रवाई कर आरोपियों को जेल भेज चुकी है। लेकिन माहौल अभी भी तनाव पूर्ण है। पुलिस अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस को लगातार सतर्क रहने के निर्देश देने के साथ ही शिकायत मिलने पर तुरंत ही कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

ज्यादातर विवादों में इस्तेमाल किए गए तमंचे

पंचायत चुनाव की तैयारियों के दौरान पुलिस प्रशासन ने लोगों के असलहे जमा कराने भी शुरू कर दिए थे। रंजिशों और माहौल की सरगर्मी के चलते पुलिस भी सतर्क थी। साथ ही अवैध असलहों के कारोबार पर भी नजर रखी जा रही थी। लेकिन हाल में भी प्रधानी चुनाव की रंजिशों को लेकर हुई घटनाओं में सामने आया कि ज्यादातर में दबंगों ने तमंचे का इस्तेमाल किया। वहीं हत्याएं भी तमंचे से गोली मारकर की गईं। ऐसे में पुलिस की व्यवस्थाओं पर भी सवालिया निशान खड़े होते हैं। हालांकि इतनी वारदातें होने के बावजूद पुलिस हालात समान्य होने का दावा करती रही है।

चुनावी नतीजे आने के बाद कुछ चर्चित मामले

3 मई :- इज्जतनगर के गांव चावड़ में हारने वाले प्रत्याशी ने ताना तमंचा, दोनों पक्षों में तनाव, भेजे गए जेल।

3 मई :- सीबीगंज में सिसइयां हुसैनपुर में जीत की खुशी में बवाल, प्रधान को जाना पड़ा जेल।

4 मई :- नवाबगंज के सिधौलिया गांव में मारपीट प्रधान और पूर्व प्रधान घायल, मुकदमा दर्ज

5 मई :- भुता के गांव भड़रिया में हारे हुए प्रधान प्रत्याशी और बीडीसी सदस्य के परिवार वालों के बीच हुआ विवाद। महिला की मौत।

5 मई :- फतेहगंज पश्चिमी के गांव ठिरिया खेतल में हारे व जीते प्रधान के बीच बवाल और पथराव में सिपाही घायल।

5 मई : भोजीपुरा के घंघोरा में प्रधान व हारे प्रत्याशी के समर्थक में बवाल, पथराव में आधा दर्जन घायल।

6 मई : मीरगंज के गांव नगरिया कल्याणपुर में बीडीसी का चुनाव हारे प्रत्याशी पर पीटने का आरोप।

8 मई : बहेड़ी के गांव जोखनपुर में हारने और जीतने वाले प्रधान में मारपीट व पथराव, पुलिस को भागना पड़ा।

8 मई :- फतेहगंज पूर्वी के गांव रिउना कला में वोट न देने पर तीन लोगों को पीटा।

8 मई : शीशगढ़ के गांव मलसाखेड़ा की प्रधान के पति पूर्व प्रधान के भाइयों पर रिपोर्ट दर्ज।

10 मई : नवाबगंज के दो गांवों में हारने और जीतने वाले प्रधानों के समर्थकों के बीच हुआ था विवाद।

13 मई : क्यारा ब्लाक के गांव परगवां में प्रधान की गोली मारकर हत्या।

मतगणना के बाद जिले में प्रधानी को लेकर कुछ वारदातें हुई थीं। सूचना पर पुलिस ने तुरंत ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई भी की। साथ ही इलाकों में व्यवस्था भी कायम रखी। स्थानीय पुलिस को लगातार सतर्क रहने को कहा गया था।

- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी