राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा ने कहा कि महिलाओं से छेड़छाड़ कतई बर्दाश्त नहीं
बिना मिले फोन पर ही जाना पीडि़ता का दर्द, डीएम व एसएसपी से मांगेगी रिपोर्ट
BAREILLY: फ्राइडे को पुरवा बब्बन खां में छेड़छाड़ से परेशान आत्मदाह का प्रयास करने वाली पीडि़ता से राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा जरीना उस्मानी के मिलने की खबर से भीड़ इक्ट्ठा हो गई। पीडि़ता के साथ-साथ आरोपी के परिजन और मोहल्ले वाले भी वेट करते रहे लेकिन वह नहीं पहुंची। उन्होंने सर्किट हाउस में ही पुलिस से मामले की डिटेल लेकर पीडि़ता से फोन पर बात कर ली। उन्होंने पीडि़ता को न्याय दिलाने और आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की बात कही है। डीएम और एसएसपी से भी पूरे मामले की रिपोर्ट ली जाएगी। महिलाओं के साथ छेड़खानी और रेप के मामले कतई बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। जांच में पूरी पारदर्शिता बरती जाएगी।
आत्मदाह का किया था प्रयास
बता दें कि छेड़खानी और मोहल्ले में अश्लील पोस्टर छपने के बाद पुलिस की सुस्त कार्रवाई से परेशान युवती ने वेडनसडे डीएम आवास के सामने आत्मदाह का प्रयास किया था। युवती के इस कदम के बाद पुलिस ने तेजी दिखाते हुए आरोपी मन्नू को गिरफ्तार कर लिया। थर्सडे रात में मन्नू के मामू के लड़के अकील को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
एसएचओ से ली पूरी डिटेल
जब इस बारे में राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा जरीना उस्मानी को इसकी खबर मिली तो उन्होंने पीडि़ता से मिलने का डिसीजन लिया। उन्होंने रामपुर जाने के दौरान अपने रास्ते के कार्यक्रम में सुभाषनगर थाना के पुलिसकर्मियों से बात करने और पीडि़ता से मिलने का प्लान किया। जब वह बरेली पहुंची तो कुछ ही देर बाद उनका प्लान बदल गया। उन्होंने सर्किट हाउस में ही एसएचओ से पूरे मामले की डिटेल ली और फिर फोन पर युवती से बात की। उन्होंने पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई के बारे में भी पूछा।
मोहल्ले में लग गई भीड़
जरीना के घर आने की खबर से पीडि़ता काफी खुश दिखी। सभी उनका इंतजार करने लगी। मीडियाकर्मी भी युवती के घर पहुंच गए। लेकिन यहां मोहल्ले वालों की भीड़ इक्ट्ठा हो गई। इसमे युवती पक्ष के अलावा आरोपी पक्ष के भी काफी लोग मौजूद थे। करीब दो घंटे बाद जब अध्यक्षा के ना आने की खबर मिली तो सभी मायूस होकर लौट गए।
मेरे बेटे का सर कलम कर दो
युवती के पोस्टर छापने के आरोपी मन्नू की मां भी राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा का बेसब्री से इंतजार कर रही थीं। उनका कहना था कि वो भी अपना पक्ष सामने रखेंगी क्योंकि उनका बेटा निर्दोष है। उनका पक्ष किसी ने नहीं सुना है। अगर उनका बेटा दोषी है और कोई सबूत हो तो उनकी आंखों के सामने बेटे का सर कलम कर दिया जाए। मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए। पुलिस हमें बेवजह परेशान कर रही है।