बरेली (ब्यूरो)। घनी आबादी के बीच 150 क्विंटल बारूद की दुकानों पर फैसला दो दिन और टाल दिया गया है। नोटिस मिलने के बाद 20 में से 18 दुकानदारों ने सैटरडे को सिटी मजिस्ट्रेट को अपनी आपत्ति दर्ज करा दी है। देर शाम तक बाकी दोनों दुकानदारों ने भी नोटिस का जबाव सौंप दिया। हालांकि जबाव देने की समय सेटरडे दोपहर तक ही था। अब प्रशासन मंडे को दुकानदारों के लाइसेंस नवीकरण पर विचार करेगा।
आतिशबाजी के 52 होलसेल्र्स
प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक जिले में आतिशबाजी के 52 होलसेल्र्स हैं। सौ फुटा रोड और मिनी बाईपास कर्मचारी नगर रोड के तमाम व्यापारियों के लाइसेंस की अवधि खत्म हो चुकी है। ऐसे में उन्हें आतिशबाजी बेचने के लिए लाइसेंस रीन्यू कराना है। फायर डिपार्टमेंट ने दोनों इलाकों में आतिशबाजी के होलसेलर्स को हटाने के लिए एनओसी देने से इंकार कर दिया है। इस पर सिटी मजिस्ट्रेट ने घनी आबादी के बीच स्थित 20 दुकानदारों को नोटिस जारी किया। पिछले साल भी नोटिस जारी किए थे लेकिन राजनीतिक दबाव में एनओसी जारी कर दी गई। इसके बाद अफसरों ने पूरे साल दुकानें शिफ्ट करने पर कोई विचार नहीं किया। लाइसेंस की शर्तों के मुताबिक इन दुकानों पर करीब डेढ़ क्विंटल बारूद का स्टॉक रखने की अनुमति है। इस तरह दोनों जगह हर समय 150 क्विंटल से ज्यादा पटाखों का स्टॉक रहता है। हालांकि दुकानों पर इससे कहीं ज्यादा स्टॉक होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
तलाश सकते हैं नई जगह
अगर सौ फिटा रोड और मिनी बाईपास कर्मचारी नगर रोड से आतिशबाजी के मार्केट को हटाने पर फैसला होता है तो दुकानदार जल्द से जल्द नई जगह देने की मांग करेंगे। दीपावली नजदीक है और कारोबार के दिन काफी कम बचे हैं। ऐसे में प्रशासन आतिशबाजी मार्केट के लिए नई जगह तलाश सकता है।
टेंपरेरी मार्केट पर फैसला नहीं
दीपावली पर हर साल घनी आबादी के बीच दर्जनभर इलाकों में टेंपरेरी मार्केट लगाया जाता है। इनमें जीआईसी ग्राउंड, एमबी इंटर कॉलेज, चौधरी तालाब रामलीला ग्राउंड, सुभाष नगर रेलवे ग्राउंड, रामलीला मैदान मॉडल टाउन आदि प्रमुख हैं। वहीं, शहर की तंग गलियों में भी दुकानें लगती हैं जहां हमेशा ही हादसे का अंदेशा बना रहता है। टेंपरेरी मार्केट को लेकर भी प्रशासन ने कोई निर्णय नहीं लिया है।
दुकानदारों ने नोटिस का लिखित जवाब दिया है। डीएम और एडीएम सिटी की मौजूदगी में लेटर ओपन किए जाएंगे। लाइसेंस रिन्यूवल के लिए मंडे को मीटिंग में फैसला लिया जाएगा। - राजीव पांडेय, सिटी मजिस्ट्रेट