बरेली (ब्यूरो)। स्नातक-परास्नातक की परीक्षाएं शांतिपूर्ण और नकलविहीन कराने के उद्देश्य से बरेली कॉलेज ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। ये परीक्षाएं तीन पालियों में आयोजित की जाएंगी। परीक्षा में किसी तरह की परेशानी उत्पन्न न हो इसके लिए तीनों पालियों में 14-14 लोगों की स्पेशल टीम गठित की गई है। इसमें एक वरिष्ठ केंद्राध्यक्ष, तीन सह वरिष्ठ केंद्राध्यक्ष और 10 सहायक केंद्राध्यक्ष की ड्यूटी लगी है।
कार्यक्रम में किया संशोधन
एमजेपीआरयू ने परीक्षाओं का कार्यक्रम संशोधित कर दिया है। नए परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार बीए, बीकॉम प्रथम वर्ष के प्राइवेट और पूर्व छात्रों, बीएससी प्रथम वर्ष के पूर्व छात्रों, बीए, बीएससी, बीकॉम के द्वितीय और तृतीय वर्ष के रेगुलर, प्राइवेट और पूर्व छात्रों की परीक्षाएं 17 जून से 25 अगस्त तक प्रस्तावित हैं। एमए, एमएससी और एमकॉम के प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों की परीक्षाएं एक जुलाई से 27 जुलाई तक होनी हैं। वहीं प्रोफेशनल कोर्सेज की परीक्षाएं नौ जुलाई से 28 जुलाई तक चलेंगी। परीक्षा व्यवस्था समिति इस बार आउटसाइडरों के प्रवेश और परीक्षा कार्यक्रम में उनकी ड्यूटी न लगाने के साथ ही सीसीटीवी की निगरानी में परीक्षा कराने का निर्णय लिया है।
पूरी तरह कसी कमर
परीक्षा नियंत्रक डॉ। बीनम सक्सेना ने बताया कि परीक्षाओं की तैयारी को लेकर पूरी तरह से कमर कस ली है। पिछले वर्षों में संपन्न हुई परीक्षाओं के दौरान हंगामे और नकल की घटनाओं को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर रणनीति बनाई है। उन्होंने बताया कि इस बार परीक्षा के दौरान बाकी विद्यार्थियों को कालेज में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सभी सीसीटीवी कैमरे दुरुस्त करा लिए गए हैं। इलेक्ट्रॉनिक गैजेट, घड़ी आदि वर्जित रहेंगे। परीक्षार्थियों को कड़ी चेङ्क्षकग से गुजरने के बाद ही कक्ष में प्रवेश मिलेगा।
गाइडलाइन का करेंगे पालन
उन्होंने कहा कि जिले में फिर संक्रमण के केस सामने आ रहे हैं। इसलिए इस मामले में किसी तरह की कोताही नहीं बरती जाएगी। छात्रों को मास्क और साथ में छोटी सैनिटाइजर की शीशी लेकर आने पर ही प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा संदिग्ध यानी बीमार छात्र को परीक्षा दिलाने के लिए अतिरिक्त कक्ष की भी व्यवस्था की गई है।
फैक्ट एंड फिगर
17 जून से प्रारंभ हो रहे ग्रेजुएशन एग्जाम्स
25 अगस्त तक चलेंगी परीक्षाएं
27 जुलाई तक चलेंगें पोस्ट ग्रेजुएशन के एग्जाम्स
28 जुलाई तक प्रोफेशनल एग्जाम्स
14 लोग रहेंगे स्पेशल निगरानी टीम में
10 सहायक केंद्र अध्यक्षों की ड्यूटी