बरेली: गर्भवती को प्रसव पूर्व जांच एवं उपचार की सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान हर माह की 9 तारीख को चलाया जा रहा है। वेडनसडे को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का आयोजन कोविड-19 के मानकों का ध्यान रखकर किया गया। सीएमओे डॉ। विनीत शुक्ल ने फतेहगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, एसीएमओ (आरसीएच) डॉ। आरएन गिरी ने बिथरी चैनपुर सीएचसी और बरेली जनपद की मातृ स्वास्थ्य परामर्शदाता गुलिस्ता ने हरूनगला और मीरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण किया।
63 महिलाओं की हुई जांच
सीएमओे डॉ। विनीत शुक्ल ने फतेहगंज सीएचसी का निरीक्षण करते हुए वहां मौजूद गर्भवतियों को बताया कि प्रसव पूर्व जांच उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था में होने वाले खतरों से बचाती है। किसी भी गर्भावस्था में जहां जटिलताओं की संभावना अधिक होती है उस गर्भावस्था को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी या उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था में रखा जाता है। इसका पता लगाने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सकों के द्वारा प्रसव पूर्व तीन सम्पूर्ण जांच कराना बहुत जरूरी होता है, ताकि समय रहते इसका पता लगाकर, इससे होने वाले खतरों से गर्भवती को बचाया जा सके। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ। संचित शर्मा ने बताया की वेडनसडे को 63 महिलाओं की निशुल्क जांच की गई।
पौष्टिक खानपान की भी दी जानकारी
केंद्र पर में आने वाली गर्भवती की एचआईवी, वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, शुगर व अन्य जांच की गई है, ताकि गर्भवती और उनका होने वाला बच्चा स्वस्थ रहें। गुलिस्ता ने बताया कि जो गर्भवती एनीमिक श्रेणी में थी उन्हें अधिक मात्रा में फल और हरी सब्जियां खाने की सलाह दी गई है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान पर गर्भवती महिलाओं को सही समय पर आयरन फोलिक एसिड और पौष्टिक खानपान के बारे में बताया जाता है। मीरगंज सीएचसी डॉ। नेहा ने बताया कि दोपहर तक 124 गर्भवती की जांच की गई। उन्होंने बताया कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर और प्रतिरक्षा प्रणाली में परिवर्तन के कारण वह श्वसन संक्रमणों से प्रभावित हो सकती हैं । इसलिए जरूरी है कि वह विशेष सावधानी बरतें ताकि वह और उसके गर्भ में पल रहा बच्चा सुरक्षित रह सकें। इसके बाद भी तेज बुखार, खांसी या सांस लेने में दिक्कत महसूस होने पर तत्काल चिकित्सक से परामर्श लें। मीरगंज सीएचसी प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ। अमित ने कोविड के संक्रमण से बचने के बारे में गर्भवती को जानकारी दी।