फैक्ट एंड फिगर
477 केस आए वर्ष 2021 में
83 केस जनवरी से अब तक आ चुके हैं इस वर्ष
120 से 150 केस आते हैं प्रतिमाह महिला थाने में
70 प्रतिशत केसों में करा दिया जाता है समझौता
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बरेली(ब्यूरो)। मोबाइल आज हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा बन चुका है और बिना मोबाइल फोन के हम जिंदगी की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं, लेकिन कई बार यही मोबाइल फोन रिश्तों में दूरी की वजह बन जाता है। खासकर पति-पत्नी के रिश्ते में मोबाइल फोन किसी दुश्मन से कम नहीं है। हर दिन फोन को लेकर कोई न कोई झगड़ा हो ही जाता है। आलम यह हो जाता है कि दंपतियों के बीच तलाक की नौबत आ जाती है। आज के डिजीटल युग में एक ओर जहां मोबाइल लोगों को काफी लाभ दे रहा है, तो वहीं परिवारों के टूटने की मुख्य वजह भी बन रहा है।

केस-1
सास करती थी देवर से बात
कैंट थाना क्षेत्र की एक महिला ने महिला थाने में ससुरालियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। महिला थाने में दोनों पक्षों को बुलाया तो महिला के पति ने बताया कि पत्नी के मायके जाने के बाद जब वह फोन करता था तो उसका नंबर बिजी जाता था। जब इस संबंध में महिला से जानकारी की गई तो सामने आया कि महिला की मां का अपने देवर से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जब उसकी पुत्री सो जाती थी तो वह रात में अपने देवर से बात करती थी, लेकिन उसका दामाद समझता था कि उसकी पत्नी का किसी से अफेयर चल रहा है। इसी शक के चलते दंपति तीन वर्ष से अलग रह रहे थे। काउसलिंग में इस बात का खुलासा होने के बाद दंपति में समझौता हो गया।

केस-2
पति महिलाओं से करता है वीडियो कॉल
महिला थाने में एक महिला ने पति के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा आरोप लगाया कि उसकी शादी को 16 वर्ष हो चुके हैं और उसकी चार पुत्री हैं। जिनमें से एक पुत्री की शादी हो चुकी है, लेकिन उसके पति के दूसरी महिलाओं से अवैध संबंध हैं। वह रात में कई-कई घंटों तक दूसरी महिलाओं से वीडियो कॉल करता है। जब वह उसका विरोध करती तो उसके साथ मारपीट करता था। महिला अपनी तीन पुत्रियों के साथ अलग रहती है।

केस-3
स्वयं का था अफेयर, पत्नी पर करता था शक
सुभाषनगर थाना क्षेत्र के रामनगर गौटिया निवासी एक महिला की शादी चार वर्ष पूर्व हुई थी, महिला का पति उस पर शक करता था कि उसकी पत्नी का किसी से अफेयर है और वह फोन पर उससे बातें करती है। इसी शक के चलते ससुरालियों ने महिला को उसके मायके भेज दिया तो मायके वालों ने महिला थाने में केस दर्ज करा दिया। महिला थाने में जब दोनों पक्षों को सुना तो पाया कि महिला किसी से फोन पर बात नहीं करती थी, जबकि उसके पति का ही अफेयर चल रहा था। दोनों पक्षों को समझाकर दंपति में समझौता करा दिया है।

वर्जन
महिला थाने में आने वाले प्रार्थना पत्रों में अधिकतर शिकायतें मोबाइल से संबंधित होती हैं। दोनों पक्षों को काउंसलिंग के लिए बुलाया जाता है। दोनों पक्षों को सुना जाता है। इसके बाद उन्हें समझाया जाता है। अधिकांश मामलों में काउंसलिंग के बाद पति-पत्नी साथ रहने को तैयार हो जाते हैं।
छवि सिंह, महिला थाना प्रभारी
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