बरेली(ब्यूरो)। कानून के रखवाले हों या फिर शिक्षा का दान देने वाले गुरु जी आज के दौर में किसी पर भी सरलता से विश्वास नहीं किया जा सकता। समय ऐसा आया है कि गुरुओं की शरण में शिष्याओं की आबरू सुरक्षित नहीं रही है। वहीं दूसरी ओर जनता की जान-ओ-आबरू की रक्षा के लिए तैनात किए गए रक्षक भी भक्षक बनने लगे हैं। ऐसे ही दो लोगों ने जनपद में घिनौनी हरकत को अंजाम दिया तो उन्हें विभागीय कार्रवाई का अंजाम भुगतना पड़ा। एक मामले में बेसिक स्कूल के शिक्षक ने छात्रा के साथ अश्लील हरकत कर डाली तो दूसरे मामले में क्राइम इंस्पेक्टर ने एक महिला के साथ दुष्कर्म कर डाला। इंस्पेक्टर को एसएसपी ने सस्पेंड करते हुए एफआईआर करवाई है तो शिक्षक पर भी बीएसए ने निलंबन की कार्रवाई की है।
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शादी का झांसा देकर महिला के साथ दुष्कर्म करने के मामले में इज्जतनगर थाने के इंस्पेक्टर क्राइम क्रांतिवीर ङ्क्षसह पर कैंट पुलिस ने एफआईआर पंजीकृत की है। आईजी रेंज रमित शर्मा के आदेश पर अभियोग होते ही एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने आरोपित को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। आरोपित के विरुद्ध विभागीय जांच भी शुरू हो गई है।
यह था मामला
शाहजहांपुर कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली महिला ने बीते दिनों आईजी रेंज रमित शर्मा को इंस्पेक्टर के दुस्साहस की कहानी बताई थी। शिकायती पत्र देते हुए कहा कि उसका उसके पहले पति से अभियोग चल रहा है, जो कोर्ट में विचाराधीन है। संबंधित अभियोग में उसने शाहजहांपुर कोतवाली में एक प्रार्थना-पत्र दिया था। जांच तत्कालीन दारोगा क्रांतिवीर ङ्क्षसह को मिली। मदद के नाम पर क्रांतिवीर ङ्क्षसह ने महिला से नजदीकियां बढ़ाई। महिला ने घर पर आना-जाना शुरू कर दिया। उसने खुद को अविवाहित बताकर महिला से शादी कच् इच्छा जाहिर की। महिला उसकी बात पर भरोसा कर बैठी। इसी के बाद आरोपित ने महिला के साथ दुष्कर्म किया। 24 फरवरी वर्ष 2021 में बरेली कचहरी लाकर शादी का फर्जी प्रमाण-पत्र भी बनवा लिया। फिर कैंट स्थित अपने आवास पर ले जाकर दुष्कर्म किया। दो दिनों तक साथ रखा। बाद में साथ रखने से इन्कार कर दिया। विरोध पर महिला की अश्लील वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी। शाहजहांपुर में महिला न्याय के लिए अफसरों के वहां चक्कर लगाती रही, सुनवाई नहीं हुई। आइजी रेंज से शिकायत के बाद पुलिस हरकत में आई और मामले में आनन-फानन में इंस्पेक्टर पर अभियोग लिख लिया गया।
महिला को दी थी धमकी
महिला ने बताया कि उसका झूठ बेनकाब हो गया। पता चला कि आरोपित पहले से शादीशुदा है। उसकेच् दो बच्चे हैं। विरोध किया तो कहा कि मैं पुलिस में इंस्पेक्टर हूं। तुम्हें जान से मार दूंगा। तू मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सकती। मेरी पहुंच ऊपर तक है। यहां तक की शिकायत पर जान से हाथ धोने की धमकी भी दी।
डर से छोड़ा जिला
जिस थाने में अपराधियों पर कार्रवाई के लिए इंस्पेक्टर बैठता था। अब वह अपराधियों की तरह बचने के लिए भाग निकला। मामला उछलने के बाद से ही वह थाने नहीं पहुंचा। इधर, अभियोग पंजीकृत होने के बाद गिरफ्तारी के डर से वह जनपद छोड़ भाग गया। फिलहाल, अब आरोपित पर चौतरफा शिकंजा कस चुका है।
विवादों से रहा है नाता
आरोपित का विवादों से पुराना नाता रहा है। शाहजहांपुर में वह करीब छह साल तक तैनात रहा। लंबे समय तक एसओजी टीम का हिस्सा रहा। यहां तैनाती के दौरान भी वह एक अभियोग में फंसा। वर्ष 2021 में वह स्थानांतरित होकर बरेली पहुंचा। एक बार फिर एसओजी टीम में जगह पा गया। विवादों से नाता होने पर वह घिरा भी, लेकिन एसओजी टीम में बराबर बना रहा। कुछ दिन पहले ही वह प्रोन्नत हुआ। इसके बाद वह इंस्पेक्टर क्राइम के रूप में इज्जतनगर थाना पहुंचा।
वर्जन
महिला के दुष्कर्म संबंधी शिकायती पत्र के आधार पर इंस्पेक्टर के विरुद्ध कैंट थाने में अभियोग पंजीकृत किया गया है। इंस्पेक्टर को निलंबित करते हुए उसके विरुद्ध विभागीय जांच प्रचलित है।
-सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी, बरेली
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शिक्षक के स्कूल पहुंचने पर भडक़े लोग, बीएसए ने किया सस्पेंड
फतेहगंज पश्चिमी : छात्रा से अश्लील हरकत के प्रकरण में बीएसए ने कार्रवाई करते हुए आरोपित शिक्षक को निलंबित कर दिया है। मामले मे विवेचना भी शुरू कर दी गई है। थाना क्षेत्र के एक कंपोजिट विद्यालय में शिक्षक ने कक्षा चार की नौ साल की छात्रा के साथ अश्लील हरकत की थी। पीडि़ता के परिजनों ने स्कूल पहुंच कर विरोध जताया था। पता चलने पर तमाम ग्रामीण भी वहां पहुंच गए थे। आक्रोशित लोगों ने स्कूल में जम कर हंगामा किया था। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई थी। पुलिसकर्मी जब शिक्षक को हिरासत मे लेकर जाने लगे तो आरोपित गिड़गिड़ाते हुए माफी मांगने लगा। उसने छात्रा के पिता से क्षमायाचना की तो कुछ गणमान्य लोगों ने पीडि़ता के पिता को समझा-बुझाकर सुलह करा दी थी। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षक को स्कूल न आने की बात कही थी, लेकिन गुरुवार को वह स्कूल पहुंच गया। उसे वहां पर देख गांववासियों का पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा। उन्होंने एक बार फिर हंगामा खड़ा कर दिया। इसका पता जब बीईओ प्रियांशी सक्सेना को चला तो वह मौके पर पहुंची। उन्होंने ग्रामीणों को कार्रवाई का आश्वासन देते हुए शांत किया और शिक्षक को तुरंत ही स्कूल से चले जाने का आदेश दिया। इस पर आरोपित वह वहां से चला गया। इसके बाद बीईओ ने उपस्थित टीचर्स, रसोइयों व छात्रा सहित ग्रामीणों के लिखित बयान दर्ज किए और जांच रिपोर्ट बीएसए को सौंप दी, जिसके बाद बीएसए ने आरोपित को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया।