- 9वें विंडरमेयर थिएटर फेस्ट के तीसरे दिन प्ले 'द लाइसेंस' का मंचन
- पदमश्री से विभूषित नीलम मान सिंह की परफार्मेस ने बांधा समां
BAREILLY:
व्यक्ति परिस्थितियों का गुलाम होता है। और जब इस घड़ी में मुश्किल वक्त आता है तो इंसान को कठिन फैसले लेने पर मजबूर कर देता है। ऐसे में यदि यह मुसीबत किसी नारी पर आ जाए, तो क्या होता है, किन विकट पस्थितियों का सामना करना पड़ता है, प्रश्नों की यही उलझन संवादों के माध्यम से दिखाने का सार्थक प्रयास कहानीकार ने प्ले 'द लाइसेंस' में किया है, वहीं, कलाकारों ने भी कहानी के मर्म को अंत तक संजोते रहे। 9वें विंडरमेयर थिएटर फेस्ट दूसरे दिन नीलम मान सिंह के निर्देशन में द कंपनी थिएटर ग्रुप में कलाकारों ने बेहतरीन परफार्मेस दी।
रंगमंच किसका होता है
यह नाटक कहानी है एक औरत की जो पति की मृत्यु के बाद जीवन-यापन के लिए तांगा चलाने को मजबूर हो जाती है। क्योंकि वह एक औरत है, इसलिए उसे तांगा चलाने का लाइसेंस नहीं मिलता। और यहीं से चल निकलता है अंतद्र्वद्व। लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई। डायरेक्टर नीलम ने नाटक को यहीं खत्म करने के बजाय उसे मर्द का वेष बनाकर नौकरी करने की जीजीविषा जगाई। और साबित किया कि कुछ करने का जज्बा हो तो परिस्थितियां भी हार मानती हैं। इस दौरान रंगविनायक सीईओ शिखा सिंह, डॉ। गरिमा सिंह, डॉ। बृजेश्वर सिंह, नवीन कालरा, डॉ। एसई हुदा मौजूद रहे।