बरेली(ब्यूरो)। मानसून की बारिश भले ही देश के कई हिस्सों में परेशानी का सबब बन रही हो, पर शहर में मौसम का मिजाज मानो पहेलिया बुझा रहा है। ट्यूजडे को मौसम विभाग की ओर से झमाझम बारिश का अनुमान जताया गया था। इससे लोगों को लग रहा था कि बारिश होगी तो उन्हें उमस भरी गर्मी से कुछ तो निजात मिलेगी, पर मौसम के मनमाने मिजाज ने उन्हें अचरज में जरूर डाल दिया। यह अचरज इसलिए हुआ कि शहर के आधे हिस्से में झमाझम बारिश हुई तो आधे हिस्से में बूंदाबादी भी नहीं हो सकी।
आधे शहर में एक घंटा बारिश
इस सीजन में प्री मानसून भी रूठा रहा और अब मानसून भी गुमसुम सा है। इससे अप्रैल से लेकर जुलाई में अब तक हुई बारिश की मात्रा बीते साल इन महीनों में हुई बारिश का एक तिहाई भी नहीं है। ट्यूजडे को मौसम का मिजाज सुबह से कई बार बदलता रहा। सुबह तेज धूप रही तो बाद में आसमान में बादल छाने लगे। इससे सूरज ओर बादलों के बीच लुकाछिपी होते रही। दोपहर में यह बादल गहराने लगे तो बारिश की उम्मीद भी जग उठी। इसके बाद बाद बादलों ने अपना रुख बदला और शहर के इज्जतनगर, मिनी बाईपास एरिया में करीब एक घंटा झमाझम बारिश हुई। इससे सडक़ों पर पानी भी जमा हो गया और लोगों ने बारिश का लुत्फ भी उठाया। बारिश होने से यहां के लोगों को गर्मी से बड़ी राहत मिली।
भीगे वाहनों ने चौंकाया
बारिश वाले एरिया से जब वाहन सिविल लाइन की ओर पहुंंचे तो यहां सडक़ें पूरी तरह सूखी हुई थी। इससे वाहन चालक तो चौंके ही, यहां लोग उनके गीले वाहनों को भी अचरज भरी निगाहों से देखते रहे। बारिश वाली एरिया से पूरी तरह भीगे हुए निकले दो पहिया वाहन चालक जब सिविल लाइन की ओर पहुंचे तो यहां लोग उनसे बारिश के बारे में पूछने लगे। इसके बाद कई लोग तो अपनों को कॉल कर बारिश के बारे में पूछते रहे।
भीगते हुए घर पहुंचे स्कूली बच्चे
शहर के आधे हिस्से में जब बारिश हुई तब स्कूलों की छुट्टी हो रही थी। छुट्टी के बार घर जाने को आतुर बच्चों का मन बारिश से और भी मचल उठा। वह भीगने की चिंता किए बगैर स्कूलों से निकल पड़े। जिन बच्चों के परिजन उन्हें लेने के लिए स्कूल पहुंचे थे, वह भी बच्चों की खुशी के लिए बारिश में ही घर की ओर निकल पड़े। बच्चों ने बारिश में भीगने का लुत्फ भी उठाया और गर्मी से राहत भी पाई।