(बरेली ब्यूरो)। अपने सिटी का बहुत जल्द स्वच्छता सर्वेक्षण होने वाला है। इसको लेकर नगर निगम पूरी तरह एक्टिव नजर आ रहा है। निगम की ओर से इसके लिए लगातार मीटिंग की जा रही हैं। ट्रेनिंग व अवेयरनेस की प्रक्रिया भी तेज कर दी गई है। केंद्रीय टीम के शहर विजिट करने से पहले सभी वार्डों पर विशेष ध्यान दिया जाने लगा हैै। इसको लेकर ट्यूजडे को नगर आयुक्त ने अन्य अधिकारियों के साथ सभागार में बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए।

पब्लिक को कर रहे अवेयर
अब नगर निगम पब्लिक को अवेयर करने पर जोर देता दिखाई दे रहा है। नुक्कड़ नाटक, पब्लिक एड्रेसिंग सिस्टम, बैनर, एलईडी व रैली आदि के माध्यम से लोगों को अवेयर किया जा रहा है। अधिकारी भी मैदान में पब्लिक को अवेयर करते हुए नजर आ रहे हैं।

एप कराएंगे डाउनलोड
स्वच्छ सर्वेक्षण अभियान के अंतर्गत नगर निगम द्वारा गैर सरकारी संस्थानों की सहायता भी ली जा रही है। पब्लिक से कनेक्ट होने के लिए निगम की टीम एनजीओ की सहायता से एप भी डाउनलोड करवाएगी। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से भी पब्लिक को स्वच्छता को लेकर अïवेयर किया जाएगा।

नागरिक भी बनें जिम्मेदार
शहर में गीले और सूखे कूड़े के लिए मुख्य चौराहों पर कड़ेदान लगाए गए थे। कई स्थानों पर जंग लगने के बाद वे गल चुकी हालत में लगे रहे। अब सर्वेक्षण को देखते हुए इन्हें बदलने का कार्य भी तेज गति से हो रहा है। पब्लिक में भी अवेयरनेस की कमी होने की वजह से लोग कूड़े को अलग-अलग नहीं डाल रहे हैं।

दी जा रही ट्रेनिंग
नगर निगम के सफाई कर्मचारियों के माध्यम से भी लोगों को गीला व सूखा कचरा अलग-अलग करने को लेकर अवेयर किया जा रहा है। नगर निगम की ओर से सफाई कर्मचारियों को इसको लेकर ट्रेनिंग दी गई। सभी 80 वार्डों को सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया है।

बनाया गया आदर्श वार्ड
तीन मार्च को राजेंद्र नगर के वार्ड 67 को आदर्श वार्ड घोषित किया गया था। इसको लेकर अपर नगर आयुक्त ने भी यहां विजिट किया था। इसी से प्रेरणा लेते हुए शेष वाड्र्स को भी इस तरह से ही सफाई रखने के लिए कहा गया था।

कूड़े से बनाएं खाद
अपर नगर आयुक्त ने लोगों से घरों में ही खाद बनाने की विधि बताई थी। उनके अनुसार घरों की रसोई से निकली चाय की पत्ती, सब्जी, फल के छिलकों को मटके या गड्ढे में सिरका या मट्ठा डालकर रख दें। इससे इसमें बदबू नहीं आएगी। अगले पंद्रह दिनों में उसकी खाद तैयार हो जाएगी।