बरेली (ब्यूरो)। अतिन जफर। इसके नाम का गुरुवार को अचानक बड़ा कनेक्शन निकल आया है। पुलिस ने तो उसे पूछताछ में सुराग न मिलना बताकर छोड़ दिया था, लेकिन गुरुवार को मरहूम पूर्व विधायक अशरफ के साले अब्दुल समद उर्फ सद्दाम की गिरफ्तारी हुई तो संकेत मिले कि पुलिस ने सुनियोजित तरीके से एक दांव खेला था। प्रयागराज से ध्यान हटाकर बरेली शिफ्ट कर दिया गया। बरेली पुलिस ने फ्रंट फुट पर खेलना शुरू किया और अतिन जफर तक पहुंची तो ऐसा सुराग हाथ लग गया जिससे वह एक लाख के इनामी सद्दाम तक पहुंच गई। अब यह संभावना भी प्रबल हो गई है कि पुलिस के हाथ मरहूम पूर्व सांसद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता और दिवंगत पूर्व विधायक अशरफ की पत्नी जैनब का सुराग भी पुलिस को मिल जाएगा। संभव हो कि मिल भी गया हो और पुलिस जल्द ही उन्हें भी दबोच ले।
जीजा के लिए हुआ शिफ्ट
गुरुवार को यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ा अब्दुल समद उर्फ सद्दाम मूल रूप से प्रयागराज जिले के पुरामुफ्ती थाना क्षेत्र के हटवा का रहने वाला है। बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड में लम्बे समय तक फरारी काटने वाले अशरफ को पुलिस ने उसकी ससुराल से ही गिरफ्तार किया था। तब बताया गया था कि अशरफ ने फरारी का पूरा वक्त अपनी ससुराल में ही बिताया था। इसी दौरान जीजा के कामकाम को सद्दाम आगे बढ़ाता रहा। अशरफ को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने जेल भेजा तो सुरक्षा कारणों के चलते कुछ ही दिन बाद उसे बरेली जेल शिफ्ट कर दिया गया। बताया जाता है कि जेल के भीतर अशरफ को सभी सुविधाएं मुहैया हों, यह सुनिश्चित करने के लिए सद्दाम बरेली शिफ्ट हो गया था। यहां वह लल्ला गद्दी के संपर्क में आया तो रास्ता बनता चला गया। यहां वह अपराध जगत में भी इनवाल्व हो गया।
सहयोग में फंसे जेलकर्मी
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल हत्याकांड सामने आने के बाद प्रदेश में हल्ला मचा तो तमाम जाचें शुरू हुईं। इसी दौरान एक फैक्ट यह भी सामने आया कि 11 फरवरी को बरेली जेल में उमेश पाल हत्याकांड में शामिल अतीक के बेटे असद और अन्य की मुलाकात अशरफ से हुई थी। यह मुलाकात एक ही आईडी पर कराई गई थी। इसकी जांच कराई गई तो लल्ला गद्दी, सद्दाम और जेल पुलिसकर्मियों के बीच सांठगांठ का खुलासा हो गया। इस प्रकरण की जांच कराई गई तो बरेली जेल के कई पुलिसकर्मियों का नाम सामने आया। डीआईजी जेल की जांच रिपोर्ट आने के बाद इनके खिलाफ कार्रवाई हुई। इसी घटना के संबंध में बरेली जिले के थाना बिथुरी चैनपुर में मुकदमा अपराध संख्या 86/2023 दर्ज किया गया था। इसी में सद्दाम वांटेड था और बरेली रेंज के आईजी की तरफ से उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
अतिन को जिम्मा
अब सवाल यह खड़ा होता है कि अतिन का इससे क्या कनेक्शन। एक्चुअली अतिन जफर खुल्दाबाद का रहने वाला है। उसके पिता जफरुल्ला अतीक के लिए भाषण लिखा करते थे। इसी करीबी के चलते अतिन जफर मरहूम पूर्व सांसद अतीक अहमद के बेटे असद के संपर्क में आया। दोनों का रिश्ता इतना प्रगाढ़ था कि असद का एचडीएफसी बैंक का एटीएम अतिन के पास ही रहता था। बरेली पुलिस ने अतिन जफर को पिछले सप्ताह खुल्दाबाद पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया था। उसका चालान बरेली में ही किया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जो कहानी बताई उसके मुताबिक अतिन की बरेली जेल में अशरफ से 9/10 फरवरी को हुई थी। वह अशरफ के लिए वाकर्स कंपनी का बिस्कुट लेकर गया था। यह बिस्कुट सिर्फ लुलू माल लखनऊ में मिलता है, तो उसे पहुंचाने का जिम्मा अतिन को दिया गया था। यहीं पुलिस ने एक लाइन और जोड़ी थी कि इसी दौरान उसने सुना था कि अशरफ उमेश पाल की हत्या से जुड़ी कोई बात कर रहा है।
हो चुकी थी पूछताछ
अतिन जफर को प्रयागराज पुलिस ने अतीक और अशरफ हत्याकांड के बाद उठाया था। सूत्र बताते हैं कि उससे लम्बी पूछताछ हुई थी। इसी दौरान पता चला था कि उमेश पाल हत्याकांड को अंजाम देने में शामिल रहा असद अपना मोबाइल और एटीएम लखनऊ में छोड़ आया था। पकड़ा न जाता तो इसी के सहारे पर वह कोर्ट में साबित करता कि घटना के दिन वह प्रयागराज में था ही नहीं। पुलिस ने असद को मुठभेड़ में मार गिराया तो यह चैप्टर क्लोज हो गया।
शाइस्ता को अतिन के घर में मिली थी पनाह
अतिन को हिरासत में लेने वाली प्रयागराज पुलिस ने तब यह भी बताया था कि जिस दिन अतीक और अशरफ के शवों को दफनाया जाना था, शाइस्ता परवीन अतिन के ही घर में मौजूद थी। हालांकि पुलिस की तरफ से यह भी बताया गया कि वह अपने पति का चेहरा अंतिम बार देख नहीं पाई। पुलिस ने उसे ऐसी धाराओं में चालान किया था कि थाने से ही जमानत मिल गई। तब यह माना गया था कि पुलिस ने इधर से ध्यान हटा लिया है। लेकिन, गुरुवार को सद्दाम की गिरफ्तारी के बाद जो संकेत मिले उसके अनुसान पुलिस ने सब कुछ सोच समझकर किया था।
अतिन ने ही दिया सुराग
सद्दाम को यूपी एसटीएफ ने तब गिरफ्तार किया जब वह अपनी प्रेमिका से मिलने गया था। बताया जा रहा है कि सद्दाम की प्रेमिका का सुराग पुलिस को अतिन से ही मिला था। पुलिस को वह नंबर भी पता चल गया था, जिसे सद्दाम इस्तेमाल करता था।
तो अब शाइस्ता भी होगी गिरफ्तार
सद्दाम तक पुलिस के लम्बे हाथ पहुंचने के बाद उसकी सगी बहन और अशरफ की पत्नी जैनब तक भी पहुंचने का रास्ता साफ हो सकता है। चूंकि जैनब और शाइस्ता के साथ होने की चर्चा पूर्व में रही है तो माना जा रहा है कि पुलिस इन दोनों तक भी पहुंच सकती है। कम से कम इतना तो पता चल ही सकता है कि इन दोनों को इस दौर में भी पनाह कौन दे रहा है? ऐसा कुछ है तो पांच लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम की गर्दन भी पुलिस की पकड़ से ज्यादा दूर नहीं रह जाएगी।
पहले भी चर्चित रही है पूर्व दर्जा मंत्री की बेटी
बरेली पुलिस ने 22 सितंबर को प्रयागराज से आतिन जफर पुत्र जफरउल्ला को गिरफ्तार किया था। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उसने ही पूछताछ में अशरफ के साले समद उर्फ सद्दाम की गर्लफ्रैंड के बारे में बताया था। सूत्रों का कहना है कि इसके बाद से ही इस गर्लफ्रैंड की टोह में एसटीएफ लगी हुई थी। वहीं से पुलिस को सद्दाम के बारे में लीड मिली। नतीजे में गर्लफ्रैंड से मिलने के लिए निकले सद्दाम को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया। सद्दाम काफी दिनों से पुलिस को छका रहा था। इस गिरफ्तारी के बाद से सबसे ज्यादा सद्दाम की गर्लफ्रैंड की चर्चा हो रही है। बरेली के पूर्व दर्जा राज्यमंत्री की यह बेटी पहले भी काफी चर्चा में रह चुकी है। शहर के एक बड़े सर्राफ के मासूम बेटे से डरा-धमकाकर वसूली करने वाले एक युवक की भी यह गर्लफ्रैंड रही है। उस समय एक प्राइवेट यूनिवर्सिटी के छात्र रहे इस युवक पर इस गर्लफ्रैंड ने काफी पैसे खर्च किए थे। सर्राफ के बेटे से वसूली के मामले में उस यूनिवर्सिटी छात्र की गिरफ्तारी के बाद गर्लफ्रैंड बरेली से दिल्ली चली गई थी। अब दोबारा उसका नाम सद्दाम की प्रेमिका के रूप में सामने आ रहा है।