- ईवीएम पर तीसरी आंख की पैनी नजर

- परिंदा भी नहीं मार सकता पर

- एसडीएम व सीओ की 24 घंटे ड्यूटी

BAREILLY: बरेली व आंवला लोकसभा सीट के कैंडीडेटस की किस्मत को वोटर्स ने ईवीएम में कैद कर दिया है। कौन हारेगा और कौन जीतेगा। किसके चेहरे पे आएगी मुस्कान और कौन होगा उदास और किसकी होगी जमानत जब्त ये तो क्म् मई को ही पता चलेगा, लेकिन करीब एक महीने तक कैंडीडेट्स की किस्तम यानी ईवीएम की सिक्योरिटी करना पुलिस-प्रशासन के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। ईवीएम तक परिंदा भी पर ना मार सके इसके लिए फोर्स के साथ-साथ तीसरी आंख की भी नजर रहेगी। तीन लेयर में सिक्योरिटी की व्यवस्था की गई है। यही नहीं आग व पानी सभी से बचाने के सारे प्रयास किए गए हैं।

करीब फ् हजार ईवीएम की करनी है िसक्योरिटी

नौ विधानसभा की करीब फ् हजार ईवीएम टीपी नगर स्थित नरियावल मंडी में रखी गई हैं। इनको ब्7 स्ट्रांग रूम में रखा गया है। ईवीएम में कोई दिक्कत ना आए और इसमें छेड़छाड़ ना करे इसके भी पूरे इंतजाम किए गए हैं। स्ट्रांग रूम मंडी की दुकानों में बनाए गए हैं, जिनकी छतें पूरी तरह से पक्की हैं। अंधेरे से बचने के लिए ख्ब् घंटे रोशनी की व्यवस्था की गई है। इसके लिए बिजली कनेक्शन के साथ-साथ जनरेटर की भी व्यवस्था की गई है। यहां बिजली, पीडब्ल्यूडी समेत कई डिपार्टमेंट के स्टाफ भी ख्ब् घंटे मौजूद रहेंगे। वहीं फायर ब्रिगेड की दो गाडि़यां भी ख्ब् घंटे उपलब्ध रहेंगी।

स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरा

सभी स्ट्रांग रूम में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया है, जिससे कोई भी बाहरी शख्स पहुंचे तो वो कैमरे में कैद हो जाएगा। कोई भी घटना होगी तो वो भी तीसरी आंख से बच नहीं पाएगी। एक-एक एसडीएम व सीओ की डयूटी ख्ब् घंटे की लगाई गई है, जो तीन शिफ्ट में ड्यूटी बजाएंगे। ईवीएम की सिक्योरिटी तीन लेयर में की गई है। इसमें फ‌र्स्ट लेयर यानी इनर मोस्ट लेयर, जहां ईवीएम रखी गई हैं वहां की जिम्मेदारी पूरी तरह से सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स पर रहेगी। सेकेंड लेयर की जिम्मेदारी एपी गार्द को दी गई है। इसके अलावा थर्ड लेयर में सिविल पुलिस की तैनाती की गई है। एक चौकी इंचार्ज हमेशा वहां पर अपनी टीम के साथ ड्यूटी करेंगे। कुल पचास जवानों की ड्यूटी लगाइर्1 गई है।

फीगर स्पीक

-सीआईएसएफ - क् प्लाटून यानी फ्भ् जवान

-एपी गार्द - क् यानी क्0 जवान

-चौकी इंचार्ज विद सिविल पुलिस- भ्

ईवीएम की सिक्योरिटी थ्री लेयर में की गई है। सीआईएसएफ के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। एसडीएम-सीओ भी ख्ब् घंटे डयूटी देंगे। अन्य डिपार्टमेंट के स्टाफ भी मौजूद रहेंगे ख्ब् घंटे।

- जे रविंद्र गौड़, एसएसपी बरेली

जिले की सिक्योरिटी सबसे बड़ी चुनौती

मतदान शांति पूर्ण रहा। अब पुलिस के सामने जिले की सिक्योरिटी करना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। क्योंकि चुनाव में आए करीब ख्ख् हजार जवान जिले से वापस जा चुके हैं। यही नहीं जिले की भी आधी पुलिस यानी क्भ्00 पुलिसकर्मी चुनावी ड्यूटी के लिए रवाना हो चुके हैं। ऐसे में क्राइम कंट्रोल करना और क्रिमिनल पर लगाम कसने के लिए पुलिस को एक्स्ट्रा अफर्ट करने पड़ेंगे। एसएसपी ने इसके लिए अलग से तैयारी करने की बात कही है। एसएसपी का कहना है कि जितनी फोर्स है उसी से काम चलाना है। इसके लिए फोर्स को ज्यादा से ज्यादा मोबाइल रखा जाएगा। लेडी कांस्टेबल्स को थानों में गार्ड की ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं।

चुनाव के दौरान कम हुआ क्राइम

चुनाव के दौरान जिले में भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहने के चलते क्राइम ग्राफ काफी कम हो गया था। छिटपुट घटनाओं के अलावा कोई बड़ी वारदात सामने नहीं आई। आपसी रंजिश में रूरल एरिया में एक-दो मर्डर की घटनाएं हुई, लेकिन सिटी पूरी तरह से शांत रही। पुलिस थानों में दर्ज एफआईआर भी इसकी पुष्टि करती हैं। वहीं जगह-जगह पिकेट लगाकर चेकिंग, क्रिमिनल्स को मुचलके में पाबंद करने और बचे क्रिमिनल्स के चुनाव में बिजी होने के चलते भी क्राइम पूरी तरह से नीचे गिरता चला गया।