जंक्शन के प्लेटफॉर्म 4 की घटना, लखीमपुर के तांत्रिक ने बंद टिकट घर में छिपाया

बच्ची के रोने पर लोगों ने निकाला, तांत्रिक की जमकर पिटाई कर जीआरपी को सौंपा

जीआरपी परिसर से भाग निकला तांत्रिक, बच्ची के किडनैपिंग की कंप्लेन को टरकाया

<जंक्शन के प्लेटफॉर्म ब् की घटना, लखीमपुर के तांत्रिक ने बंद टिकट घर में छिपाया

बच्ची के रोने पर लोगों ने निकाला, तांत्रिक की जमकर पिटाई कर जीआरपी को सौंपा

जीआरपी परिसर से भाग निकला तांत्रिक, बच्ची के किडनैपिंग की कंप्लेन को टरकाया

BAREILLY:

BAREILLY:

जंक्शन पर दिनदहाड़े मंडे को एक तांत्रिक ने एक मासूम को किडनैप कर लिया। मासूम की बलि देने की नीयत से किडनैपिंग के बाद तांत्रिक बच्ची को सुभाषनगर साइड एनईआर के बंद पड़े टिकट घर में ले गया। मासूम को टिकट घर में बंद कर तांत्रिक उसे ले जाने को सही मौके का इंतजार करने लगा। लेकिन बच्ची के रोने पर वहां मौजूद लोगों ने उसे टिकट घर से बाहर निकाला और तांत्रिक को पकड़कर उसकी बुरी तरह पिटाई कर दी। इसके बाद पब्लिक तांत्रिक को पकड़कर जीआरपी के पास ले गई। लेकिन जीआरपी की लापरवाही से तांत्रिक वहां से मौका पाकर भाग निकला। इतना ही नहीं जीआरपी ने परिजनों की कंप्लेन के बावजूद तांत्रिक के खिलाफ रिपोर्ट तक दर्ज न की।

नींद में थी मां-बेटी

आंवला निवासी जावेद अपनी वाइफ समी और बच्चों के साथ प्लेटफॉर्म नम्बर ब् पर थे। झुग्गी में रहने वाले यह गरीब मां-बाप काम धंधे की तलाश में बरेली आए थे। मंडे सुबह क्क् बजे प्लेटफॉर्म ब् के पास ओवरब्रिज के नीचे समी अपनी क् साल की बेट उमरा के साथ थकी हारी लेटी हुई थी। नींद की हालत में मां को बेटी का ध्यान न रहा, जब लखीमपुर खीरी के मोहमदी निवासी श्रीकांत नारदी ने सोती हुई मासूम को चुपचाप उठाकर अगवा कर लिया।

बलि या दुष्कर्म की थी मंशा

मासूम के शोर मचाने से आरोपी तांत्रिक को लोगों ने धर दबोचा। पकड़े जाने पर पब्लिक ने तांत्रिक को बहुत पीटा। भीड़ ने तांत्रिक से बच्ची को अगवा करने की वजह बलि देना पूछा तो उसने सिर हिला दिया, लेकिन कुछ बोला नहीं। वहीं नशे के आदि लग रहे तांत्रिक को देख इस बात की भी आशंका थी कि बच्ची को बंद टिकट घर में ले जाने का उसका मकसद दुष्कर्म भी हो सकता था।

गरीब थे तो जीआरपी ने टरकाया

जंक्शन से गरीब मां-बाप की बच्ची को अगवा करने वाले तांत्रिक के पकड़े जाने के बावजूद जीआरपी ने उसके खिलाफ न तो मुकदमा दर्ज किया। न ही उसे लॉकअप में बंद किया। उल्टा जीआरपी परिजनों को टरकाने में लगी रही। गरीब परिजनों की मिन्नतों के बावजूद जीआरपी ने तांत्रिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं किया। वहीं तांत्रिक को भागने का मौका भी दिया। इतना ही नहीं जीआरपी इस पूरे मामले को ही दबाने व छिपाने में लगी रही।

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तांत्रिक के बच्ची की अगवा करने का मामला संज्ञान में है। परिजन कंप्लेन करने आए थे। उनसे तांत्रिक के खिलाफ कार्रवाई की बात कही गई। तांत्रिक के भागने पर पूछताछ की जा रही है।

- चंद्रशेखर गुप्ता, इंचार्ज जीआरपी थाना