- कोरोना संक्रमितों से गाइडलाइन से अधिक रुपये वसूलने की हैं शिकायतें
- एनएबीएच प्रमाणित नहीं होने पर भी ले रहे अधिक शुल्क, जोड़ रहे कई चार्ज
बरेली : कोरोना काल में संक्रमितों के इलाज के नाम पर मोटा शुल्क वसूलने वाले तीन निजी कोविड अस्पताल लोकल इंटेलीजेंस यूनिट (एलआईयू) के निशाने पर आ गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की जांच में भी निजी अस्पतालों की तमाम गड़बडि़यां सामने आ रही हैं। ऐसे में जल्द किसी अस्पताल के खिलाफ सख्त कार्रवाई का मन स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बना लिया है।
अफसरों ने बचा लिया
शासन के निर्देश पर जिले में 16 निजी अस्पतालों को कोविड हास्पिटल बनाया गया है। इसके साथ ही उन्हें शासन द्वारा निर्धारित शुल्क की पूरी सूची भी दी गई है। शासन व प्रशासन के अफसरों ने उन्हें संक्रमित मरीजों से अधिक शुल्क नहीं लेने को चेताया भी। बावजूद इसके तमाम अस्पतालों में मरीजों से जमकर वसूली हुई। इस पर तीमारदारों ने सीएमओ से अस्पतालों की शिकायत की। सीएमओ ने सभी अस्पतालों से मरीजों को दिए जाने वाले बिल की एक प्रति भेजने को कहा। शिकायतों व बिलों की जांच के लिए एसीएमओ डॉ। रंजन गौतम और डॉ। पंकज अग्रवाल की कमेटी बनाई। इस समिति के पास रामकिशोर, गंगाशील, साईं सुखदा और विनायक अस्पतालों की शिकायत आई। इन अस्पतालों ने समिति को बिल भी भेजे। जांच में पाया गया कि कई अस्पताल नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हॉस्पिटल्स एंड हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स (एनएबीएच) प्रमाणित नहीं हैं और मरीजों से अधिक शुल्क चार्ज किए हैं। इतना ही नहीं उन्होंने डॉक्टर विजिट चार्ज, स्क्री¨नग, खाना, पीपीई किट समेत कई चार्ज अलग से जोड़ दिए थे। अब यह अस्पताल वाले तीमारदारों को रकम वापस करेंगे। जांच टीम जल्द अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई को रिपोर्ट देगी।
जल्द कार्रवाई की संभावना
उधर, दूसरी ओर शासन ने भी मरीजों से वसूली करने वाले अस्पतालों पर नजर रखने के निर्देश अफसरों को दिए थे। मामले में खुफिया टीमें भी लगातार नजर बनाए थीं। मरीजों से अधिक शुल्क लेने की शिकायतें मिलने पर गंगाशील अस्पताल, साईं सुखदा अस्पताल और विनायक अस्पताल एलआईयू के निशाने पर आ गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक सभी रिपोर्ट शासन तक भेजी जा रही हैं। जल्द कार्रवाई की संभावना है।
शहर के कुछ निजी कोविड अस्पतालों में मरीजों से अधिक शुल्क लिए जाने की शिकायत मिली हैं। जांच में शिकायतें सही पाई गई हैं। मरीज के परिवार वालों को अस्पताल रकम लौटा रहे हैं। जिन अस्पतालों की अधिक शिकायत हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई भी की जाएगी।
डॉ। सुधीर कुमार गर्ग, सीएमओ