डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज के लिए लाए गए दो आंतकी
भारी फोर्स की मौजूदगी में हुआ दोनों का इलाज
BAREILLY: बड़े-बड़ों की आंखों में धूल झोंककर उनके दांत खट्टे करने वाले दो आरोपी आतंकियों को खुद आंख और दांत का दर्द सता रहा है। सीआरपीएफ कैंप पर हमले के इन दोनों आरोपियों को कोर्ट के आदेश पर जेल प्रशासन मंडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल लेकर पहुंचा। दांत के दर्द की तकलीफ बता रहे आरोपी का तो डॉक्टर्स ने दांत निकाल दिया पर दूसरे आरोपी की आंख में कोई भी दिक्कत नहीं निकली। बड़ी संख्या में फोर्स के साथ पहुंचे इन आरोपी आतंकियों के चलते हॉस्पिटल में काफी गहमा गहमी का माहौल भी रहा। इलाज के बाद दोनों को वापस सेंट्रल जेल भेज ि1दया गया।
आंख में नहीं निकली प्रॉब्लम
ख्00ब् में रामपुर के सीआरपीएफ कैंप में हुए आतंकवादी हमले के आरोप में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था। पांच आतंकी बरेली की सेंट्रल जेल और दो लखनऊ में बंद हैं। इनमें से दो आतंकियों जंग बहादुर और गुलाब खां ने बीमारी के इलाज के लिए रामपुर कोर्ट में अर्जी दी थी। जंग बहादुर मूड़ा पांडे मुरादाबाद और गुलाब खां प्रताप नगर का रहने वाला है। जंग बहादुर ने अपने दांत और गुलाब खां ने आंख में प्रॉब्लम बतायी थी। डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने जंग बहादुर का खराब दांत निकाल दिया। उसके बाद गुलाब खां की आंख का टेस्ट किया गया तो उसकी आंख में कोई प्रॉब्लम नहीं निकली। प्रभारी नेत्र परीक्षण डीएन शर्मा ने बताया कि गुलाब खां की आंख में कोई प्रॉब्लम नहीं थी। वहीं जंग बहादुर की आंख में पहले से ही मोतियाबिंद है।
दोनों आतंकियों ने कोर्ट में इलाज के लिए अर्जी दी थी। कोर्ट के आदेश पर दोनों को इलाज के लिए भेजा गया था। आंख का इलाज तो जेल में हो जाता है, लेकिन दांत का इलाज नहीं होता है।
-एके राय, अधीक्षक सेंट्रल जेल