चोरों से अब खुद ही निपट रहे हैं बरेलियंस

चोरी की घटनाएं बरेली में अपना पैर जमा चुकी हैं। शायद ही कोई ऐसा दिन बीतता हो जब कहीं किसी की गाढ़ी कमाई पर हमला न होता हो। इन चोरी को रोकने में पुलिस कितनी कामयाब है यह तो जनवरी भर में ही हुई करीब 27 चोरी की घटनाओं से पता चल जाता है। ऐसे में मजबूरन बरेलियंस ऐसे साधन ढूंढ रहे हैं जो उन्हें चोरी के पहले ही अलर्ट कर दें। इसमें लोगों का सबसे ज्यादा भरोसा सिक्योरिटी सिस्टम और प्राइवेट सिक्योरिटी गाड्र्स पर बढ़ा है। इन कुछ दिनों में ही सिक्योरिटी सिस्टम से लैस गैजेट्स की बिक्री ने तो अच्छी-खासी बढ़त दर्ज कर ली है।

40 परसेंट तक बिक्री बढ़ी

सिक्योरिटी के मद्देनजर ऐसे गैजेट्स की डिमांड इन दिनों काफी बढ़ गई है, जो लोगों को चोरी से पहले अलर्ट करती हैं। सिक्योरिटी सिस्टम शॉप पर सीसीटीवी, सिम डिवाइस, ऑटो कॉप, वॉच कैमरा सहित अन्य गैजेट्स की बिक्री काफी बढ़ी है। शॉप ओनर्स की मानें तो पिछले दो-तीन महीनों में सिक्योरिटी सिस्टम वाले गैजेट्स की बिक्री 40 परसेंट तक बढ़ी है.   

शस्त्र लाइसेंस का सहारा

लूट, हत्या, चोरी जैसी घटनाओं से बचने के लिए बरेलियंस का आम्र्स पर भी भरोसा बढ़ रहा है। इसलिए बड़ी संख्या में लोग शस्त्र लाइसेंस बनवाने के लिए अप्लाई कर रहे हैं। अप्रैल 2012 तक कुल शस्त्र लाइसेंसी हथियारों की संख्या 46011 रिकॉर्ड की गई है। फिलहाल शस्त्र लाइसेंस पाने के लिए करीब 9000 से      ज्यादा लोग कतार में हैं। शस्त्र विक्रेताओं के अकॉर्डिंग लोगों के बीच 12 बोर, एनपी बोर, रायफल और पिस्टल के प्रति रुझान बढ़ा है। डेली 10 से 15 लोग इंक्वायरी के लिए आते हैं।

प्राइवेट गाड्र्स पर कर रहे खर्च

शहर में लगातार बढ़ रही चोरियों ने लोगों को अपने घर और शॉप्स पर प्राइवेट गार्ड को तैनात करने पर भी मजबूर कर दिया है। बरेली में रजिस्टर्ड सिक्योरिटी एजेंसियों के गाड्र्स बरेली सहित आस-पास के एरिया में भी ड्यूटी दे रहे हैं। सिक्योरिटी एजेंसी ऑनर्स के मुताबिक इनदिनों प्राइवेट गाड्र्स की डिमांड बढ़ी है। एजेंसी की हेल्प लेने वालों को एक गार्ड पर 1500 से 7000 रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं।

सिम डिवाइस

सिम डिवाइस देखने में काफी छोटा होता है लेकिन सिक्योरिटी के मद्देनजर इसे काफी बेहतर माना जाता है। इस डिवाइस में मोबाइल का सिम यूज किया जाता है। इसे घर में कहीं भी रखा जा सकता है। सिम डिवाइस पर दो बार कॉल करने पर यह एक्टिव हो जाता है। इसकी खास बात यह है कि कॉल करने पर रिंग नहीं सुनाई देगी लेकिन एक्टिव होने के बाद यह अपने आस-पास की आवाज को रिकॉर्ड कर लेता है। इसका प्राइस 1200 रुपए है।

ग्लास ब्रेक सेंसर और मैग्नेटिक कॉन्टेक्ट सेंसर

कई बड़े शो रूम में न तो चैनल होते हैं और न ही शटर लगाए जाते हैं। ऐसी जगहों पर कांच लगे होते हैं। यहां चोरी रोकने के ग्लास सेंसर लगाए जाते हैं। जैसे ही ग्लास टूटता है सेंसर से अलार्म बजना शुरू हो जाता है। मार्केट में इस सिस्टम की प्राइस 2000 रुपए से शुरू होती है। वहीं मैग्नेटिक कॉन्टेक्ट सेंसर ज्यादातर मेन गेट पर यूज किया जाता है। अगर कोई व्यक्ति दरवाजा तोड़कर घर के अंदर घुसने का प्रयास करता है तो अलार्म के बजने से आप अलर्ट हो सकते हैं।

कैमरों का सेट और डीवीआर

घर, शॉप और मॉल की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे का सेट और डीवीआर कारगर साबित होता है। मार्केट में इनकी डिमांड अच्छी-खासी है। खास बात यह है कि हार्ड डिस्क 500 जीबी तक लग सकती है। इस कैमरे की एक खासियत यह भी है कि यह अंधेरे में भी रिकॉर्डिंग कर लेता है। क्योंकि इस कैमरे में आईआर (एक प्रकार का व्हाइट रंग का बल्ब) लगा होता है जो अंधेरे में रिकॉर्डिंग करने में हेल्पफुल साबित होता है। 4 से 16 कैमरों का सेट और डीवीआर की प्राइस 4000 से लेकर 11,000 रुपए तक है।

ऑटो कॉप से कार रहेगी सुरक्षित

ऑटो कॉप एक ऐसा सिस्टम है, जिसमें कार में सेंट्रल लॉकिंग के साथ डिवाइस फिट की जाती है। यह मोबाइल नंबर से कनेक्ट किया जाता है। इस डिवाइस के यूज के लिए एंड्रॉयड हैंडसेट का होना जरूरी है। अगर कोई आपकी कार के अंदर हाथ डालने का भी प्रयास करेगा तो मोबाइल पर तुरंत मैसेज आ जाएगा। इतना ही नहीं लोकेशन, स्पीड, इंजन स्टार्ट है या नहीं इसकी जानकारी भी आपको मैसेज के थ्रू मिलती रहेगी। इस डिवाइस की कीमत 9500 रुपए है।

जनवरी 2013 में हुई चोरियां

-बरेली कॉलेज के लेक्चरार के घर चोरी

-फोटो स्टूडियो से लाखों का माल साफ ।

-सिविल लाइंस में मेडिकल शॉप से चोरी।

-धर्मकांटा के पास कॉस्मेटिक दुकान से चोरी।

-शयामगंज में किराना दुकान से चोरी।

-कटरा चांद खां में दुकान से चोरी।

-विकासभवन के पास मेडिकल स्टोर से चोरी।

-हुसैनबाग में एक घर से लाखों की चोरी।

-आकाशपुरम में घर से लाखों का माल साफ ।

-सीबीगंज में घर से लाखों का माल गायब।

-मढ़ीनाथ में दुकान में सेंधमारी।

-ट्रेवल एजेंसी के कार्यालय से हजारों की चोरी।

-सीबीगंज में एक ही रात में तीन घरों में चोरी।

-परतापुर चौधरी स्थित मकान से लाखों पार।

-बसंत विहार स्थित मकान से लाखों साफ

-रहपुरा चौधरी में टीचर के घर से चोरी।

-मढ़ीनाथ में मैनेजर के घर से चोरी।

-इंदिरा मार्केट से महिला का पर्स चोरी।

-चक महमूद में दुकान से हजारों रुपए चोरी।

-हरुनगला में एक ही रात में चार दुकानों के ताले टूटे।

-बिहारीपुर में साड़ी सेंटर से लाखों का सामान किया पार।

-मॉडल टाउन स्थित गैस एजेंसी से चोरी।

जनवरी में 5 बड़ी चोरियां

-रहपुरा चौधरी में पांच लाख की चोरी।

-आकाशपुरम कॉलोनी से करीब तीन लाख का सामान व नकदी की चोरी।

-बसंत विहार में घर से करीब दो लाख का सामान और नकदी चोरी।

-चौकी चौराहा चौकी के पास 30 लाख की चोरी।

-रामायण विहार कॉलोनी से करीब आठ लाख की चोरी।

11 सिक्योरिटी एजेंसी रजिस्टर्ड

-एक्स सर्विसमैन सिक्योरिटी सर्विस।

-एक्सपर्ट डिस्ट्रिक्ट सिक्योरिटी सर्विसेज।

-बरेली इंडस्ट्रियल एक्स सिक्योरिटी।

-सिक्योरिटी डिस्ट्रिब्यूशन एजेंसी।

-भारतीय सिक्योरिटी सर्विसेज।

-शहजादे सिक्योरिटी।

-सुखमनी सिक्योरिटी।

-मेमर्स एक्स सर्विसेज।

-न्यू इंडस्ट्रियल सर्विस।

-फौजी मैन सर्विस।

-एक्स सिक्योरिटी गार्ड

नोट-ये सभी सिक्योरिटी एजेंसियां बरेली से रजिस्टर्ड है.

सिक्योरिटी सिस्टम वाले गैजेट्स की बिक्री 40 परसेंट तक बढ़ी है। ज्यादातर लोग सीसीटीवी कैमरे का सेट और डीवीआर खरीद रहे हैं। सिम डिवाइस की भी बिक्री हो रही है।

-मोहम्मद आरिफ, शॉपकीपर

अपनी कार में लोग ऑटो कॉप लगवा रहे हैं। साढ़े 9 हजार में यह सिस्टम लगवाया जा सकता है। अगर कोई भी कार के अंदर हाथ ले जाता है तो मोबाइल पर मैसेज आ जाएगा।

-नवनीत अग्रवाल, शॉपकीपर

सुरक्षा की दृष्टि से मैंने 2 प्राइवेट गाड्र्स रखे हैं। इसके अलावा सिक्योरिटी सिस्टम वाले गैजेट्स पूरे घर में लगा रखे हैं।

-वीरेंद्र कुमार, रामपुर गार्डेन

घर की सुरक्षा बढ़ाने के लिए मैंने सिक्योरिटी सिस्टम वाले गैजेट्स खरीदे हैं। सिटी में आए दिन चोरी की घटनाएं हो रही है लेकिन पुलिस चोरी की घटनाओं को रोक नहीं पा रही है।

-राजीव, सेवाधाम कॉलोनी