बरेली (ब्यूरो)। मासूमों की जान से खिलवाड़ करने वाले स्कूली वाहन चालकों की अब खैर नहीं है। शहर में पिछले दिनों एक चालक स्कूली बच्चों को ऑटो की छत पर बैठाकर ले जा रहा था। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया तो किसी ने सीएम को ट्वीट कर दिया। सीएम के संज्ञान लेने के बाद बरेली एसएसपी ने मामले का संज्ञान लेते हुए अधीनस्थों को कार्रवाई के आदेश दिए। विभाग की नींद टूटी और शनिवार को शहर में अभियान चलाकर ऐसे स्कूली वाहनों को चालान किया जो यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते नजर आए। एआरटीओ प्रवर्तन ने नौ स्कूली वाहनों के चालान कर बंद करा दिए हैं।

एसएसपी ने जाहिर की थी नाराजगी
सीएम के संज्ञान लेेने और बरेली पुलिस को निर्देशित करने के बाद एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने आरटीओ अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताते हुए ऐसे स्कूली वाहनों के चालकों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जो इस तरह से मासूमों की जान जोखिम में डालते हैं।

कार्रवाई का नहीं खौफ
स्कूली वाहन चालकों पर कार्रवाई का कोई खौफ नहीं होता है। मनमानी करते हैं। जिससे शहर में पहले भी कई बार स्कूली वाहन हादसों का शिकार हो चुके हैं। परिवहन विभाग की ओर से कई बार कार्रवाई भी की गई, लेकिन, नतीजा सिफर रहा। स्कूली वाहन चालक यातायात के नियमों को धता बताते हुए मनमानी करते हैं और स्कूल प्रबंधन भी इस ओर ध्यान नहीं देता है। जिसका खामियाजा हादसा होने पर बच्चों को भुगतना पड़ता है।

निकली थी फिटनेस डेट
आरटीओ (ई) दिनेश कुमार ने बताया कि एसएसपी के संज्ञान लेने के बाद शनिवार को अभियान चलाकर नौ स्कूली वाहनों पर कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि जिन स्कूली ऑटो पर कार्रवाई की गई, उनकी फिटनेस डेट तक निकली थी। कई ऐसे ऑटो थे, जिनमें क्षमता से ज्यादा स्कूली बच्चों को बैठाया गया था।

स्कूलों को भेजी जाएगी नोटिस
स्कूल को भी नोटिस भेजी जाएगी। क्योंकि संचालकों की भी जिम्मेदारी होती है कि स्कूली वाहन चालक यातायात के नियमों का उल्लंघन करें तो उन्हें हिदायत दें। साथ ही वाहन फिट हैं या नहीं उस पर स्कूल प्रबंधन को ध्यान देना चाहिए। यदि कोई वाहन फिट नहीं है तो उसे स्कूल से हटा देना चाहिए। लेकिन, स्कूल प्रबंधन इस पर ध्यान नहीं देता है। इसी के चलते स्कूलों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।


तीन दिन चलेगा अभियान
शनिवार को एआरटीओ प्रवर्तन जेपी गुप्ता ने टीम के साथ शहर में तीन दिवसीय अभियान के पहले दिन नौ स्कूली वाहनों पर कार्रवाई की। साथ ही संबंधित स्कूलों को नोटिस भेजनी की तैयारी शुरू कर दी है। आरटीओ (ई) दिनेश कुमार ने बताया कि स्कूली वाहनों के खिलाफ तीन दिन अभियान चलाया जाएगा।

अभिभावक भी हों जागरूक
आरटीओ (ई) दिनेश कुमार ने बताया कि विभाग की ओर से तो कार्रवाई अमल में लाई जाती है। लेकिन, अभिभावकों को भी जागरूक होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यदि कोई स्कूली वाहन चालक आपके बच्चों को वाहन की छत या गलत तरीके से बैठाकर लाता है तो स्कूल प्रबंधन और विभागीय अधिकारियों उसकी शिकायत करें।

फैक्ट एंड फिगर
09 वाहनों के चालान कर किया बंद
03 दिन चलेगा अभियान
06 बच्चों को ही स्कली ऑटो में बैठाने का होता है परमिट
10 से 12 बच्चों को बैठाकर ले जाता है ऑटो चालक

वर्जन
अभियान के पहले दिन नौ स्कूली वाहनों के चालान कर बंद कर दिए हैं। सभी की फिटनेस डेट निकली थी। तीन दिन तक अभियान चलाकर यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले स्कूली वाहनों पर कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश कुमार, आरटीओ (ई)