खामोशी में लिपटा रहा अपना शहर
शहर में तीसरे दिन भी दंगे के कारण हालात तनावपूर्ण रहे। हालांकि छिटपुट घटनाओं के अलावा सिचुएशन कंट्रोल में रही। प्रशासन ने शहर में फिलहाल कफ्र्यू को कंटीन्यू रखने का फैसला किया है। शहर में फोर्स बढ़ा दी गई है। आरएएफ, आरआरएफ, एसएसबी, पीएसी व कई मंडलों की पुलिस पुलिस तैनात है। ट्यूजडे को कफ्र्यू का भी सख्ती से पालन करवाया गया। किसी को भी घर से बाहर निकलने नहीं दिया गया। दंगे में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है। वहीं 10 पुलिसकर्मी और 18 पब्लिक के लोग घायल हुए हैं। पुलिस ने अभी तक पांच केस रजिस्टर किए हैं। ट्यूजडे को पुलिस ने सर्च अभियान चलाकर दंगाइयों तथा कफ्र्यू का उल्लंघन करने वाले 265 लोगों को अरेस्ट किया।
फसाद के बाद

उड़ती रही अफवाहें
शहर की बिगड़ी हुई आबोहवा में दिन भर अफवाहें तैरती रहीं। यहां तक बात फैल गई कि एक पीएसी के जवान को गोली मार दी गई है। गोली मारने की तीन जगह गुद्दड़ बाग, ईट पजाया चौराहा व जोगी नवादा सुनने में आईं लेकिन पुलिस ने किसी की पुष्टि नहीं की। वहीं एडीजी, आईजी, डीआईजी, डीएम, एसएसपी व एसपी ने पूरे शहर के चक्कर लगाकर हालात का जायजा लिया। रात में आला हजरत दरगाह के पास ट्रेलर की दुकान में आगजनी की गई। गौसाई गौटिया में भी एक फौजी के घर में तोडफ़ोड़ कर हालात को बिगाडऩे की कोशिश की गई.    मंडे को तेजी से बिगड़े हालात के बाद आईजी ने खुद कमान संभाली  थी, जिसके बाद ट्यूजडे को पुलिस बलों ने जमकर सख्ती बरती।
फसाद के बाद

हुआ कफ्र्यू का पालन
ट्यूजडे सुबह से माहौल कुछ शांत सा दिखा। तैनात पुलिस फोर्स के कारण लोग घरों में दुबके रहे। कुछ गलियों में लोग घरों से बाहर निकले लेकिन उनमें पुलिस का खौफ दिखा। दंगा प्रभावित एरिया की मेन रोड पर जैसे ही कोई गाड़ी गुजरती तो लोग गलियों से भागकर घरों में घुस जाते। शाहबाद, जगतपुर, मॉडल टाउन, बारादरी, श्यामगंज, मठ की चौकी, पुराना शहर, कांकरटोला, जोगीनवादा, कोहाड़ापीर, डेलापीर, सुभाषनगर, कुतबुखाना, किला व अन्य सेंसिटिव इलाकों में पुलिस काफी सख्ती से पेश आई। पुलिस ने किसी को भी घर से बाहर निकलने नहीं दिया। जिसने भी कफ्र्यू का उल्लंघन करने की कोशिश की तो उसे अरेस्ट कर लिया गया। साथ ही वाहन लेकर चलने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। ट्यूजडे को पुलिस ने कुल 265 लोगों को अरेस्ट किया।

'बरेली में हालात फिलहाल काबू में हैं। पांच थाना क्षेत्रों में कफ्र्यू अभी जारी है। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर जगमोहन यादव बरेली में ही कैंप कर रहे हैं। ट्यूजडे को एक और युवक फरहान की मौत हो गई। दंगा प्रभावित क्षेत्र में तीन कंपनी पीएसी बढ़ा दी गई हैं। अब तक पांच मुकदमे दर्ज किए गए हैं। 265 लोग अरेस्ट किए जा चुके हैं। दंगे में अब तीन लोगों की मौत हो चुकी है.'
-बद्री प्रसाद सिंह, आईजी, लॉ एंड ऑर्डर , यूपी

'ट्यूजडे को कफ्र्यू का सख्ती से पालन करवाया गया। हर जगह फोर्स का सख्त पहरा रहा। दंगा करने व कफ्र्यू का उल्लंघन करने वाले 265 लोगों को अरेस्ट किया गया। वेडनसडे को
भी छह थाना क्षेत्रों में लागू कफ्र्यू में कोई ढील नहीं दी जाएगी। हालात सामान्य होने पर अधिकारियों से बातचीत के बाद ही ढील के बारे में निर्णय लिया जाएगा। दिन भर अफवाएं उड़ती रही लेकिन कोई भी घटना नहीं हुई.'
- देवेंद्र चौहान, आईजी बरेली


घायल ने दम तोड़ा

पिछले तीन दिनों से बरेली में जारी दंगे में अब  तीन लोगों की जान जा चुकी है। मंडे को 16 वर्षीय फरहान घायल हो गया था। ट्यूजडे को इलाज के दौरान हॉस्पिटल में उसकी डेथ हो गई। वह सुभाषनगर पुलिस थ्ााने के नजदीक मोहल्ला मुस्तफा नगर में रहता थ्ाा। फरहान के पिता का नाम अनवार अहमद है। अनवार ने बताया कि मंडे दोपहर बाद फरहान अपने दोस्त के साथ बाहर गया था। इन लोगों के साथ बदायूं रोड पर विश्वनाथपुरम में कुछ लोगों ने मारपीट शुरू कर दी. फरहान के सिर में गंभीर चोटें लगी थी. स्थिति गंभीर होने पर उसे सिविल लाइंस स्थित प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। ट्यूजडे दोपहर उसकी डेथ हो गई। उधर, मौत की सूचना पाकर हॉस्पिटल में एसपी सिटी व एडीएम
सिटी पहुंचे और फरहान के परिजनों से बातचीत की। फरहान के घर के बाहर तमाम लोग इकट्ठा हो गए। फरहान की मौत की सूचना पाकर आला हजरत दरगाह के मौलाना अदनान रजा उसके घर पहुंचे। यहां पर डीएम, एसएसपी व अन्य अधिकारी पहुंचे। और मामले को शांत कराने का प्रयास किया। मौलाना अदनान रजा ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर, उनकी गिरफ्तारी तथा 10 लाख रुपए मुआवजे की मांग की है। प्रशासन ने दो लाख का चेक परिजनों को दे दिया है तथा बाकी रकम के लिए शासन से मांग की गई है।