बरेली ब्यूरो। बरेली में चौबारी का कुंभ भले ही से शुरू हो गया हो, आस्था के सैलाब से रामगंगा आज उफनाएगी। कार्तिक पूर्णिमा के पावन पर्व पर यहां बरेली ही नहीं बल्कि आस-पास के जिलों से भी आस्थावान डुबकी लगाने को पहुंंचेंगे। इसके लिए जिला प्रशासन ने थर्सडे को नदी तट पर सभी तैयारियां पूरी करा ली। नदी में इस बार पानी का बहाव अधिक होने से सुरक्षा के भी इंतजाम किए गए है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को संभालने के लिए पुलिस और पीएसी के अलावा राजस्व कर्मी भी नदी तट पर तैनात किए गए हैं। प्रशासन की इन तैयारियों की असली परीक्षा आज मुख्य स्नान के दौरान होगी।
घाट तैयार, नदी में भी बैरीकेडिंग
कार्तिक पूर्णिमा पर रामगंगा में डुबकी लगाने को भारी भीड़ उमड़ती है। बीते साल कोरोना की पाबंदियों के चलते मेला नहीं हुआ था। इस बार मेला हो रहा है तो लोगों की भीड़ भी अधिक उमडऩे की उम्मीद है। इसके साथ ही इस बार नदी में पानी भी अन्य सालों की अपेक्षा अधिक है और बहाव भी तेज है। इसके चलते ही जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को नदी में भी बैरीकेडिंग कराई है। यहां लोगों को सचेत करने के लिए जगह-जगह चेतावनी वाले फ्लैक्स भी लगवाए गए हैं। इसके अलावा नाव वालों को भी बैरीकेडिंग के पार ही रहने को कहा गया है।
घोड़ों का कारोबार चढ़ेगा परवान
कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाला चौबारी मेला ऐतिहासिक है। यहां कई दिनों तक चलने वाला मेला कारोबार का भी बड़ा जरिया होता है। घोड़ों की खरीद फरोख्त तो इस मेले की खास पहचान है। इसके लिए यहां आस-पास के जिलों के अलावा दूसरे राज्यों से भी घोड़ा व्यापारी अपने घोड़ों के साथ आते हैं। इस बार भी बिहार, राजस्थान सहित प्रदेश के कई जिलों से यहां व्यापारी पहुंचे हैं। घोड़ों के शौकीन अपनी पसंद के घोड़े के लिए मुहमांगी कीमत भी चुकाने को तैयार रहते हैं। इस बार एक लाख कीमत तक के कई घोड़े यहां मैदान में हैं।
मेले में रहेगी रौनक
चौबारी मेला जिले का सबसे बड़ा मेला है। इस मेले में छोटे-बड़े झूले, मौत का कुंआ, सर्कस आदि लोगों के आकर्षण का केन्द्र रहते हैं। कई दिनों तक चलने वाले इस मेले में लोग इन चीजों का खूब लुत्फ उठाते हैं। इस बार यहां दो बड़े झूले, एक मौत का कुंआ, एक सर्कस, एक सांस्कृत नृत्य कला का पंडाल सहित कई अन्य मनोरंजन वाली चीजें मौजूद हैं। इसके अलावा रोजमर्रा की जरूरत की चीजों और खानपान की दुकानें भी सज गई हैं। इससे यहां बीते सालों की तरह ही तंबुओं का गांव एक बार फिर नजर आने लगा है।
कलाकारों ने घाट पर की सफाई
वरिष्ठ रंगकर्मी जेसी पालीवाल के नेतृत्व में थर्सडे को रामगंगा घाट पर सफाई अभियान चलाया गया। कलाकारों ने पॉलीथिन आदि गंदगी को साफ करने के साथ ही लोगों को जागरूक भी किया। कलाकारों ने यहां नाटक मंचन करमहिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का संदेश भी दिया। टीम कोआर्डिनेटर शाहिद हुसैन ने बताया कि हमारी टीमें जनता को जागरूक करने के साथ गुमशुदा बच्चों को उनके माता-पिता से मिलवाने का कार्य भी कर रही है। इस अवसर पर देवेन्द्र रावत, पवन कालरा, मोहम्मद नवी, सुनील धवन, वीएस सक्सेना, दिनेश पालीवाल आदि का सहयोग रहा।