- महिलाओं के मुकाबले पुरुष अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग में दिलचस्पी नहीं दिखाई
BAREILLY: तीन वर्षो के बाद शुरू हुई बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षक भर्ती के लिए काउंसलिंग प्रक्रिया संडे को समाप्त हो गई। इसको लेकर जितना हो हल्ला मचा था उसके मुताबिक काफी कम अभ्यर्थी ही काउंसलिंग कराने पहुंचे। डिस्ट्रिक्ट में शिक्षकों के रिक्त पदों के सापेक्ष महज म् परसेंट अभ्यर्थियों ने ही काउंसलिंग कराई। संडे को मेल अभ्यर्थियों की काउंसलिंग थी। महिलाओं के मुकाबले मेल अभ्यर्थियों ने काउंसलिंग कराने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। बुलाए गए अभ्यर्थियों में से केवल 7 परसेंट ही काउंसलिंग कराने पहुंचे। अब विभाग सेकेंड फेज की काउंसलिंग शुरू होने का वेट कर रहा है।
तीन दिन चली काउंसलिंग
प्रदेश की बेसिक स्कूल्स के 7ख्,8ख्भ् शिक्षक पदों पर भर्ती के लिए एक साथ काउंसलिंग शुरू हुई। बेरली में क्,फ्88 शिक्षकों के पद रिक्त हैं। फरीदपुर स्थित डायट ऑफिस में ख्9, फ्0 और फ्क् अगस्त को काउंसलिंग हुई। पहले दो दिन ख्9 और फ्0 अगस्त को महिलाओं के पदों के लिए काउंसलिंग कराई गई। रिक्त पदों के भ्0 परसेंट महिलाओं के लिए रिजर्व हैं। डायट प्राचार्य नरेंद्र पाल ने बताया कि पहले दिन ख्9 अगस्त को फ्भ्0 फीमेल अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, लेकिन केवल क्7 ने ही काउंसलिंग कराई। फ्0 अगस्त को ब्ब्फ् फीमेल अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, जिसमें से फ्भ् अभ्यर्थी ही काउंसलिंग कराने पहुंचे। संडे को केवल मेल अभ्यर्थियों की काउंसलिंग हुई। ब्ब्भ् अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, लेकिन महज फ्0 अभ्यर्थी ही काउंसलिंग कराने पहुंचे।
क्,फ्88 में से महज 8भ्
डिस्ट्रिक्ट के क्,फ्88 पदों के सापेक्ष महज 8भ् अभ्यर्थियों ने ही काउंसलिंग कराई हैं। अब इन अभ्यर्थियों को जल्द ही एप्वाइंटमेंट लेटर जारी कर दिए जाएंगे। तीन वर्षो के लंबे अंतराल के बाद कोर्ट के आदेश पर यह शिक्षक भर्ती शुरू हुई। इसको लेकर अभ्यर्थियों ने शासन से लंबी लड़ाई भी लड़ी, लेकिन जब बारी भर्ती की आई तो काफी कम ने ही दिलचस्पी दिखाई। शासन ने सैलरी में भी बढ़तोरी का एलान कर दिया था। बावजूद इसके महज कम अभ्यर्थी ही काउंसलिंग कराने पहुंचे।
मेरिट में गड़बड़ी भी है वजह
कम अभ्यर्थियों के पहुंचने के पीछे मेरिट में भारी पैमाने पर हुई गड़बड़ी है। अभ्यर्थियों से आपत्तियां मांगी गई थीं, बावजूद इसके अभ्यर्थी मेरिट में गड़बड़ी होने का आरोप लगा रहे हैं। वहीं इससे पूर्व टीईटी के रिजल्ट में हुई बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के चलते अभ्यर्थियों का मोहभंग हो गया। वैसे भी काउंसलिंग एक साथ सभी जिलों में हो रही है। इसलिए अभ्यर्थी कट-ऑफ के अनुसार अपने पसंदीदा व नजदीकी जिले में ही काउंसलिंग करा रहे हैं।
इग्नू डिग्री धारकों की बढ़ी परेशानी
काउंसलिंग कराने वालों में इग्नू से प्राप्त डिग्री वाले भी अभ्यर्थी शामिल हैं। उन्होंने काउंसलिंग में भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि पहले तो काउंसलिंग में ही शामिल नहीं किया जा रहा था। बाद में दबाव बढ़ने से उन्हें शामिल तो कर लिया, लेकिन एप्वाइंटमेंट लेटर पर कहा कि वह तभी मिलेगा जब वे कोर्ट या फिर शासन से आदेश लेकर आएंगे।
क्0 गुना अभ्यर्थियों को बुलाएं
उधर, यूपी टीईटी उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा ने काउंसलिंग में करीब क्0 गुना ज्यादा अभ्यर्थियों को बुलाने की मांग की है। इस संबंध में पहले मोर्चा ने गांधी उद्यान में मीटिंग की। उसके बाद उन्होंने डायट प्राचार्य को अपना ज्ञापन सौंपा। मोर्चा के प्रेसीडेंट विकास कुमार ने बताया कि मौजूदा में पदों के सापेक्ष काफी कम अभ्यर्थियों को बुलाया गया। इसके अलावा उन्होंने कहा इग्नू से डिग्री धारकों को एप्वाइंटमेंट ना देने की बात पर विरोध जताया है। उन्होंने बताया कि डायट पर इग्नू से डिग्री धारकों को यह कह दिया जा रहा है कि एप्वाइंटमेंट लेटर तभी मिलेगा जब वे कोट या फिर शासन का निर्देश लेकर आएंगे। उन्होंने ऐसे अभ्यर्थियों को एप्वाइंटमेंट लेटर दिए जाने की मांग की है।