बरेली (ब्यूरो)। आईएमसी (इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल) प्रमुख काइस्लामिया ग्राउंड में धरने को पुलिस प्रशासन ने विफल कर दिया। डीएम के आदेश पर पुलिस ने मौलाना को समर्थकों के साथ धरना स्थल जाने के लिए घर से निकलते ही हाउस अरेस्ट कर लिया। इस पर अधिकारियों की करीब 10 मिनट तक मौलाना व उनके समर्थकों से नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस व पीएसी फोर्स ने उन्हें इस्लामिया ग्राउंड नहीं पहुंचने दिया। इस पर समर्थकों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। मौलाना समेत पांच पदाधिकारियों को शाम पांच बजे तक पूर्व आईएमसी जिलाध्यक्ष के आवास पर नजरबंद रखा गया।
दी थी चेतावनी
प्रयागराज में अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद सोमवार को आईएमसी प्रमुख ने प्रेस वार्ता कर सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी पुलिस पर आरोप लगाए थे। साथ ही सरकार के खिलाफ इस्लामिया ग्राउंड में 19 अप्रैल को दोपहर 12 बजे धरना-प्रदर्शन करने की चेतावनी दी थी। प्रदेश में धारा 144 लागू होने के सिटी मजिस्ट्रेट ने धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी और आईएमसी प्रमुख से धरना-प्रदर्शन रद करने के लिए पुलिस-प्रशासन ने वार्ता भी की। लेकिन आईएमसी प्रमुख धरना प्रदर्शन पर अड़े रहे।
72 घंटे नजरबंद
पूर्व में दिल्ली तक तिरंगा यात्रा निकालने की चेतावनी पर पुलिस ने उन्हें घर पर ही 72 घंटे के लिए नजरबंद कर दिया। इसी के चलते पुलिस को चकमा देने के लिए आईएमसी प्रमुख रात में ही पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम खान के कहरवान स्थित आवास पर पहुंच गए। ताकि तय समय पर पुलिस प्रशासन को चकमा देकर धरना स्थल तक पहुंच जाए। लेकिन उनकी रणनीति पुलिस और प्रशासन की सतर्कता के चलते विफल हो गई।
रात से थी पुलिस अलर्ट
मंगलवार को पूरा दिन और फिर देर रात तक पुलिस प्रशासन ने मौलाना से वार्ता कर धरना रद करने की बात कही, लेकिन मौलाना धरना-प्रदर्शन करने पर अड़े रहे। इस पर रात से ही पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर रहा। इस्लामिया गेट पर ताला लगा कर पुलिस बल तैनात कर दिया गया था। सुबह से ही हर चौराहा और प्वाइंट के साथ ही आईएमसी के पूर्व जिलाध्यक्ष के आवास पर काफी मात्रा में पुलिस बल के साथ ही पीएसी भी तैनात थी। पूर्व जिलाध्यक्ष के घर को जाने वाले रास्ते पर बैरीकैडिंग कर आने-जाने वालों पर पाबंदी लगा थी।
पहुंचते रहे समर्थक
इस्लामिया ग्राउंड में दोपहर 12 बजे से सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन नियत था। 12 बजते ही आईएमसी प्रमुख के समर्थक धरना-स्थल पर पहुंचना शुरू हो गए, लेकिन इस्लामिया ग्राउंड के गेट पर लॉक लगा होने के साथ ही वहां पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें प्रवेश नहीं होने दिया। हालांकि इस दौरान कुछ समर्थकों की पुलिस से तीखी नोकझोंक भी हुई, लेकिन पुलिस के आगे एक न चलती देख वे वहां से वापस हो गए।
एसपी सिटी ने डाला डेरा
12 बजे से पहले ही एसपी सिटी राहुल भाटी, ट्रेनी आईपीएस विक्रम दहिया ने इस्लामिया गेट के सामने बिहारीपुर चौकी पर ही डेरा डाल दिया था। उन के साथ ही सिटी मजिस्ट्रेट रेनू सिंह, एडीएम सिटी डॉ। आरडी पांडेय, सीओ प्रथम श्वेता यादव सहित अन्य अधिकारी भी धरना स्थल पहुंचे और तैनात पुलिसकर्मियों को सख्त हिदायत दी थी कि किसी भी हालत में किसी को भी इस्लामिया ग्राउंड में प्रवेश न दिया जाए।
ये भी नजरबंद
आईएमसी प्रमुख समर्थकों के साथ धरना स्थल से कुछ ही दूरी पर कहरवान स्थित पूर्व जिलाध्यक्ष नदीम के आवास पर मौजूद थे। जोहर की नमाज के बाद मौलाना तौकीर रजा खां समर्थकों के साथ जैसे ही धरनास्थल के लिए निकले, वैसे ही उनकी पुलिस से तीखी नोकझोंक हो गई। पुलिस ने धारा 144 का हवाला देते हुए मौलाना तौकीर रजा खां के साथ डॉ। नफीस खान, नदीम खान, मीडिया प्रभारी मुनीर इदरीशी व नदीम कुरैशी को हाउस अरेस्ट कर लिया। साथ ही पूर्व जिलाध्यक्ष के घर के बाहर और पुलिस बल तैनात कर दिया।
चौराहों पर की बैरीकैडिंग
इस्लामिया ग्राउंड पर बुधवार को धरने के एलान के बाद पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट था। शहर के हर चौराहे व तिराहे पर बैरीकैडिंग कर पुलिस बल तैनात था। इसके साथ ही चौपुला चौराहा, नॉवल्टी चौराहा इस्लामिया मार्केट के साथ जगह-जगह पर बैरीकैडिंग कर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए थे। साथ ही भारी वाहनों के आवागमन पर रोक लगा दी थी। इसके अलावा चौपुला से इस्लामिया ग्राउंड तक आरपीएफ ने भी कड़ी नजर रखी। वहीं रेलवे स्टेशनों और प्लेट फार्म पर सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर आरपीएफ और जीआरपी भी अलर्ट रही।
बोले अधिकारी
धारा 144 लागू होने के चलते आईएमसी प्रमुख को सिटी मजिस्ट्रेट ने धरना प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी थी, लेकिन वे धरने पर अड़े रहे। डीएम के आदेश पर आईएमसी प्रमुख सहित पांच लोगों को शाम पांच बजे तक हाउस अरेस्ट किया गया था।
-राहुल भाटी, एसपी सिटी
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